जामताड़ा गैंग पर शिकंजा लगाने की कोशिश की जा रही है! लोगों के साथ लूट का खेल बढ़ता जा रहा है। वो पूरे देश में पांव पसार रहे हैं। अब जामताड़ा गैंग हर शहर-हर गांव तक पहुंच गया है। सावधान, ये गैंग कई तरीकों से लूट रहा है पैसे। इनका एक ही मकसद है, आपके बैंक अकाउंट को खाली करना और इसके लिए इनके पास इतने तरीके हैं जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। इस काम को अंजाम देने के लिए इस गैंग ने नया ठिकाना बनाया है हरियाणा के मेवात जिले को। मेवात की सीमाएं राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यहां के करीब 40 गांव में जामताड़ा गैंग के लोग अपनी पकड़ बना चुके हैं और अब वहीं से ये पूरे देश में ठगी का काम कर रहे हैं। जामताड़ा में पुलिस की सख्ती के बाद ये गैंग देश के अलग-अलग हिस्सों में अपना ठिकाना खोज रहा था। मेवात जिले से इनकी पकड़ हरियाणा और राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश और दिल्ली तक भी आसानी से रहती है और इसलिए इस गैंग के लोगों ने मेवात को अपना ठिकाना बनाया है। मेवात के अलावा राजस्थान में आसपास के जिले भरतपुर और अलवर तक भी ये फैले हुए हैं।
पुलिस ने करीब 40 गांव को मार्क किया है जहां इस गैंग के लोग सक्रिय हैं। जामताड़ा गैंग के इन बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई का एक विशेष अभियान चलाया गया है, जिसके तहत पुलिस ने इस इस इलाके के करीब 40 गांव के 2 लाख से ज्यादा सिम बंद कर दिए हैं। माना जा रहा है कि इन सिम के जरिए ही ये गैंग पूरे देश में साइबर फ्रॉड का काम कर रहा था। सिम ब्लॉक करने इनकी ठगी कुछ समय के लिए बंद हो पाएगी।अब तक हरियाणा के अलावा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस छापेमारी के लिए यहां आ चुकी है, लेकिन बावजूद इसके छोटे-छोटे घरों में रहकर इनका ठगी का काम बदस्तूर जारी है। कई साइबर ठग यहां से गिरफ्तार भी हो चुके हैं। माना जा रहा है कि इस तरह 2 लाख से ज्यादा सिम ब्लॉक करने से इन पर लगाम लगेगी। इनका काम ही इन फर्जी सिम के जरिए होता है। फर्जी सिम, फर्जी बैंक अकाउंट, यहां तक फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ये पूरे देश में अपना जालसाजी का नेटवर्क फैलाते हैं।
ये होशियारी से अपना काम करते हैं कि लोग इनके जाल में फंस ही जाते हैं।दरअसल ये लोग यहां बैठकर देश के अलग-अलग हिस्सों के लोगों के साथ ठगी करते हैं, जिससे इन ठगों की पहचान करना मुश्किल होता है।इस काम को अंजाम देने के लिए इस गैंग ने नया ठिकाना बनाया है हरियाणा के मेवात जिले को। मेवात की सीमाएं राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यहां के करीब 40 गांव में जामताड़ा गैंग के लोग अपनी पकड़ बना चुके हैं और अब वहीं से ये पूरे देश में ठगी का काम कर रहे हैं। जामताड़ा में पुलिस की सख्ती के बाद ये गैंग देश के अलग-अलग हिस्सों में अपना ठिकाना खोज रहा था। मेवात जिले से इनकी पकड़ हरियाणा और राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश और दिल्ली तक भी आसानी से रहती है और इसलिए इस गैंग के लोगों ने मेवात को अपना ठिकाना बनाया है। मेवात के अलावा राजस्थान में आसपास के जिले भरतपुर और अलवर तक भी ये फैले हुए हैं। जिस शख्स को ये अपना निशाना बनाते हैं वो उस इलाके, या उस राज्य में अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाता है जहां उसके साथ ठगी हुई। जांच शुरू होती है तो जब तार यहां से जुड़ते हैं तो उस राज्य की पुलिस यहां आती हैं। यही वजह है इन लोगों पर एक साथ कार्रवाई नहीं हो पाती।
अब तक हरियाणा के अलावा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस छापेमारी के लिए यहां आ चुकी है, लेकिन बावजूद इसके छोटे-छोटे घरों में रहकर इनका ठगी का काम बदस्तूर जारी है। कई साइबर ठग यहां से गिरफ्तार भी हो चुके हैं। माना जा रहा है कि इस तरह 2 लाख से ज्यादा सिम ब्लॉक करने से इन पर लगाम लगेगी। इनका काम ही इन फर्जी सिम के जरिए होता है। फर्जी सिम, फर्जी बैंक अकाउंट, यहां तक फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ये पूरे देश में अपना जालसाजी का नेटवर्क फैलाते हैं। ये होशियारी से अपना काम करते हैं कि लोग इनके जाल में फंस ही जाते हैं।