वर्तमान में हनी ट्रैप की काफी घटनाएं सामने आ रही है! चाचा-भतीजे की शातिर जोड़ी के बारे में तो आपने अक्सर सुना होगा, लेकिन यहां चल रहा था चाचा-भतीजी की जोड़ी का डर्टी गेम। वो जब 19 साल की हुई तो उसके चाचा के दिमाग में एक शातिर प्लान ने जन्म लिया। उसने अपनी जवान होती भतीजी को हुस्न को पैसा कमाने का जरिया बनाया और शुरू किया हनी ट्रैपिंग का ऐसा खेल जिसमें उसने कई व्यापारियों को लूट डाला। ये कहानी है ‘एके 47’ के नाम से मशहूर भतीजी और पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात चाचा की जो था तो सिपाही ,लेकिन असल जिंदगी में था शातिर चोर। एके 47 भतीजी इसलिए क्योंकि इसकी एके- 47 को हाथ में लिए एक तस्वीर काफी वायरल हुई थी और तब से ये एके-47 वाली लड़की के नाम से मशहूर हो गई। वो करीब 20 साल के आसपास थी, लेकिन अपनी उम्र से वो कही ज्यादा चालाका। वो जल्द से जल्द अमीर बनना चाहती थी। मेहनत के दम पर नहीं अपने हुस्न के जादू से लोगों को अपने जाल में फंसाकर। चाचा रविन्द्र सिंह राजपूत पुलिस में सिपाही था, लेकिन पैसे के लालच ने उसे भी अंधा कर दिया था। ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में इस चाचा-भतीजी ने शुरू कर दिया लोगों को लूटने का काम। पुलिस में होने के बावजूद ये चाचा मौरंग का काम करता था। इसी काम में शातिर चाचा की मुलाकत मौरंग का ही काम करने वाले एक अमीर व्यापारी हरिशचन्द्र पांडेय से हुई। चाचा को लगा कि ये उनका अगल टारगेट हो सकता है।
शातिर चाचा रविन्द्र राजपूत ने मौरंग के इस व्यापारी से ढाई लाख रुपया उधार लिया हुआ था। जब व्यापारी ने अपना पैसा वापस मांगा तो हर बार की तरह इस चाचा ने अपनी भतीजी को व्यापारी के सामने ला दिया। अब बारी थी भतीजी की। भतीजी ने अपनी मीठी-मीठी बातों में व्यापारी को उलझाया और फिर किसी बहाने से होटल के कमरे में बुलाया। मौरंग का व्यापारी चाचा-भतीजी के जाल में पूरा फंस चुका था। वो होटल में पहुंचा तो इस 19 साल की खूबसूरत लड़की ने अपने जाल में फंसाने की पूरी कोशिश की।
मौरंग का व्यापारी अब तक अंजान था। उसे नहीं पता था कि होटल में बिताए उसके चंद पल उसके लिए एक बड़ी मुसीबत बनने वाले हैं। अब खेल का अगला पार्ट शुरू हुआ। इन चाचा भतीजी ने इस व्यापारी पर रेप का आरोप लगा डाला। दोनों ने व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज किया। इस एके 47 वाली भतीजी का खेल तो अभी शुरू हुआ था। व्यापारी जेल में गया तो इसने उस व्यापारी की पत्नी को धमकाना शुरू किया और मामले को सेटल करने के नाम पर 50 लाख की मांग की। ये खेल इनके लिए कुछ नया नहीं था। चाचा-भतीजी कई शहरों में पहले भी ऐसी ही साजिश करके पैसा ऐंठ चुके थे। अलग-अलग शहरों में इन्होंने कई लोगों को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर हनीट्रैप किया था, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस कहानी में ट्वीस्ट तब आया जब थोड़े दिन बाद व्यापारी जेल से बाहर आया। वो चाचा-भतीजे के खेल से वाकिफ तो हो ही चुका था,बस सबूत जुटाने बाकी थे।
इस व्यापारी ने इनके बारे में सारी जानकारी निकाली और उन लोगों से मिला जो इनके हनी ट्रैप के खेल का शिकार बन चुके थे। ये दोनों हिमाचल प्रदेश के हमीर पुर जिले के रहने वाले थे और इसके पहले अलग-अलग शहरों में कई व्यापारियों, बिल्डर्स और अधिकारियों को हनीट्रैप कर चुके थे। भोपाल के 2 रेलवे अधिकारी भी इस एक 47 नाम की हुस्न परी के जाल का शिकार हुए थे। इस लड़की का तरीका वहीं था पहले अपनी खूबसूरत फोटो भेजती और फिर मिलने के बहाने होटल में बुलाती और फिर रेप के आरोप लगाकर पैसे ऐंठती। दोनों रेलवे अधिकारियों के खिलाफ भी इसने रेप का मामला दर्ज करवाया था।
सारे सबूत जुटाने के बाद जेल से बाहर आए इस व्यापारी ने सबूत के साथ पुलिस में अपना केस दर्ज करवाया। इस व्यापारी पूरी कहानी पुलिस को बताई कि कैसे उसे जाल में फंसाकर होटल में बुलाया गया। हालांकि व्यापारी ने ये साफ किय कि वो होटल के रिसेप्शन से ही बाहर लौट आया, लेकिन बावजूद इसके लड़की ने उसे रेप के आरोपों में फंसाया। व्यापारी की शिकातय के बाद इस मामले में जांच की जा रही है। पुलिस में तैनात इस शातिर सिपाही को सेवा से बर्खास्त किया गया है और केस अदालत में चल रहा है।