भीषण गर्मी से जल्द मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने दिया दिल खुश कर देने वाला जानकारी ,जानें क्या होगा खास

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देश के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी और लू की मार झेल रहे लोगों के लिए मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि इस बार देश में मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून इस बार 20 मई के बाद कभी भी केरल में दस्तक दे देगा। देश में सामान्य तौर पर मानसून की शुरुआत केरल में 1 जून से होती है। मौसम विभाग ने मानसून के जल्द आगमन के संकेत लेटेस्ट विस्तारित रेंज पूर्वानुमान (ईआरएफ) से दिए हैं। इसे पुणे स्थित आईआईटीएम में विकसित मल्टी-मॉडल एक्सटेंडेड रेंज प्रेडिक्शन सिस्टम का उपयोग करके तैयार किया गया है।लू और भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग की ओर से दिल्ली-एनसीआर समेत समूचे भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है। इस बार केरल में मानसून 2022 (Monsoon 2022) जल्दी दस्तक दे सकता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर में भी समय से पहले मानसून के पहुंचने के आसार बन सकते हैं।

दरअसल, दक्षिण पश्चिम मानसून के 15 मई (रविवार) के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और निकटवर्ती दक्षिणपूर्वी खाड़ी में पहुंचने के आसार हैं। वहीं, इससे पहले आगामी पांच दिन के दौरान अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश संभावना जताई गई है। इसके अलावा, 14 से 16 मई के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना जताई गई है।

इसके अलावा, सामान्य रूप से केरल में मानसून का आगमन एक जून को होता है, लेकिन असानी चक्रवात के चलते पिछले दो दिन से केरल में भारी बारिश भी हो रही है। वहीं, समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, आगामी 26 मई के आसपास मानसून केरल में दस्तक दे सकता है।

इस लिहाज से माना जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में भी मानूसन जून के दूसरे सप्ताह में भी दस्तक दे सकता है, हालांकि दिल्ली में मानसून आने की तारीख 27 जून होती है। वहीं, इस बार मानसून दिल्ली-एनसीआर में जल्दी दस्तक दे दे तो कोई नई बात नहीं होगी।

बता दें कि वर्ष 2021 में भी मानसून ने कुछ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी, लेकिन इसके बाद धीमा पड़ गया। इतना ही नहीं 15 जुलाई के बाद बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था।

मानसून की शुरुआत 20 मई के बाद कभी भी

आईआईटीएम के एक टॉप एक्सपर्ट  ने मीडिया  रेपोर्ट्स मे कहा है “मई 5 से एक जून की चार सप्ताह की विस्तारित अवधि के पूर्वानुमान के अनुसार, केरल में मानसून की शुरुआत 20 मई के बाद कभी भी हो सकती है”। पिछले ईआरएफ में भी 19-25 मई की अवधि थी। यह 28 अप्रैल को जारी किया गया था। एक्सपर्ट के अनुसार इस बार केरल में वर्षा गतिविधि में बढ़ोतरी होने के संकेत मिल रहे हैं। यदि अगले सप्ताह भी ईआरएफ 20 मई के बाद केरल में इसी तरह की स्थिति दिखाता है, तो यह कहा जा सकता है कि तटीय राज्य में मानसून की दस्तक समय से पहले हो सकती है।

स्काईमेट वेदर के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर आमतौर पर मानसून 26-27 जून तक पहुंचता है। लेकिन इस बार मई महीने के अंत तक बारिश हो सकती है। दरअसल, इसके साथ ही प्री-मानसून गतिविधियां होने लगेंगी। इसके बाद इस साल जुलाई में मानसून अपने पूरे जोर पर रहेगा। इस माह यह सामान्य या सामान्य से थोड़ा बेहतर रहने की संभावना है। यह दावा स्काईमेट वेदर की ओर से किया गया है।

बता दें कि वर्ष 2021 में भी मानसून ने कुछ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी, लेकिन इसके बाद धीमा पड़ गया। इतना ही नहीं 15 जुलाई के बाद बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था। स्काईमेट वेदर के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर आमतौर पर मानसून 26-27 जून तक पहुंचता है। लेकिन इस बार मई महीने के अंत तक बारिश हो सकती है।

चक्रवाती तूफान से मानसून के प्रवाह को मजबूती

एक्सपर्ट ने कहा कि एक चक्रवाती तूफान बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर बनने जा रहा है। इससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मानसून के प्रवाह को मजबूत करने में मदद मिलने की संभावना है। लेटेस्ट ईआरएफ के अनुसार, इस प्रणाली से तीसरे सप्ताह के आसपास मानसून के प्रवाह में बाधा आने की संभावना नहीं है क्योंकि तब तक यह पहले ही स्टीम खो चुका होगा।

आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर चक्रवाती तूफान का खतरा

दक्षिण अंडमान सागर पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और अगले सप्ताह की शुरुआत तक आंध्र प्रदेश-ओडिशा के समुद्र तट तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में मौसम प्रणाली के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार तक दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। यह रविवार शाम तक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।