नई दिल्ली :विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार यूक्रेन को दवाइयां व दूसरे मदद भेजेगी। लेकिन इसके बारे में उन्होंने वस्तार से जानकारी नहीं दी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को सुबह हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के साथ सीमा साझा करने वाले चार देशों में विशेष दूत तैनात करने का फैसला किया गया है। यह भी बताया कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी हंगरी और एमओएस वीके सिंह पोलैंड जाएंगे और निकासी प्रक्रिया का समन्वय और निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और उड़ानें भारतीय नागरिकों को वापस लाएंगी। निकासी प्रक्रिया की निगरानी और बेहतर समन्वय के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे। वहीं, किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य, हरदीप पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड जाएंगे। सिंधिया मोलडोवा में भी निकासी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। मोलडोवा के रास्ते एक नया रास्ता तैयार किया गया है। यहां से रोमानिया के जरिए निकलने में मदद की जाएगी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, सरकार द्वारा पहली बार एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद से अब तक करीब 8,000 भारतीय नागरिक युद्ध प्रभावित यूक्रेन छोड़ चुके हैं. वहीं ऑपरेशन गंगा के तहत 6 फ्लाइट्स के जरिए यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए जारी भारतीय मिशन के जरिए 1,400 नागरिकों को वापस लाया जा चुका है. वहीं भारतीय छात्रों को लेकर अरिंदम बागची ने कहा कि वे सब वहां समन्वय और निकासी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे…. हम सभी भारतीय नागरिक और छात्रों से आग्रह करते हैं कि आप पश्चिमी यूक्रेन की तरफ जाएं. आप वहां पर सीधे बॉर्डर की तरफ ना जाएं.
बॉर्डर पर बहुत भीड़ है. हम अनुरोध करते हैं आप नजदीकी शहर में जाएं. आप वहां पर रुकें, हमारी टीमें वहां पर मदद करेंगी यूक्रेन को मानवीय राहत देने का फैसला कल शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया. इस बैठक के बाद केंद्र ने चार मंत्रियों को भारतीय नागरिकों की सुरक्षित स्वदेशी वापसी के लिए यूक्रेन भेजने का फैसला किया है यूक्रेन से दिल्ली लौटे एक छात्र ने कहा कि सरकार की ओर से पूरी व्यवस्था की गई थी। हमारे परिवार के लोग चिंतित थे, लेकिन हम सरकार को धन्यवाद देते हैं कि उसने सुरक्षित हमें बाहर निकालने का काम किया। हालात बेहद गंभीर हैं। स्टूडेंट ने कहा कि अब भी बड़ी संख्या में लोग वॉर जोन में फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जा रहे हैं, जबकि किरेन रिजिजू को स्लोवाकिया भेजा रहा है