उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार 5 जुलाई को 100 दिन पूरे किए इस पर योगी ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक सभी से खूब काम लिया। योगी सरकार ने पिछले 100 दिनों कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
यूपी में पहली कैबिनेट में मुफ्त राशन के फैसले के बाद अब प्रदेश में निवेश लाने के लिए पहला ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया। इसमें देश ही नहीं दुनिया के कई नामी उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया था।अब जब सरकार ने अपने 100 दिन पूरे किए तो योगी सरकार अपनी इन्हीं उपलब्धियों को बता रही है। और इसपर उन्होंने एक नारा भी दिया ” जो कहा सो किया” जिसे खुद सीएम ने लोगों के सामने रखा।
100 दिन पूरे होने के लिए पहले की गई थी तैयारी।
सरकार ने 100 दिन पूरे होने से पहले विभागों को समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इससे पहले सरकार बनते ही सभी विभागों के लिए 100 दिन, 6 महीने, 1 साल, 2 साल और 5 साल की कार्ययोजना तय की गई थी। इसकी समीक्षा बैठक खुद सीएम ने की थी। इसके तहत 100 दिनों का लक्ष्य 30 जून तक हर हाल में पूरा करना का निर्देश जारी किया गया था।
इसके साथ ही सीएम ने सभी मंत्री और जनप्रतिनिधि जनता के बीच होने के लिए कहा था। योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि सरकार के सभी संकल्पों के क्रम में अब तक की गई कार्रवाई की प्रगति से जनता को अवगत कराना होगा और पंक्ति में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को इसका लाभ देना होगा ताकि लोगो का सरकार पर भरोसा और मजबूत किया जा सके।
प्रथम 100 दिन पूरे होने के अवसर पर विभागीय मंत्रियों द्वारा उनकी उपलब्धियों का विवरण जनता के सामने प्रस्तुत किया जाएगा उसके लिए पहले ही योजना बना ली गई थी। 100 दिनों की प्रगति रिपोर्ट के साथ-साथ अगले 06 माह के लक्ष्य की भी जानकारी सीएम को मंत्रियो तथा विभाग अध्यक्षों द्वारा दी गई। यह जिम्मेदारी सभी संभागों के प्रभारी मंत्रियों को सौंपी गई थी।
आईए जानते हैं क्या है? योगी आदित्यनाथ सरकार 100 दिन के लक्ष्य और उपलब्धियां।
कृषि उत्पादन क्षेत्र
योगी सरकार ने बाढ़ सुरक्षा संबंधी सभी कार्य 15 जून से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा है। और इसके साथ ही पुराने तटबंधों की समय से मरम्मत की जानी है।
वही पीएम किसान योजना में बैमैल नामो की जो समस्या है उसे एक अभियान चलाकर डाटा करेक्शन किया गया। अपात्रों से भी वसूली की जाए। और वही abr 31 मई तक किसानों का ई-केवाईसी पूरा हो गया था।
सरकार ने किसानों को 14 दिनों के भीतर गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए प्रतिबद्धता को दिखाया। इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास किए गए।
इसी कड़ी में राज्य को गोरक्षा से स्वावलंबी बनाने के लिए अगले 100 दिनों में गौ अभयारण्य स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया था। साथ ही 50,000 बेसहारा गायों को पंचायती राज और शहरी विकास से समन्वयित किया।
बुनियादी ढांचा,औद्योगिक विकास और बिजली पर क्या है?सरकार की आगे की योजना।
योगी सरकार जिस क्षेत्र को लेकर सबसे ज्यादा अपनी पीठ थपथपा थी नज़र आती है वो बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास और बिजली है। योगी सरकार ने बिजली लाइनों के निर्माण में लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया गया। बिजली आपूर्ति को मजबूत करने में बड़ा योगदान देने के लिए अगले सौ दिनों में 4126 एमवीए क्षमता के सात नए सब-स्टेशन बनाए जाएंगे।
सड़कों के निर्माण एवं रख-रखाव के लिए जिम्मेदार जिम्मेदार संगठन तथा समय से पहले टूटने वाली सड़कों को तत्काल सुदृढ़ किया जाए। आगरा, कानपुर और गोरखपुर में फ्लैट कारखानों के निर्माण की प्रक्रिया 100 दिनों में शुरू हुई।
औद्योगिक अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में अधिक सुनियोजित रूप देने के लिए 100 दिनों के भीतर अटल औद्योगिक अवसंरचना मिशन शुरू करने की तैयारी। 100 दिनों के भीतर राज्य में आयोजित तीसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह 75000 करोड़ का निवेश।
अगले दो साल में गोरखपुर में गारमेंट और प्लास्टिक पार्क शुरू करने की तैयारी की गई। येडा में टॉय पार्क का ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह अगले 100 दिनों के भीतर किया गया।
वही एक्सप्रेस-वे राज्य के रूप में यूपी को मिली नई पहचान, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिजवे को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी की गई है।इसी कड़ी में बलिया लिंक एक्सप्रेसवे के लिए एनएचएआई के साथ एमओयू की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने का लक्ष्य को आने वाले दिनों में पूरा कर लिया जायेगा।
सरकार की ओर से बताया गया की आने वाले तीन महीनों में एक बड़ा ऋण मेला आयोजित किया गया, जिसमें बैंकों के माध्यम से न्यूनतम 01 लाख उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य 30 जून तक संपन्न कर लिया जायेगा।
इसी के साथ योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में दंगा मुक्त प्रदेश। और भय मुक्त प्रदेश की भी बात को दोहराया। साथी अन्य उपलब्धियों को बताते हुए विपक्ष को भी आड़े हाथ लिया। और हाल ही में हुए उपचुनाव की जीत को बताते हुए विपक्ष को आराम की मुद्रा में रहने को कहा।