चीन डिजिटल षड्यंत्र कर रहा है! फेसबुक पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सोशल साइट है। हर कोई फेसबुक का इस्तेमाल करता है। यही हाल यूट्यूब का भी है। हर कोई फेसबुक और यूट्यूब पर अकाउंट बनाकर बैठा हुआ है और हमारे देश में तो इस्तेमाल करने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। एक डॉटा के मुताबिक देश के करीब साढ़े 26 करोड़ लोग यूट्यूब का इस्तेमाल करते हैं जबकी फेसबुक पर 300 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं। बस सोशल साइट इन्हीं डाटा को चीन ने निकाल कर चली है भारत को कमजोर करने की बड़ी चाल। कैसे वो देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहता है? कैसे यूट्यूब लाइक करने के नाम चीन कर रहा है देश को कंगाल?अगर आप भी फेसबुक या फिर यूट्यूब इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है। यूट्यूब चैनल को लाइक करने के लिए दिए जा रहे हैं 50 रुपये। ये दावा किया जा रहा है कि जितने लाइक करेंगे उतने पैसे मिलेंगे। फेसबुक और यूट्यूब पर जमकर इनका प्रचार हो रहा है और लोग इस जाल में फंसते जा रहे हैं। पहले तो लाइक करने के नाम पर पैसे दे दिए जाते हैं। लोगों को लगता है कि इससे फायदा है, लेकिन उसके बाद लगता है लाखों का चूना।
मुंबई के एक महिला के साथ ऐसा ही हुआ। उसे एक वेबाइट ने यूट्यबू चैनल लाइक करने काम मिला। उसे बताया गया हर लाइक पर 50 रुपये उसे मिल जाएंगे। कुछ दिनों तक वो अलग-अलग बताए गए अलग चैनल को लाइक करती गई और उसके अकाउंट में कुछ पैसा भी आया। उसके बाद महिला को एक हजार रुपये देने को कहा गया ताकि अपने इस काम को वो और बढ़ा सके। महिला ने एक हजार रुपये दे दिए। कुछ दिन तक उन्होंने फिर कुछ और कमाई की, लेकिन इसी बीच महिला के अकाउंट से 10 लाख रुपये साफ हो गए। कमाई हुई कुछ हजार रुपये की और बैंक से निकल गए लाखों।
महिला ने पुलिस में शिकायत की तो सामने आया एक बड़ा जाल। पता चला कि जो वेबसाइट इस तरह के काम में लगी हुईं हैं उनका सीधा कनेक्शन चीन से है।कुछ दिनों तक वो अलग-अलग बताए गए अलग चैनल को लाइक करती गई और उसके अकाउंट में कुछ पैसा भी आया। उसके बाद महिला को एक हजार रुपये देने को कहा गया ताकि अपने इस काम को वो और बढ़ा सके। महिला ने एक हजार रुपये दे दिए। कुछ दिन तक उन्होंने फिर कुछ और कमाई की, लेकिन इसी बीच महिला के अकाउंट से 10 लाख रुपये साफ हो गए।कुछ दिनों तक वो अलग-अलग बताए गए अलग चैनल को लाइक करती गई और उसके अकाउंट में कुछ पैसा भी आया। उसके बाद महिला को एक हजार रुपये देने को कहा गया ताकि अपने इस काम को वो और बढ़ा सके। महिला ने एक हजार रुपये दे दिए। कुछ दिन तक उन्होंने फिर कुछ और कमाई की, लेकिन इसी बीच महिला के अकाउंट से 10 लाख रुपये साफ हो गए। कमाई हुई कुछ हजार रुपये की और बैंक से निकल गए लाखों। कमाई हुई कुछ हजार रुपये की और बैंक से निकल गए लाखों। ऐसी साइट्स का सर्वर चीन में है। इस तरह के काम में एक दो नहीं बल्कि कई वेबसाइट्स लगी हुई हैं। इनके फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और व्हाट्सऐप अकाउंट के लिंक चीन से जुड़े हुए हैं। वही से इन साइट्स को फंड किया जाता है ताकि ये देश में लोगों के साथ साइबर फ्रॉड कर सकें।
ये कंपनी जानबूझकर लोगों को लालच देती हैं। फेसबुक और सोशल साइट्स के माध्यम से अपना प्रचार करती है और फिर जब लोग इनके जाल में फंस जाते हैं तो धीरे-धीरे उनका अकाउंट खाली कर दिया जाता है।कुछ दिनों तक वो अलग-अलग बताए गए अलग चैनल को लाइक करती गई और उसके अकाउंट में कुछ पैसा भी आया। उसके बाद महिला को एक हजार रुपये देने को कहा गया ताकि अपने इस काम को वो और बढ़ा सके। महिला ने एक हजार रुपये दे दिए। कुछ दिन तक उन्होंने फिर कुछ और कमाई की, लेकिन इसी बीच महिला के अकाउंट से 10 लाख रुपये साफ हो गए। कमाई हुई कुछ हजार रुपये की और बैंक से निकल गए लाखों। लोगों को लगता है कि यूट्यूब को लाइक करना तो बेहद आसान काम है। इतना ही नहीं लोग अपने दूसरे साथियों को भी इस बारे में बताते हैं और एक-एक कर कई लोग इस चक्कर में फंस जाते हैं।