यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या समाजवादी पार्टी को विपक्ष के INDIA गठबंधन से डर लगता है या नहीं! 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी यूपी में कांग्रेस से गठबंधन की सूरत में भी सीटों के बंटवारे पर सख्त रुख ही अपनाएगी। सपा नेतृत्व ने इसके संकेत दिए हैं। बुधवार को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पदाधिकारियों से साफ कहा कि सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनावी तैयारी पुख्ता रखें। गठबंधन की स्थिति में भी पार्टी 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी कार्यालय पर तीन घंटे से अधिक चली बैठक में अखिलेश ने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर पदाधिकारियों संग मंथन किया। सूत्रों के अनुसार कुछ पदाधिकारियों ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर चले घटनाक्रम व उसके बाद हुई आक्रामक बयानबाजी का भी जिक्र किया। एसपी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने को बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति और अन्य विषयों पर चर्चा के लिए यहां पार्टी राज्य मुख्यालय में सपा प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक हुई। उन्होंने बताया, ‘पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करें। इनमें से 65 सीटें समाजवादी पार्टी जीतनी चाहिए।’ इस सवाल पर कि क्या अखिलेश ने यह कहकर उत्तर प्रदेश की 65 सीटों पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं, चौधरी ने कहा, ‘हां, उन्होंने यही संकेत दिए हैं।’ चौधरी के मुताबिक, अखिलेश ने बैठक में कहा कि कोई भी गठबंधन एसपी के सहयोग के बिना उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं जीत सकता है इसलिए कार्यकर्ता प्रदेश की सभी 80 सीटों के लिए तैयारी करें। इस सवाल पर कि क्या बैठक में विपक्ष के दलों के गठबंधन ‘इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ इंडिया के बारे में भी कोई बात हुई, तो एसपी प्रवक्ता ने कहा की अखिलेश ने कहा है कि जब सीटों के बंटवारे पर बातचीत होगी तब देखा जाएगा।
उनकी राय थी कि कांग्रेस से गठबंधन करने में कोई फायदा नहीं है, क्योंकि, यूपी में फिलहाल उसकी जमीन नहीं है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस को गठबंधन में 105 सीटें दी थीं, लेकिन कांग्रेस महज 7 सीटें जीत पाई थी। उसके बाद भी सपा के भीतर सवाल उठे थे कि कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने का पार्टी को नुकसान हुआ। बैठक के बाद सपा प्रवक्ता फखरूल हसन चांद ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि सपा I.N.D.I.A का हिस्सा है। यूपी में सबसे बड़ा विपक्षी दल है।पदाधिकारियों ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर चले घटनाक्रम व उसके बाद हुई आक्रामक बयानबाजी का भी जिक्र किया। एसपी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने को बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति और अन्य विषयों पर चर्चा के लिए यहां पार्टी राज्य मुख्यालय में सपा प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक हुई। 2022 के चुनाव में सर्वाधिक वोट शेयर था। इसलिए, पार्टी 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी व 15 सीटें गठबंधन सहयोगियों को देगी। बैठक में रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से खासा नाराज हैं। बृहस्पतिवार को सीतापुर पहुंचे सपा मुखिया ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस अपने चिरकुट नेताओं से सपा के लिए बयानबाजी न करवाए। अखिलेश ने कांग्रेस को धोखेबाज बताते हुए कहा कि अगर उन्हें पता होता इंडिया गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है तो वह कांग्रेस से बात ही नहीं करते। शाहजहांपुर जाते समय वह सपा जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव के आवास पर पत्रकारों से मुखातिब थे।
अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपील है कि वह छोटे नेताओं से इस तरह की बयानबाजी न कराएं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की मीटिंग में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने रात-रात भर वार्ता की। मध्यप्रदेश में कहां, किस सीट पर सपा जीती, कहां नंबर दो पर रही यह आंकड़ा लेकर भरोसा दिया कि 6 सीटों पर विचार करेंगे। फिर सपा को एक भी सीट नहीं दी, इसलिए हमने वहां अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इंडिया गठबंधन पर कहा कि अगर यह सिर्फ लोकसभा में है, तो इस पर विचार किया जाएगा। कांग्रेस जैसा व्यवहार सपा के साथ करेगी, उनके साथ वैसा ही किया जाएगा। इस मौके पर विधायक अनिल वर्मा, एमएलसी जासमीर अंसारी, पूर्व विधायक अनूप गुप्ता आदि मौजूद थे।