चीन के पास एक से बढ़कर एक हथियार हैं!ताइवान से जारी संकट के बीच चीन ने अब तक के सबसे घातक ड्रोन FH-95 को लॉन्च किया है। यह ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में माहिर होने के साथ ही हथियारों से भी लैस है। इस ड्रोन के जरिए चीन न सिर्फ अपने दुश्मनों के रडार और कम्यूनिकेशन को जाम कर सकता है, बल्कि इनमें लगी मिसाइलों से उन्हें नष्ट भी कर सकता है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने बताया है कि एक अज्ञात हवाई अड्डे पर एयरोस्पेस टाइम्स फीहोंग टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन के बनाए एफएच-95 ड्रोन का सफल परीक्षण किया गया है। यह कंपनी चीन की सरकारी चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन के अंतर्गत काम करती है। चीन ने पिछले साल नवंबर में ही इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट से लैस लड़ाकू विमान जे-16 डी को लॉन्च किया था।
24 घंटे तक भर सकता है उड़ान
ग्लोबल टाइम्स ने FH-95 के स्पेसिफिकेशन पर बेहद सीमित जानकारी ही जारी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि एफएच-95 ड्रोन 250 किलोग्राम पेलोड ले जा सकता है। इस ड्रोन का फ्लाइट इंड्यूरेंस( हवा में मंडराने की क्षमता) 24 घंटे की है। जेंस डिफेंस पब्लिकेशन के अनुसार, यह ड्रोन सशस्त्र टोही मिशन को अंजाम दे सकता है। इसके अलावा इस ड्रोन को सीमा पर गश्त और समुद्री सीमाओं की निगरानी के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इतना ही नहीं, एफएच 95 ड्रोन को दूसरे ड्रोन के फॉर्मेशन में भी इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के लिए लगाया जा सकता है।
एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन के जनरल मैनेजरऔर शोधकर्ता चेन जियानगुओ ने ग्लोबल टाइम्स से कहा कि इस ड्रोन का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, निगरानी और प्रारंभिक चेतावनी के मिशन में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस ड्रोन को दुश्मन के इलाके में भी ऑपरेट किया जा सकता है। इतना ही नहीं, इसे लड़ाकू विमानों के साथ भी इंट्रीग्रेट कर मिशन को अंजाम दिया जा सकता है। ग्लोबल टाइम्स ने एक अज्ञात सैन्य विशेषज्ञ का हवाला देते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर ड्रोन युद्ध के स्वरूप को ही बदल सकता है। वर्तमान में सक्रिय अधिकांश ड्रोन टोही और हमले की भूमिका के लिए डिजाइन किए गए हैं, जबकि इसका काम दुश्मन के रडार को कम्यूनिकेशन को जाम करना है।
ग्लोल टाइम्स ने यह भी दावा किया है कि एफएच-95 ड्रोन को दुश्मन के एयर डिफेंस एरिया में घुसने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे एफएच-97 स्टील्थ ड्रोन और एफएच-92ए अटैक ड्रोन के साथ दुश्मन के इलाके में तबाही मचाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में ताइवान के साथ युद्ध के हालात में यह ड्रोन काफी बड़ी भूमिका निभा सकता है। चीन की तरफ से इस ड्रोन को लेकर कोई भी डिटेल जारी नहीं की गई है।
चीन का FH-95 ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में माहिर है। इलेक्ट्रॉनिक युद्ध ड्रोन नेटवर्क और अनमैंड कॉम्बेट सिस्टम किसी भी हाई टेक सेना को तबाह कर सकते हैं। यह ड्रोन वायरलेस कम्यूनिकेशन और रडार को बाधित करने में माहिर है। यह ड्रोन ताइवान और अमेरिका के यूएवी (ड्रोन), लड़ाकू विमानों, रडार, मिसाइलों और कम्यूनिकेशन को पल भर में ठप कर सकता है। यह सिस्टम इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम जैसे अत्याधुनिक खतरों को भी तुरंत पहचान लेता है। इतना ही नहीं यह सिस्टम रडार, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर, नेविगेशन और डेटा कम्यूनिकेशन सहित इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिस्टम के संचालन को प्रभावी ढंग से बाधित करता है।चीन का FH-95 ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में माहिर है। इलेक्ट्रॉनिक युद्ध ड्रोन नेटवर्क और अनमैंड कॉम्बेट सिस्टम किसी भी हाई टेक सेना को तबाह कर सकते हैं। यह ड्रोन वायरलेस कम्यूनिकेशन और रडार को बाधित करने में माहिर है। यह ड्रोन ताइवान और अमेरिका के यूएवी (ड्रोन), लड़ाकू विमानों, रडार, मिसाइलों और कम्यूनिकेशन को पल भर में ठप कर सकता है। यह सिस्टम इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम जैसे अत्याधुनिक खतरों को भी तुरंत पहचान लेता है। इतना ही नहीं यह सिस्टम रडार, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर, नेविगेशन और डेटा कम्यूनिकेशन सहित इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिस्टम के संचालन को प्रभावी ढंग से बाधित करता है।