वर्तमान में नशा लाखों लोगों की जिंदगी बर्बाद करता जा रहा है! रात के अंधेरे में वो महिला अकेली घूम रही थी। वो लोगों से शराब और खाना मांग रही। उसे देखकर ये साफ था कि उसे नशे की लत है। शराब के ठेके के पास उसकी जान पहचान एक शख्स से हुई। उस शख्स ने उसे शराब और खाना देने की बात कही। वो उसे पास ही एक टीन के शेड में ले गया। वहां दोनों ने शराब पी और खाना भी खाया। इसके बाद ये लड़का लड़की के साथ बदतमीजी करने लगा। इस लड़की का रेप किया। जब लड़की विरोध-करने लगी, चीखने चिल्लाने लगी तो इसने हमेशा के लिए उसका मुंह बंद कर दिया और उसकी लाश को घसीटकर एक कूड़ेदान में फेंक दिया। ये घटना देहरादून में घटी। नशे की लत ने इस महिला की जान ले ली। अगले दिन कूड़ेदान में पुलिस को इस महिला की लाश मिली। जांच शुरू हुई तो पता चला कि जिसने हत्या की थी वो एक सफाई कर्मचारी था। इस महिला की नशे की लत ने इसकी जिंदगी हमेशा के लिए खत्म कर दी। इस घटना ने सालों पहले की एक मशहूर मॉडल की याद दिला दी।
गीतांजलि नागपाल, जो कभी रैंप पर अपने जलवे बिखेरती थी वो नशे की वजह से सड़कों पर भीख मांगती नजर आई। नब्बे की दशक की एक बेहद मशहूर और खूबसूरत मॉडल। हरियाणा के हिसार की रहने वाली गीतांजलि जितनी खूबसूरत थी उतनी ही इंटेलिजेंट भी। पिता नेवल ऑफिसर थे और मां हाउस वाइफ। दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद गीतांजलि ने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया। वो बेहद खूबसूरत थी तो मॉडलिंग में भी अपनी किस्मत आजमा ली और वहां भी सुपरहिट रही। सुष्मिता सेन के साथ भी रैंप वॉक किया। बहुत जल्दी वो अपनी करियर में अच्छे मुकाम पर पहुंच गई।
इसके बाद गीतांजलि ने एक जर्मन लड़के से शादी की, लेकिन कुछ ही सालों में ये शादी टूट गई। इसके बाद वो गोवा चली गई। गोवा में एक ब्रिटिश लड़के साथ गीतांजलि की जानपहचान हुई। दोनों साथ रहने लगे। बाद ये दोनों दिल्ली में आ गए। इस बीच गीतांजलि को ड्रग्स की लत लग चुकी थी। उसका करियर खत्म होने लगा। वो ड्रग्स के नशे में डूबी रहती थी। धीरे-धीरे इंडस्ट्री से गीतांजलि का नाम गायब होने लगा।
साल 2007 में गीतांजलि की एक बेहद अजीब सी फोटो सामने आई। वो दिल्ली की सड़कों पर फटे पुराने कपड़ों में भीख मांग रही थी। इस फोटो को देखकर हर कोई हैरान रह गया। कभी टॉप मॉडल रही गीतांजलि अब अपना पेट भरने के लिए भीख के सहारे थी। नशे ने गीतांजलि को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। उसके पास सारे पैसे खत्म हो चुके थे। काम मिलना बंद हो गया था। पेट भरने के लिए दिल्ली में कई घरों में इस मॉडल नौकरानी का काम भी किया। चंद सालों में ये मॉडल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी थी। साल 2013 में गीतांजलि की मौत की खबर आई। नशे की लत ने एक म़ॉडल की जिंदगी खत्म कर दी थी।
आपको बता दें कि समाज एवं राष्ट्र के पुनर्निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। संरक्षण के अभाव में छोटी सी उम्र से ही नशा की लत में पड़ने से उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है। जिससे वे राष्ट्र निर्माण के वाहक न रहकर विध्वंस और अव्यवस्था के प्रतीक बन रहे हैं। शहरी क्षेत्र एवं प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों युवाओं की कौन कहे छोटे-छोटे बच्चे नशे की लत की चिता का विषय है। छोटे-छोटे बच्चे मादक पदार्थों के आदी होते जा रहे हैं। नशे की लत में फंस चुके युवक फोर्टविन का सूई लेते हैं। फोर्टविन की कीमत वैसे चार रुपये है परंतु नशे की लत में फंसे युवक उसे 100 से 150 रुपये में खरीदते हैं। फोर्टविन सूई बेचने की सूचना पर कई दवा दुकानों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ नगर थानाध्यक्ष एके शाहा ने छापेमारी की थी। तब दुकानदार किसी तरह बच गया था। वैसे विद्यालयों के सामने खुली पान-चाय की दुकानों पर उपलब्ध गुटखा, गांजा, भांग सहित नशीली वस्तुएं जहां इसे खुले आम बढ़ावा दे रही है। अध्यापकों के साथ अभिभावक उदासीन बने हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों बच्चे नशे के लिए एक नई तरकीब अपनाते देखे जा रहे हैं। वे नशे के लिए बाजार में सर्वथा उपलब्ध सनफिक्स बैंड फिक्स के धड़ल्ले से उपयोग करते देखे जा रहे हैं। कई बच्चे सनफिक्स के इस कदर आदी हो चुके हैं कि वे दिन भर में 5-6 पैक तक सनफिक्स को सूंघकर खत्म कर देते हैं। नशे के रूप में सनफिक्स व बोनफिक्स का प्रयोग कर रहे 20 वर्षीय युवक ने पूछने पर बताया कि इसे सूंघने से आनंद मिलता है।