भारत ने टी20 के बाद अब वनडे में भी अपनी अच्छी फॉर्म को बरकरार रखते हुए सीरीज के अंतिम मैच में इंग्लैंड को 5 विकेट से मात दी और सीरीज को 2-1 से जीत लिया। आखरी मैच के हीरो रहे ऋषभ और हार्दिक पंड्या ने अपना कमाल दिखाते हुए इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया। उनका साथ देते हुए भारतीय तेज गेंदबाज ने भी अपना जलवा बिखेरा। इंग्लैंड की टीम 45.5ओवर में महज 259 रन ही बना पाई। वही बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 5 विकेट गंवाए 260 रन का आसान सा टारगेट हासिल कर लिया। भारत की ओर से बल्लेबाजी करने उतरे रोहित शर्मा, कोहली और शिखर धवन ने कुछ खास नही किया पर इनके बाद आए ऋषभ पंत और हार्दिक ने टीम को संभाल लिया। और इंग्लैंड पर जीत दर्ज की। हार्दिक ने 71रन की पारी खेली, उनका साथ देते हुए ऋषभ पंत ने 125 रन बनाए। पंत ने अपनी पारी में 16 चौके और 2 छक्कों की मदद से भारत को जीत दिलाई। ये पंत का पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शतक था। यह बात गौरतलब है कि ऐसा दूसरी बार हुआ है कि भारत के किसी विकेटकीपर ने शतक बनाया और इंग्लैंड को 5 विकेट से हराया हो। वही खराब प्रदर्शन से गुजरती हुई इंग्लिश की टीम में कई बल्लेबाज ऐसे रहे जिन्होंने अपना खाता भी खुला। जार्ज बटलर ने टीम को संभालने की कोशिश की पर वह भी कामयाब ना हो सके। 60 रन के निजी स्कोर पर हार्दिक ने बटलर को जडेजा के हाथों कैच करवाकर वापस पवेलियन भेजा। वहीं छे नंबर पर बैटिंग करने आए मोईन अली ने टीम को कुछ आगे ले जाने का प्रयास किया पर जडेजा ने उन्हें भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया और महज 34 रन के स्कोर पर वह भी पवेलियन वापस भेज दिया। हालाकि मोईन ने उनकी टीम को थोड़ा सा सहारा लगा कर सम्मान जनक रन का आंकड़ा पार करवाया। और अपनी टीम का स्कोर 260 तक पहुंचाया।
क्या क्या रहा इस सीरीज में भारतीय पक्ष में।
बुमरा और रोहित ने रचा इतिहास।
5 चक्को के के दम पर रोहित शर्मा ने ढाई सौ छक्कों का आंकड़ा छू लिया ऐसा करने वाले वे भारत के पहले खिलाड़ी बने। तो वही बुमराह ने 6 विकेट लेकर एक कारनामा कर दिया और वह अनिल कुंबले के बाद ऐसा करने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज बने।
वही शुरुआती 10 ओवरों में 4 विकेट चटकाने वाले बुमराह भारत के तीसरे गेंदबाज बने जिन्होंने शुरुआती 10 ओवर में 4 विकेट चटकाए हैं। इससे पहले साल 2002 में किसी भारतीय ने यह कारनामा किया था। भूमरा से पहले श्रीनाथ और भुवनेश्वर कुमार यह कारनामा कर चुके हैं।
भारत के विरुद्ध इंग्लैंड का न्यूनतम स्कोर।
गौरतलब है कि इंग्लैंड ना केवल मैच हो रहा है बल्कि यह इंग्लैंड का भारत के पूर्व सबसे न्यूनतम इसको रहा है इससे पहले इंग्लैंड का न्यूनतम स्कोर 125 था जो साल 2006 में जयपुर में बनाया था,और उससे पहले इंग्लैंड ने 149 रन का स्कोर सिडनी में बनाया था। बता दें कि है इंग्लैंड का अब तक का सबसे कम स्कोर रहा है।
शुरूआती 10 ओवर में चटके 5 विकेट।
भारतीय टीम ने शुरुआती 10 ओवर में इंग्लैंड के 5 विकेट चटका कर एक कारनामों और कर दिया। इससे पहले भारत ने सन 2004 में यूएई खिलाफ खेलते हुए दांबुला में ऐसा कारनामा किया था।
भारत की 10 विकेट से सातवीं जीत।
भारत ने 1975 से शुरू किया गया अपना 10 विकेट का जीत का सिलसिला यहां 2022 में फिर एक बार दिखा दिया। भारत ने पहली बार 10 विकेट से जीत ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ साल 1975 में दर्ज की थी। श्रीलंका को साल 1984 में,वेस्टइंडीज को 1997 में दस विकेट हराया। बाद भारत ने जिंबाब्वे के खिलाफ 1998 में 10 विकेट से जीत दर्ज की। तो वही सफर जारी रखते हुए साल 2001 में वेस्टइंडीज को हराया और फिर वही साल 2006 में जिंबाब्वे को दोबारा 10 विकेट से हराकर भारत ने यह सफर जारी रखा और आज साल 2022 इंग्लैंड को 10 विकेट से हराया।
बुमरा का अब तक का इंग्लैंड के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन।
बुमराह ने पाकिस्तान के वकार यूनुस, वेस्टइंडीज के विसटन डेविस और ऑस्ट्रेलिया के गैरी की बराबरी करते हुए अपना नाम इंग्लैंड के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शामिल कर लिया। बुमराह ने महज 19 रन देकर 6 विकेट लिए और यह कारनामा किया।
रोहित और धवन ने नाम किया एक और नया रिकॉर्ड।
वही रोहित और धवन की शतकीय साझेदारी जमा कर। विराट और रोहित की शतकीय साझेदारी की बराबरी कर ली। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड भारत की सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के नाम इन दोनों ने मिलकर 26 शतकीय साझेदारी की है। तो वहीं इसके बाद दुसरी भारतीय साझेदारी में विराट और रोहित का नंबर आता है कल नाबाद 110 रन की पारी खेलते हुए भारतीय टीम ने रोहित शर्मा और शिखर धवन ने मिलकर रोहित और विराट की अट्ठारह शतकीय साझेदारी की बराबरी कर ली। इस मैच को जीतने के बाद भारत की वनडे रैंकिंग में भी सुधार हो गया है इस मैच को जीतते ही भारत पाकिस्तान को पीछे छोड़ते हुए अब वनडे रैंकिंग में तीसरे पायदान पर आ चुका है।