क्या वीजा के नाम पर भी लूट रहा है जामताड़ा गैंग?

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वर्तमान में जामताड़ा गैंग वीजा के नाम पर भी लूट मचा रहा है! दिल्ली के दो परिवार सड़क पर आ चुके हैं। जनकपुरी में रहने वाले इन दोनों परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। वजह है ही इतनी बड़ी। ये लोग जामताड़ा गैंग के झांसे में आ गए और फिर अपनी खून पैसे की पूरी कमाई गंवा दी। 58 लाख रुपये की ठगी हो गई दिल्ली के दो परिवारों के साथ। दीपक कुमार अपने परिवार के साथ जनकपुरी में रहते है। ये लोग काफी समय से कनाडा में सेटल होने का प्लान कर रहे थे। कई लोगों से इनकी फोन पर बात हुई। इसी दौरान लाजपत नगर की एक ट्रैवल एजेंसी से ये लोग संपर्क में आए। यहां विनय और आकांक्षा इनके संपर्क में थे। कई महीनों तक इनकी इस एजेंसी में बात होती रही। इस एजेंसी ने कनाडा में बसने के सारे फायदे इन्हें बताए। ये भी बताया कि कनाडा में काम मिलना बेहद आसान है। इसके बाद दीपक जब इनसे पूरी तरह से संतुष्ट हो गए तो इन्होंने दीपक को सारे पेपर लाजपत नगर में इनके ऑफिस में जमा करने के लिए कहा।

इन्हें इस ट्रैवल एजेंसी ने पीआर यानी परमानेंट रेजीडेंसी वीजा देने की बात की और इसके लिए 5 लाख रुपये लिए गए। इसके अलावा दीपक कुमार को कनाडा में एक फर्म के साथ नौकरी भी दिलाने का वादा किया गया। इस नौकरी के लिए 20 लाख रुपये लिए गए। पेपर जमा हो चुके थे, पैसे भी दे दिए थे बस इस परिवार को इंतजार था अपने वीजा का। कुछ दिन बाद वीजा भी आ गया और जॉब लेटर भी। दीपक कुमार को लगा कि उनका सपना पूरा हो चुका है। दीपक कुमार को कनाडा के डेल्टा होटल के सीनियर फ्लोर मैनेजर की जॉब ऑफर हुई जबकि उनकी पत्नी को रिसेप्शनिस्ट की जॉब का ऑफर दिया गया। बस कुछ ही दिन बाकी थे जब इन्हें कनाडा जाना था, लेकिन इसी बीच इन्होंने इस ट्रैवल एजेंसी को फोन किया तो वहां का नंबर ही नहीं लगा। दीपक कुमार ने इनके ऑफिस जाकर चेक किया तो पता चला कि वहां ताला लगा हुआ है। न तो आकांक्षा का कोई पता था और न ही इसके साथी का।

दीपक को कुछ समझ नहीं आ रहा था। इन्होंने अपना वीजा और ऑफर लेटर को क्रॉस चेक किया तो पता चला कि दोनों ही फर्जी हैं। दीपक से 25 लाख रुपये लिए जा चुके थे। दिल्ली का ये परिवार दरअसल जामताड़ा के जाल में फंस चुका था। जामताड़ा के ये लोग इसी तरह एक और परिवार को भी 33 लाख का चूना लगा चुके थे। इन दोनों परिवारों ने अब साइबर क्राइम में इस धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। करीब डेढ़ साल ये जामताड़ा के ये लोग इनको झांसा दे रहे थे।

अब जान लीजिए किस तरह से ये गैंग दिल्ली में काम कर रहा है। दरअसल कनाडा का वीजा मिलना आसान होता है और इसी बात का फायदा उठाते हैं ये जामताड़ा वाले। ये लोगों को कनाडा के नाम पर लुभाते हैं। शुरुआत होती है फोन कॉल्स से या फिर ईमेल से। आप कभी अपने ईमेल को चेक कीजिए उसमें आपको कनाडा की ऑफर के लिए कई मेल दिख जाएंगी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी ये जामताड़ा वाले कनाडा भेजने का विज्ञापन देते रहते हैं।

जो लोग बाहर जाकर बसना चाहते हैं उन्हें कनाडा जाने का ऑप्शन आसान लगता है। एक बार इन्हें फोन किया तो इनके पास तमाम तरह की दलील और लुभावने वादे होते हैं जिनमें लोग फंसते चले जाते हैं। ये कनाडा जॉब ऑप्शन को लेकर लोगों को इतना ज्यादा खुश कर देते हैं कि लोगों को लगता है कि ये एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। कनाडा के डेल्टा होटल के सीनियर फ्लोर मैनेजर की जॉब ऑफर हुई जबकि उनकी पत्नी को रिसेप्शनिस्ट की जॉब का ऑफर दिया गया। बस कुछ ही दिन बाकी थे जब इन्हें कनाडा जाना था, लेकिन इसी बीच इन्होंने इस ट्रैवल एजेंसी को फोन किया तो वहां का नंबर ही नहीं लगा। दीपक कुमार ने इनके ऑफिस जाकर चेक किया तो पता चला कि वहां ताला लगा हुआ है। न तो आकांक्षा का कोई पता था और न ही इसके साथी का।इसके बाद ये पैसा ऐंठना शुरू करते हैं। कभी वीजा के नाम पर, कभी जॉब के, कभी एयर टिकट के। दिल्ली में जामताड़ा गैंग कई तरीके से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है और कनाडा वाला तरीका इनमें से एक है।