बेहतर स्वास्थ्य के लिए मेटाबॉलिज्म को ठीक करना सबसे जरूरी होता है, आपने भी अक्सर कई तरह की बीमारियों के लिए मेटाबॉलिज्म की गड़बड़ी को प्रमुख कारण के रूप में सुना होगा। मेटाबॉलिज्म की दर का सामान्य रहना संपूर्ण शरीर की सेहत और शक्ति के लिए काफी आवश्यक माना जाता है। हम जो खाते-पीते हैं, उसको पचाकर ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया मेटाबॉलिज्म कहलाती है, ऐसे में इस प्रक्रिया में होने वाली किसी भी तरह की दिक्कत का असर पूरे शरीर पर पड़ सकता है।लंबे समय तक बनी रहने वाली इससे संबंधित समस्या कई प्रकार के रोगों का कारण भी बन सकती है, इसलिए सभी लोगों को मेटाबॉलिज्म को स्वस्थ बनाए रखने वाली आदतों पर ध्यान देना चहिए।वजन कम करने से लेकर डायबिटीज को कंट्रोल करने तक के लिए मेटाबॉलिज्म का ठीक रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। हम किस तरह की चीजों का सेवन करते हैं, साथ ही हमारी दिनचर्या कैसी है, इन सबका सीधा असर मेटाबॉलिज्म की सेहत का प्रभावित कर सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी को मेटाबॉलिज्म को स्वस्थ बनाए रखने वाली चीजें करने की सलाह देते हैं।
व्यायाम की बनाएं आदत
शरीर के मेटाबॉलिज्म को ठीक बनाए रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना बहुत आवश्यक माना जाता है। विशेषतौर पर एरोबिक व्यायाम मेटाबॉलिज्म की दर को बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। शरीर को सक्रिय रखने की आदत मेटाबॉलिज्म की दर को ठीक रखने में आपके लिए काफी मददगार हो सकती है। नियमित रूप से वॉकिंग-रनिंग के अभ्यास की आदत बनाएं।
कैलोरी प्रोसेस करने के लिए आपके शरीर को पानी की जरूरत होती है। ऐसे में यदि आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पी रहे हैं तो इसके कारण मेटाबॉलिज्म रेट कम हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन वयस्कों ने एक दिन में आठ या अधिक गिलास पानी पिया, अन्य लोगों की तुलना में इनमें कैलोरी बर्न अच्छी तरह से हुआ। मेटाबॉलिज्म की दर को बेहतर बनाए रखने के लिए पानी की मात्रा का विशेष ध्यान रखें।
भोजन के बीच में होने वाला बड़ा अंतराल भी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है। इसलिए सभी लोगों को हर 3 से 4 घंटे में थोड़ी मात्रा में स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। भोजन के बीच में गैप होने से सेहत पर नकारात्मक रूप से असर हो सकता है, विशेषकर जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या रहती है, ऐसे लोगों के लिए यह बड़ी समस्याओं का भी कारण बन सकती है।
शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा के लिए तमाम प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक शरीर की बेहतर सेहत के लिए आहार में प्रोटीन वाली चीजों को शामिल करना बहुत आवश्यक माना जाता है। संतुलित आहार के हिस्से के रूप में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे मछली, मांस, चिकन, नट्स, बीन्स, अंडे और कम फैट वाले डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करें।
अपका शरीर लगातार कैलोरी बर्न करता है, यहाँ तक कि जब आप कुछ भी नहीं कर रहे हैं तब भी। पेशी का हर पाउंड खुद को बनाए रखने के लिए 6 कैलोरी एक दिन का उपयोग करता है, जबकि वसा का एक पाउंड प्रतिदिन केवल 2 कैलोरी बर्न करता है। जिनके शरीर में मसल्स ज्यादा होंगी उनका मेटाबॉलिक रेट भी ज्यादा होगा। इसलिए फैट को कम करने और मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और डेली वर्कआउट करना जरुरी है।
एरोबिक एक्सरसाइज से मसल्स का निर्माण नहीं हो सकता है, लेकिन यह कसरत के बाद आपके मेटाबॉलिक रेट में वृद्धि करता है। मेटाबॉलिक रेट में बढ़ोत्तरी के लिए हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करना ज्यादा फायदेमंद है। आपके लिए रोज जॉगिंग करना भी अच्छा रहेगा।
आपके शरीर में कैलोरी की प्रक्रिया के लिए पानी की जरूरत होती है। शरीर में पानी की कमी के कारण आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है। वयस्कों पर किये गये एक अध्ययन के मुताबिक जो दिन में आठ और इससे ज्यादा गिलास पानी पीते हैं वे दिन भर में 4 गिलास पानी पीने वालों से अधिक कैलोरी बर्न करते हैं। हाइड्रेटेड रहने के लिए, भोजन और नाश्ता करने से पहले पानी पियें। इसके अलावा, ताजे फल और सब्जियों, जिनमें स्वाभाविक रुप से पानी की मात्रा हो उनका सेवन करें।
एनर्जी ड्रिंक्स में शामिल कुछ सामग्री आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दे सकती है। इसमें शामिल कैफीन से शरीर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे आपका शरीर उपयोग करता है। इसमें शामिल तौरिन आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और फैट को जलाने में मदद करता है। लेकिन इनका ज्यादा उपयोग हाई ब्लड प्रेशर, तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।