सुकेश चंद्रशेखर ने न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि राजनीति को भी अपना शिकार बनाया है! दिल्ली की मंडोली जेल में बंद ‘महाठग’ सुकेश चंद्रशेखर ने सनसनीखेज दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुकेश ने कहा कि उसने जेल में बंद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ‘प्रोटेक्शन मनी’ दी। सुकेश का दावा है कि जैन को 10 करोड़ रुपये दिए गए। जैन मनी लॉन्ड्रिंग के केस में तिहाड़ जेल में बंद हैं। भाजपा की दिल्ली इकाई ने इस मीडिया रिपोर्ट के हवाले से आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं पर उगाही का आरोप लगाया है। खबर के अनुसार, सुकेश ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को चिट्ठी में कहा कि वह जैन को 2015 से जानता है। सुकेश का दावा है कि उसने AAP को 50 करोड़ रुपये दिए। बदले में उसे दक्षिण भारत में प्रमुख जिम्मेदारी देने का वादा किया गया था। सुकेश चंद्रशेखर इस वक्त 200 करोड़ रुपये की रंगदारी से जुड़े मामले में बंद है। महज 17 साल की उम्र में ठगी के आरोप में हथकड़ियां पहनने वाले सुकेश चंद्रशेखर की कहानी बड़ी दिलचस्प है। उसने नेताओं से लेकर बालिवुड सितारों तक को झांसा दिया है। कारों के शौकीन सुकेश चंद्रशेखर ने जैकलीन फर्नांडिस, नोरा फतेही जैसी कई अभिनेत्रियों पर करोड़ों रुपये लुटाए।
अगस्त 2007 में सुकेश चंद्रशेखर को पहली बार गिरफ्तार किया गया। तब उसकी उम्र महज 11 साल थी। उसने जेडी (एस) नेता और तत्कालीन सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे संग दोस्ती का दावा करके 76 साल के व्यक्ति को ठगा था। अपने शिकार से सुकेश ने कहा कि वह उसे बैंगलोर डिवेलपमेंट अथॉरिटी की कस्टडी में मौजूद प्लॉट दिलवा देगा। उस ठगी से मिले 1.14 करोड़ को उसने पार्टियों पर उड़ाया। पुलिस को BMW, Nissan, Toyota Corolla, Honda City, Honda Accord जैसी कारें मिलीं। 12 महंगी घड़ियां, छह मोबाइल जिनमें से एक की कीमत 3.40 लाख रुपये थी। साथ ही 50 इंच का एलसीडी टीवी, सोने के गहने और डिजाइनर कपड़े भी बरामद हुए।
अप्रैल 2011 में सुकेश एक बार फिर अरेस्ट हुआ। इस बार उसने तत्कालीन सीएम बीएस येदियुरप्पा का सेक्रेटरी बन दर्जनों कारोबारियों को ठगा था। तब सुकेश को पकड़ने वाली टीम को डी देवराज लीड कर रहे थे। बेंगलुरु के पूर्व डेप्युटी कमिश्नर रहे देवराज ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि ‘सुकेश चंद्रशेखर को हाई-एंड कारों और आलीशान जिंदगी से लगाव था, स्कूली दिनों से ही। सुकेश के पास से सीज की गई गाड़ियां आयकर विभाग की कर्नाटक विंग के दफ्तर में खड़ी हैं। यह गाड़ियां उस केस के बाद सीज की गईं, जिसने सुकेश को नैशनल लेवल पर पहचान दिलाई।
यह सुकेश चंद्रशेखर को ठग से महाठग बनाने वाला केस है। कथित रूप से उसने तिहाड़ जेल में बंद रहते हुए AIADMK के एक खेमे संग समझौता किया। इस खेमे को वीके शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनाकरण लीड कर रहे थे। सुकेश ने उन्हें यह भरोसा दिया कि वह चुनाव आयोग के अधिकारियों को झांसे में लेकर उन्हें चेन्नै के आरके नगर उपचुनाव से पहले पार्टी का ‘दो पत्तियों’ वाला चुनाव चिन्ह दिलवा देगा।उपचुनाव रद्द कर दिए गए और जांच सुकेश के दरवाजे तक जा पहुंची। उस वक्त तक सुकेश चंद्रशेखर को जेल की आदत हो चुकी थी। बार-बार गिरफ्तार होकर जमानत पर बाहर आ जाना उसका रूटीन बन चुका था। 2009 के उन्हीं दिनों में उसकी मुलाकात लीना मारिया पॉल से हुई। लीना न सिर्फ ठगी में सुकेश की साझेदार बनी, बल्कि जिंदगी में भी। सुकेश और लीना पति-पत्नी हैं।
सुकेश के पिता चंद्रशेखर और मां माला को भी 2007 और 2011 में धोखाधड़ी के मामलों मे अरेस्ट किया जा चुका है। 2012 में सुकेश चंद्रशेखर और लीना को कोच्चि छोड़ना पड़ा क्योंकि एक टेक्सटाइल ग्रुप ने उनपर केस कर दिया था। कथित रूप से इन दोनों ने फर्म से 20 लाख रुपये लिए और वादा किया कि प्रमोशन के लिए कैटरीना कैफ को बुलवाएंगे। 2013 में सुकेश को कोलकाता और लीना को दिल्ली से अरेस्ट किया गया। इस बार दोनों ने कर्नाटक सरकार के अधिकारी बनकर एक कारोबारी कपल और केनरा बैंक की शाखा से 19 करोड़ रुपये की ठगी की थी। सुकेश और लीना ने कपल को झांसा दिया कि अगर वे 19 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करें तो उन्हें पूरे कर्नाटक में सैनिटरी नैपकिंग बांटने के लिए 132 करोड़ रुपये का ठेका दिया जाएगा। उस कपल ने केनरा बैंक से कर्ज लेकर रकम ट्रांसफर कर दी। फ्रॉड का पता चलने से पहले दोनों ने अकाउंट से 12 करोड़ रुपये गायब कर दिए थे!
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुकेश चंद्रशेखर ने हाथ से लिखकर अपने वकील के जरिए एलजी वीके सक्सेना को लेटर भेजा है। इसमें लिखा है, ‘2017 में मेरी गिरफ्तारी के बाद मुझे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया और मिस्टर सत्येंद्र जैन कई बार मिलने आए, जिनके पास जेल मंत्री का पोर्टफोलियो था। 2019 में दोबारा जैन आए और उनके सेक्रेट्री ने मुझसे प्रोटेक्शन मनी के नाम पर हर महीने 2 करोड़ रुपये देने को कहा। इसके बदले में मुझे जेल के भीतर सुविधाएं देने की बात कही गई थी।’
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सीएम ने कहा कि एक महाठग की बातों को इतना तूल देने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि ‘मोरबी में परसों हादसा हुआ था। आज अचानक चैनल्स से मोरबी गायब हो गया और सुकेश चंद्रशेखर के आरोप चलने लगे।