दिल्ली में ऑनलाइन फ्रॉड लगातार बढ़ता ही जा रहा है! जैसे-जैसे लोग डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर रहे हैं, वैसे-वैसे बढ़ रही है ऑनलाइन अपराधों की संख्या। कोविड के बाद दिल्ली में ऑनलाइन फ्रॉड के आंकड़ों में चौंकाने वाला इजाफा हुआ है। साल 2021 में दिल्ली पुलिस को डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड की 2483 शिकायतें मिली थीं, जबकि यही साल 2022 में बढ़कर 5294 हो गई हैं। यही इंटरनेट फ्रॉड के मामले में भी हुआ। साल 2021 में इंटरनेट फ्रॉड के 1347 मामले आए थे, जबकि साल 2022 में ये 3579 हो गए, यानी डबल से भी ज्यादा। दरअसल लोगों ने जब से पैसे के लिए डिजिटल का माध्यम का इस्तेमाल शुरू किया है साइबर क्रिमिनल्स ने उन्हें लूटने के भी कई नए तरीके शुरू कर दिए हैं।दरअसल लोगों ने जब से पैसे के लिए डिजिटल का माध्यम का इस्तेमाल शुरू किया है साइबर क्रिमिनल्स ने उन्हें लूटने के भी कई नए तरीके शुरू कर दिए हैं। डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके।डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके।
बैंक कस्टमर केयर ऑफिसर बनकर लोगों को फोन करनादरअसल लोगों ने जब से पैसे के लिए डिजिटल का माध्यम का इस्तेमाल शुरू किया है साइबर क्रिमिनल्स ने उन्हें लूटने के भी कई नए तरीके शुरू कर दिए हैं। डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके।डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके। और उनसे उनके डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड की डिटेल पूछना या फिर ओटीपी के बारे में जानकारी लेना
एटीएम मशीन में कार्ड को कॉपी करने के लिए चिप का इस्तेमाल करना। यानी कार्ड की क्लोनिंग करके बैंक से सारे पैसे निकाल लेना। मोबाइल सिम अपग्रेड करने का ऑप्शन देना और लोगों को अपने जाल में फंसाकर मोबाइल से लिंक अकाउंट को खाली करना। बैंक ऑफिशियल बनकर लोगों को फ्रॉड मेल करना और लिंक भेजना।दरअसल लोगों ने जब से पैसे के लिए डिजिटल का माध्यम का इस्तेमाल शुरू किया है साइबर क्रिमिनल्स ने उन्हें लूटने के भी कई नए तरीके शुरू कर दिए हैं। डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके।डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में तो धोखाधड़ी हो ही रही है साथ ही इंटरनेट के जरिए भी ऐसे ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। चलिए सबसे पहले जान लीजिए इनके लूट के सबसे कॉमन तरीके। लिंक पर क्लिक करके फॉर्म भरवाना और अकाउंट से जुड़ी जानकारी इकट्ठी करना। बैंक की डुप्लिकेट साइट्स बनाकर लोगों के डाटा चुराना और फिर ठगी करना, दिल्ली में ऑनलाइन फ्रॉड ज्यादातर इन्हीं कुछ तरीकों से किए गए हैं। अगर आप थोड़ी सी सावधानी रखें तो आप खुद को इन ठगों से बचा सकते हैं। अब जान लीजिए वो तरीके जो आपको ऑनलाइन फ्रॉड और कार्ड फ्रॉड से बचा सकते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के 7 उपाय इस प्रकार है कि किसी भी कीमत पर अपने बैंक अकाउंट, कार्ड नंबर और ओटीपी की डिटेल किसी को न दें।पब्लिक प्लेस में असुरक्षित वाईफाई के इस्तेमाल से बचें। अगर कोई आपके सिम अपग्रेड करने के लिए फोन करता है तो उसके झांसे में न आए और अपना सिम नंबर किसी को न दें।
इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं तो साइट ध्यान से खोलें। कई डुप्लिकेट साइट ठगों ने बनाई हुई हैं जो वैसे ही लगती है जैसे आपके बैंक की है। किसी टेली एग्जीक्यूटिव के कहने पर कोई ऐप इंस्टॉल न करें और अगर कर लिया है तो तुरंत उसे डिलीट कर दें। हमेशा टू फैक्टर चेकिंग ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें। यानी अपनी मेल और एसएसएस दोनों में ऑथेंटिकेशन कोड इस्तेमाल करें। अगर आपके साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड हो जाता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें क्योंकि जितनी जल्दी शिकायत दर्ज करवाते हैं उतने पैसे वापस मिलने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं।