क्या खत्म होने वाला है लॉरेंस बिश्नोई गैंग का आतंक?

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एक खबर के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का आतंक अब खत्म होने वाला है! लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ताकत पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा बढ़ गई है। न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी इस गैंग के कनेक्शन जुड़े हुए हैं और अब पुलिस ने इस गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। दो दिन पहले लॉरेंस बिश्नोई के भांजे और गैंग के खास सदस्य सचिन बिश्नोई को भारत लाया गया है। सचिन बिश्नोई की कुछ दिन पहले अजरबैजान में गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद इंटरपोल की मदद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम उसे भारत ले कर आई। इसके पहले 26 जुलाई को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ही एक और गैंगस्टर विक्रम बराड़ को यूएई से भारत लाया गया था। वो भी हत्या औऱ लूटपाट जैसे 11 मामलों में आरोपी है और यूएई में रहकर गैंग के लिए वसूली का काम कर रहा था। दरअसल केंद्र सरकार ने इसी साल अप्रैल में वॉन्टेड गैंगस्टर्स की एक लिस्ट तैयार की थी जिनमें 28 गैंगस्टर्स के नाम शामिल हैं। ये गैंगस्टर्स विदेशों में छुपे हुए हैं और अलग-अलग मामलों में इनके खिलाफ देश में एफआईआर दर्ज हैं। इन 28 गैंगस्टर्स में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के काफी गैंगस्टर्स हैं। खासकर वो जो सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस से जुड़े हुए हैं।

सचिन बिश्नोई और विक्रम बराड़ दोनों ही मूसेवाला मर्डर के आरोपी हैं। सचिन बिश्नोई सिंगर के मर्डर से कुछ दिन पहले ही फर्जी पासपोर्ट बनाकर बाकू फरार हो गया था, लेकिन इसके पहले वो मर्डर की पूरी प्लानिंग करके गया था। इन दोनों की विदेश से गिरफ्तारी के बाद अब बिश्नोई गैंग का जो तीसरा अहम नाम है वो गोल्डी बराड़। गोल्डी बराड़ ने ही मूसेवाला मर्डर के बाद ईमेल करके घटना की जिम्मेदारी ली थी। गोल्डी ने लिखा था कि उन्होंने अपनी भाई की मौत का बदला लिया है और बिश्नोई गैंग के बिहाफ पर वो इस कत्ल की जिम्मेदारी लेता है।

गोल्डी बराड़ भी पंजाब का रहने वाला है और स्टूडेंट वीजा पर ये कई सालों पहले कनाडा फरार हो गया था। दरअसल गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या हो गई थी और इस हत्या का बदला लेने के लिए वो लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया के संपर्क में आया था। अपने भाई के कातिल की हत्या करके वो स्टूडेंट वीजा पर कनाडा चला गया और फिर वहीं बिश्नोई गैंग के लिए काम करने लगा। विदेशों से अवैध हथियारों की सप्लाई करवाना, अमेरिका और कनाडा से गैंग के लिए फंड जुटाना, खालिस्तानी समर्थकों से संपर्क में रहना ये सारे काम गोल्डी बराड़ ही अंजाम दे रहा है।

गोल्डी बराड़ के अलावा एक और गैंगस्टर की पुलिस को तलाश है वो है अनमोल बिश्नोई। लॉरेंस बिश्नोई का कजिन अनमोल भी सिंगर मूसेवाला मर्डर केस का आरोपी है। माना जा रहा है कि वो भी कनाडा या अमेरिका में छुपा हुआ है। कुछ महीनों पहले उसका एक डांस करता हुआ वीडियो भी वायरल हुआ था। बताया जा रहा था कि वो वीडियो अमेरिका की एक डांस पार्टी का था। गोल्डी बराड़ के बाद अगला नंबर अनमोल बिश्नोई का ही हो सकता है।

आपको बता दें कि साल 2014 में पहली बार लॉरेंस बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था. मगर, मोहाली के पास से वह फरार होने में सफल रहा था. इसके बाद साल 2016 में लॉरेंस को गिरफ्तार हुआ था. लॉरेंस पर हत्या, हत्या की कोशिश, हमला, जबरन वसूली और डकैती सहित 50 से अधिक मामले दर्ज है. पहले राजस्थान की जेल में बंद लॉरेंस को दो साल पहले मकोका मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया. इसके बाद से वो जेल नंबर 8 में बंद था. वहीं, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिमांड पर है!

लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फाजिल्का अबोहर का रहने वाला है. पिता पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर काम कर चुके हैं और माता ग्रहणी हैं. लॉरेंस की पढ़ाई फजिल्का में हुई और कॉलेज की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ आकर उसने डीएवी कॉलेज में एडमिशन लिया. बस यही से ही उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा. उसने चुनाव लड़ने के लिए एक संगठन बनाया, जिसका नाम स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पंजाब यूनिवर्सिटी था. इसके बाद उसने छात्र संघ का चुनाव लड़ा और हार गया. हार से बौखलाए लारेंस ने एक पिस्तौल खरीदी चुनाव जीतने वाली पार्टी के पास गया. साल 2011 में लॉरेंस और चुनाव जीतने वाली टीम उदय ग्रुप से आमने-सामने आये. इस दौरान लॉरेंस ने फायरिंग कर दी और मामला पुलिस तक पहुंचा, जहां उस पर पहला केस दर्ज हुआ!  तो इस तरह शुरू हुआ लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कारनामा!