मशहूर टीवी एक्टर अतुल परचुरे को सभी उनके बेहतरीन कॉमेडी एक्टिंग के ज़रिए जानते होंगे. उन्होंने कहा कपिल शर्मा शो के कई एपिसोड्स में काम किया है. अतुल परचुरे एक भारतीय फिल्म, टेलीविजन और थिएटर अभिनेता हैं. उन्हें मुख्य रूप से मराठी और बॉलीवुड फिल्म उद्योग में उनकी हास्य भूमिकाओं के लिए जाना जाता है. 56 साल के अतुल ने कई हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया है वो कई बड़े टीवी सीरियल्स में भी नजर आ चुके हैं उन्होंने विभिन्न अभिनेताओं के साथ काम किया है और सहायक भूमिकाएँ निभाते हुए देखा जाता है. उनका कुछ काम नवरा माझा नवसाचा, सलाम-ए-इश्क, पार्टनर, ऑल द बेस्ट: फन बिगिन्स, खट्टा मीठा, बुड्डा फिल्मों में देखा जा सकता है होगा टेरा बाप, और ब्रेव हार्ट. हम सभी के चेहरों पर हँसी लाने वाले अतुल परचुरे आज बहुत बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं. किसी को इस बात का नहीं पता था कि जो है हमारे चेहरे पर हँसी लाते हैं वह अपने जीवन में इतनी मुश्किल समय से गुज़र रहे होंगे. अतुल परचुरे ने इंटरव्यू द्वारा ख़ुलासा किया कि वह ‘कैंसर’ से पीड़ित है. उनके फैंस यह ख़बर सुनकर गम में डूबे हुए हैं वह इस बात पर यक़ीन नहीं कर पा रहे हैं कि अतुल परचुरे ‘कैंसर’ जैसी बीमारी से पीड़ित है. ईटाइम्स से बातचीत करते हुए कई ख़ुलासे किए गए हैं जिसे सुन आप भी दंग रह जाएंगे. इंटरव्यू में बताया गया है कि उनका ग़लत इलाज होने के कारण तबियत बिगड़ती जा रही है. आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं.
कपिल के शो का हिस्सा रह चुके अतुल ने खुलासा किया कि अपने स्वास्थ्य के कारण टीम के साथ काम करने से वंचित रह गए. अभिनेता ने साझा किया, “मैं कई सालों से कपिल शर्मा कर रहा हूं. उन्होंने मुझे सुमोना के पिता की भूमिका निभाने के लिए बुलाया. मैं अपने कैंसर के कारण उन एपिसोड में परफॉर्म नहीं कर सका. मैं कपिल के साथ अंतर्राष्ट्रीय दौरे पर जा सकता था. मुझे जल्द ही पता चलेगा मैं पूरी तरह से ठीक हो गया हूं या नहीं.”
अतुल परचुरे ने बताया तो उनकी शादी को क़रीब 25 साल का समय पूरा हो गया था और उनकी ज़िंदगी अच्छी ख़ासी चल रही थी. कुछ दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के ट्रिप से वापस आए थे तब वह बिलकुल ठीक-ठाक थे लेकिन कुछ समय बीतने के बाद उनका खाना खाने का बिलकुल भी मन नहीं करता था साथ ही खाना खाने में तक़लीफ होती थी ये सब देखकर उन्हें अंदर से ही ऐसा महसूस हुआ कि उनकी तबियत कुछ सही नहीं है. उन्होंने जब यह भारत घर में बतायी तो उनके भाई ने उन्हें दवाई लाकर दी जिससे वे खाकर ठीक हो जाए दवाई खाने से उन्हें बिलकुल भी आराम नहीं मिला. जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को दिखाया डॉक्टर ने कुछ टेस्ट कराने को कहा जैसे की अल्ट्रासोनोग्राफी. कई तरह सोनोग्राफी करवाने के बाद जब डॉक्टर ने रिपोर्ट देखा तो उनके चेहरे के एक्सप्रेशन कुछ अलग थे जिसे देख अतुल परचुरे को समझ आ गया कुछ तो गड़बड़ है. डॉक्टर ने उन्हें इस बात की जानकारी दी कि शनिवार में 5 सेंटीमीटर का ट्यूमर है यह सुनने के बाद अतुल परचुरे ने डॉक्टर से पूछा ‘ मैं ठीक तो हो जाऊँगा ना?’ तो डॉक्टर ने उन्हें यक़ीन दिलाते हुए कहा कि जल्द ही ठीक हो जाएंगे और फिर से अपनी ज़िंदगी में वापस लौट पाएंगे.
उन्हें शुरू में ही इस बीमारी का पता चल गया था जो इलाज करवाने का बिलकुल सही समय था लेकिन जब उन्होंने ‘कैंसर’ का इलाज करवाना शुरू किया तो यह उन पर ही भारी पड़ गया सर्जरी के दौरान काफ़ी देर हो रही थी. इलाज कराने के समय पहला प्रोसीजर ही ग़लत तरीक़े से हुआ जिस कारण पैनक्रियाज भी अफेक्ट हो गई. प्रोसीजर के ग़लत होने से तबियत का बिगाड़ना मुमकिन था पर तकलीफ़ भी कई गुना बढ़ गई. तबीयत को बिगाड़ने से सही तरह से बात कर पाना भी मुश्किल हो गया था जब डॉक्टर से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बोला अभी इंतज़ार करना पड़ेगा क्योंकि इस सर्जरी के तुरंत बाद पीलिया होने की संभावना रहती हैं जिसकी वजह से लीवर में पानी भर सकता है और भी मृत्यु हो सकती है यह सब कुछ देखते हुए मैंने दूसरे डॉक्टर से अपना इलाज करवाना शुरू कर दिया.