देश में बढ़ती महँगाई के बीच टमाटर के भाव बढ़ने की ख़बर आयी है ऐसे में आम आदमी जाए तो कहा जाए ? आम आदमी बढ़ती महँगाई से तो परेशान है ही साथ ही अब सब्ज़ी–फल सब धीरे-धीरे महँगे हो रहे हैं. दरअसल महँगाई की मार ऐसी पड़ी है कि लोगों की कमाई नहीं बढ़ रही है और महँगाई आसमान छू रही है. टमाटर के भाव बढ़ने से लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है जिसे देखो बढ़ती महँगाई के बारे में बात करते हुए नज़र आ रहे हैं कि आख़िर महँगाई कब तक बढ़ती रहेगी? रिटेल मार्केट में टमाटर की क़ीमत 300 रुपये प्रति किलो ग्राम पहुँच गई है लेकिन आज हम आपको एक ज़रूरी जानकारी देने वाले हैं अगर आप भी सस्ते में लाल-लाल टमाटर ख़रीदना चाहते हैं तो दिल्ली (Delhi) और एनसीआर (NCR) ज़रूर जाएं यहाँ शुक्रवार के दिन से टमाटर सस्ते में बेची जा रही है सिर्फ़ 90 रुपये प्रति किलो की क़ीमत पर.
क़रीब डेढ़ महीने से ज़्यादा हो गया है टमाटर की क़ीमत बढ़ती ही जा रही है लोगों ने टमाटर का सेवन करना उसकी क़ीमतों के कारण कम कर दिया था परंतु ऐसा कैसे मुमकिन हो सकता है और ऐसा कितने दिनों तक हो सकता है कि लोग टमाटर का सेवन न करें. टमाटर हर सब्ज़ी हर खाने में काम आता है बिना टमाटर के खाना खाना नहीं लगता अगर हम किसी चीज़ में टमाटर का उपयोग न करें तो खाने में और स्वाद में कुछ कमी सी लगती है. इन्हीं सब चीज़ों को मद्देनज़र रखते हुए सरकार द्वारा एक प्लान बनाया गया जिससे लोगों को बढ़ती महँगाई से थोड़ा राहत मिल पाए. कंज़्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री द्वारा एक प्लान तैयार किया गया है जिससे की क़ीमतों में कमी लाया जा सके और सभी लोग इसे ख़रीद पाए. बीते बुधवार को इस विषय पर Nafed और NCCF के लिए निर्देश जारी किए गए हैं. इस प्लान के तहत मंत्रालय ने दूसरे राज्य से टमाटर ख़रीदे गए हैं और दिल्ली एनसीआर (NCR)में सस्ते दाम पर बेचने का निर्देश दिया है. आपको बता दें यह टमाटर कर्नाटका, महाराष्ट्र और आँध्र प्रदेश से ख़रीदा गया है.
जैसा कि आप सभी जानते हैं मंडियों में फल और सब्ज़ी के दाम बाक़ी बाज़ारों से कम में मिलते हैं लेकिन इस बार मंडियों में भी दाम आसमान छू रहे हैं. NCCF के कारण कुछ क्षेत्रों में मोबाइल वैन और रिटेल आउटलेट के ज़रिए सस्ते में टमाटर उपलब्ध हैं लेकिन मंडियों में इसका भाव 160 रुपये प्रति किलोग्राम से 200 रुपये प्रति किलोग्राम बना हुआ है. उतरी भारत में लगातार हो रही भारी बारिश से जहां लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, तो वही मंडियों में सब्जियों के दाम में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है. मानो सभी संकट एक ही समय आ गया हो. जहां एक तरफ घर में खाना बनाने के लिए सब्जियां खरीदने के लिए लोग जैसे–तैसे बाहर जा रहे हैं, तो बढ़ते दाम लोगों की जेब में बड़ा असर डाल रहे हैं. वहीं चंडीगढ़ में टमाटर की क़ीमत की बात करें तो चंडीगढ़ में टमाटर के रेट 300 रुपये प्रति किलो के पार पहुँच गया है.
आजतक की टीम ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में जब स्थानीय लोगों से बात की, तो उनसे बात कर यह पता चला की यहाँ पर टमाटर का भाव 200 रुपये प्रति किलो हो गया है. स्थानीय लोगों ने कहा कि अब सब्जियों में तड़का नहीं लग रहा, क्योंकि टमाटर के रेट आसमान पर पहुंच चुके हैं और बिना टमाटर के ही सब्जियां बनानी पड़ रही हैं जो कि बे–स्वाद लग रही हैं. टमाटर के बिना हर खानाफीका है. ऐसा नहीं है कि कीमतों में आए उछाल के चलते केवल सब्जी खरीदने वाले ग्राहक ही परेशान हैं, बल्कि इन्हें बेचने वाले सब्जी विक्रेता भी आसमान छूती महंगाई के कारण कम बिक्री से परेशान हैं. उनका कहना है कि सब्जियों की बिक्री पहले के मुकाबले आधे से भी कम रह गई है. जिसने उन्हें भी काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी हालात बिन मौसम बारिश होने के कारण पैदा हुई है संभावना जताया जा रहा है कि इस स्थिति को सँभालना थोड़ा मुश्किल होगा. कई बड़े फ़ास्ट फ़ूड तो अपने प्रोडक्ट में टमाटर को शामिल नहीं कर रहे हैं क्योंकि टमाटर का दाम बढ़ गया है जिससे उनका मुनाफ़ा होने के बदले नुक़सान हो सकता है.