क्या महादेव ऐप केस में आ चुका है नया मोड़?

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हाल ही में महादेव ऐप केस में नया मोड़ आ चुका है! महादेव बेटिंग ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय को बड़ी कामयाबी मिली है। दुबई पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों में से एक – रवि उप्‍पल को अरेस्ट किया है। जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। रवि 6,000 करोड़ रुपये के एक मनी लॉन्ड्रिंग केस का कथित मास्टरमाइंड है जिसमें छत्तीसगढ़ के निवर्तमान सीएम भूपेश बघेल का नाम भी आया है। सूत्रों के अनुसार, उप्‍पल की गिरफ्तारी ईडी की ओर से जारी रेड कॉर्नर नोटिस के चलते हुई। दुबई के अधिकारियों ने भारत को खबर कर दी है, वे रवि के प्रत्यर्पण के लिए तैयार हैं। महादेव ऐप का दूसरा प्रमोटर सौरभ चंद्राकर भी जल्‍द UAE में दबोचा जा सकता है। गिरफ्तारी के बाद उसे भी भारत को हैंडओवर किया जाएगा। ईडी ने रायपुर की स्‍पेशल कोर्ट से इन दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लिया। उसके बाद, अक्‍टूबर में इन दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था। रवि की गिरफ्तारी से महादेव ऐप मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपियों में से एक का यह आरोप था कि ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने कांग्रेस के नेताओं को 500 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। यह छत्तीसगढ़ चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन गया। बीजेपी ने इसकी मदद से चुनाव में कांग्रेस को हराने में सफलता पाई। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘महादेव को भी नहीं छोड़ा’ जैसे नारे दिए जो पूरे अभियान में गूंजते रहे। चुनाव के बाद के विश्लेषण से पता चलता है कि शायद कांग्रेस की करारी हार में इस मामले का योगदान हो सकता है।

चुनाव से ठीक पहले, 2 नवंबर को ईडी ने असीम दास को 5 करोड़ रुपये कैश के साथ पकड़ा। वह एक कूरियर एजेंसी में काम करता था। एजेंसी ने दावा किया कि कैश किसी ‘बघेल’ नाम के नेता के लिए महादेव ऐप के प्रमोटर्स चंद्राकर और उप्‍पल ने भिजवाया था। ईडी ने 3 नवंबर के बयान में कहा था, ‘असीम दास से पूछताछ और उसके पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच, और शुबम सोनी महादेव नेटवर्क के हाई रैंकिंग आरोपियों में से एक द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं। अब तक महादेव ऐप प्रमोटरों की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। ये जांच का विषय है।’ बाद में दास अपने आरोप से मुकर गया।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले चर्चा में आया महादेव ऑनलाइन सट्टा एप चुनाव पूरा होने के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गया है। एप मामले में अरेस्ट हुए आरोपी के पिता का शव कुए में संदिग्ध हालत में बरामद हुआ है। आरोपी असीम दास को पुलिस ने महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। वहीं, उसके पिता सुशील दास का शव कुएं में बरामद हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। दरअसल, दुर्ग जिले के अंतर्गत आने वाले अछोटी गंवा के एक कुएं में शव बरामद हुआ है। असीम के पिता एक सिक्योरिटी कंपनी में काम करते थे। वे रविवार के दिन से गायब थे मंगलवार की दोपहर को उनका शव कुएं से पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

महादेव सट्टा ऐप के आरोपी असीम के पिता सुशील दास अछोटी गांव में ही एक प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का ही काम करते थे। रविवार की रात वें ड्यूटी करने के लिए निकले थे लेकिन उसके बाद घर ही नहीं लौटे। वे रविवार से ही लापता थे। पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच, और शुबम सोनी महादेव नेटवर्क के हाई रैंकिंग आरोपियों में से एक द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं। अब तक महादेव ऐप प्रमोटरों की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।घरवालों ने उनकी तलाश के लिए पूरे गांव के साथ ही आसपास के गांव में भी तलाश की थी लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया था। मंगलवार के दिन ग्रामीणों ने गांव के ही एक कुएं में किसी व्यक्ति की लाश को देखा। शंका होने पर परिजनों को बुला लिया साथ ही पुलिस को भी जानकारी दी। शव को निकालकर देखने पर लाश सुशील दास की होना सामने आया।