एक मुस्लिम युवक ने राजगढ़ जिला जेल में उसकी दाढ़ी काटने का आरोप लगाया है। उसका आरोप है कि 14 सितंबर को जेल में जेलर ने उसे पाकिस्तानी कहते हुए उनकी दाढ़ी कटवा दी थी। जेल से छूटने के बाद शुक्रवार को उसने समाज के लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर इसकी शिकायत की थी। इस मामले में भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मंगलवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग करते हुए ट्वीट किया है दरअसल जीरापुर में रहने वाले मुस्लिम समाज के कुछ लोगों को धारा 151 के तहत जेल भेजा गया था कार्रवाई के बाद जब वह राजगढ़ जेल गए तो युवक का आरोप है कि जेलर ने उनके साथ अभद्रता करते हुए मना करने के बाद भी जेल के अंदर उसकी दाड़ी काट दी जिसको लेकर अब मुस्लिम समाज के लोगों में भारी गुस्सा है
ओवैसी ने अपने ट्वीट में म.प्र सरकार की घेराबंदी की है। इसी के साथ AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मध्यप्रदेश सरकार की निंदा करते हुए मुस्लिम विरोधी करार दिया है। ओवैसी ने इस मामले में शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। जी दरअसल मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मध्यप्रदेश की सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं। इस दौरान ओवैसी ने कहा कि, ‘मध्यप्रदेश में धारा 151 के तहत गिरफ्तार पांच युवकों की जबरन दाढ़ी हटाना हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है। दाढ़ी रखने से कोई पाकिस्तानी नहीं हो जाता, कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की दाढ़ी थी। शिवराज सरकार जेलर को निलंबित कर जेल भेजें।’ इसी के साथ आगे उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश में 6 % मुस्लिम आबादी है और जेलों में अंडर ट्रायल मुसलमान 13% हैं। वहीं कांग्रेस भी पूरे मामले में उतर गई है और BJP पर मुसलमानों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने ओवैसी पर भी निशाना साधा। कांग्रेस का कहना है कि ओवैसी BJP की B टीम है और उनके साथ मिलकर अपनी संपत्ति बचाने में जुटे हैं।
इधर, बीजेपी का कहना है कि ओवैसी हो या कांग्रेस दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। ये मुसलमानों को लेकर यह सिर्फ़ तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। देश का मुसलमान सच्चाई जानता है, क्योंकि ये दोनों सिर्फ़ भड़काने और उकसाने का काम करते हैं। ये उन राज्यों के बारे में क्यों नहीं बोलते हैं जहाँ गैर भाजपा सरकार है। बलात्कार और जघन्य अपराधों को लेकर ये कुछ नहीं बोलते। घटनाओं को लेकर ओवैसी का मुंह सिल जाता है।ऐसी जगहों पर ये लोग कभी प्रदर्शन करने नहीं गए।
जीरापुर के वार्ड नम्बर 14 में रहने वाले कलीम खाँ ने बताया कि 13 सितंबर को जीरापुर पुलिस के द्वारा धारा 151 के तहत तहसीलदार न्यायालय में जमानत नही मिलने पर मुझे और मेरे साथ बंदी वहीद, तालिब, आरिफ, सलमान को राजगढ़ जेल में बन्द किया गया था. जहां 14 सितंबर को सुबह 9 बजे जेल के जेलर निरीक्षण करने आए थे जिनके द्वारा मेरे साथ अभद्रता की गई कलीम ने कहा मैं मुस्लिम समाज का हूं इसलिए मैंने 8-10 साल से दाड़ी रखी थी जिसको देख जेलर भड़क गए और कहने लगे कि तू पाकिस्तान से आया है. उन्होंने जबरदस्ती सबके सामने मेरी दाड़ी कटवा दी कलीम ने मुस्लिम समाज के लोगों के साथ मिलकर कलेक्टर को इसकी शिकायत की है। जेलर ने शरियत अनुसार रखी गई दाढ़ी को कटवा कर इस्लाम का और मेरा अपमान किया गया है। साथ ही मेरे नबी की सुन्नत का भी अपमान किया गया है। मैं किसी को भी अपना मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहा हूं। जेल से बाहर निकलने के बाद जब युवक ने यह बात अपने समाज के लोगों को बताई तो गुस्साए मुस्लिम समाज के लोगों ने राजगढ़ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपते हुए जेलर पर कार्रवाई करने की मांग की है |
इस मामले में जेलर का कहना है किसी की भी जबरदस्ती दाढ़ी नहीं काटी गई, जो भी कैदी आते हैं जेल प्रावधान के हिसाब से उनकी कटिंग और दाढ़ी छोटी करवाई जाती है और जो जिस धर्म का है वह अपने हिसाब से दाढ़ी रख सकता है। किसी की जबरदस्ती दाढ़ी नहीं काटी गई। जेलर का कहना है, मैंने उसकी पहले की फोटो देखी। उसने एक हाथ की काफी लंबी दाढ़ी रखी थी। जेल के कुछ प्रावधान हैं। इसी मैनुअल के अनुसार दाढ़ी छंटवाई गई होगी। इसके अलावा दाढ़ी कैसे कटी मुझे इसकी जानकारी नहीं है। कोई अगर अपने धर्म का हवाला देता है, तो जेल में उसके दाढ़ी-बाल नहीं काटे जाते हैं। जो हवलदार दाढ़ी बनवाता है, वह भी इसको समझता है।