वर्तमान में लोन एप का जाल जिंदगी छीन रहा है! मैं न किसी से बात कर पा रहा हूं और न ही नजरें मिला पा रहा हूं. कोई नहीं समझ पा रहा कि आज मैं अपनी ही नजरों में गिर चुका हूं। नौकरी जाने की नौबत आ गई है। अपना और परिवार का भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है. किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा हूं। परिवार से कैसे नजर मिला पाऊंगा’… ये दर्द भरी लाइन लिखीं है भोपाल के एक शख्स ने जो अब इस दुनिया में नहीं है। सिर्फ 3 महीने में इस शख्स की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई और फिर दो दिन पहले इसने अपने परिवार के साथ मौत को गले लगा लिया। पति-पत्नी और दो प्यारे से बच्चे। हंसता खेलता एक परिवार जिसने तीन महीने पहले ये कल्पना भी नहीं की होगी कि तीन महीने बाद उनकी जिंदगी इस मोड़ पर आ जाएगी कि उन्हें सुसाइड करना पड़ेगा और वो भी एक ऐप की वजह से। एक ऐसा लोन ऐप जिसने इस परिवार को ही खत्म कर दिया। भोपाल के रहने वाले भूपेन्द्र विश्वकर्मा ने पहले अपने दो मासूम बच्चों जहर खिलाया और फिर पति-पत्नी दोनों ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। मरने से पहले भूपेन्द्र ने एक चार पन्नों का सुसाइड नोट लिखा। इस सुसाइड नोट से ही सामने आया इस लोन ऐपका खतरनाक जाल।
तीन महीने पहले यानी अप्रैल में भूपेंद्र के फोन पर एक व्हाट्सऐपमैसेज आया। इस मैसेज में उसे ऑनलाइन काम करने का ऑफर दिया गया। इसके बाद यही मैसेज दोबारा उसके पास टेलीग्राम ऐपपर भी आया। भूपेन्द्र को लगा कि अगर नौकरी के साथ-साथ अगर वो ऑनलाइन भी कुछ काम कर ले तो वो उसके परिवार के लिए अच्छा रहेगा। भूपेन्द्र ने इस कंपनी के बारे में भी चेक किया। ये कंपनी कोलंबिया बेस्ड थी। उसे लगा कि शायद उसकी मेहनत का उसे फायदा मिलेगा। अपनी नौकरी के बाद वो इस काम को ऑनलाइन वक्त देने लगा। उसने कुछ पैसे भी कमाए, लेकिन फिर उसके ऊपर इस कंपनी ने काम का लोड काफी ज्यादा बढ़ा दिया।
वो जितना पैसा वहां से कमा रहा था उसे वो उसी कंपनी में इनवेस्ट कर रहा था। उसे लालच दिया जा रहा था कि जितना पैसा लगाएंगे उतना कमाएंगे। वो धीरे-धीरे इस दलदल में फंसता चला गया।वो जितना पैसा वहां से कमा रहा था उसे वो उसी कंपनी में इनवेस्ट कर रहा था। उसे लालच दिया जा रहा था कि जितना पैसा लगाएंगे उतना कमाएंगे। वो धीरे-धीरे इस दलदल में फंसता चला गया। दिन बीते महीने बीते। कमाई तो कुछ नहीं हुई उल्टा उसके घर का पैसा भी उसने इसी कंपनी में लगा दिया। अब भूपेन्द्र पूरी तरह से कंगाल हो चुका था, लेकिन इस कंपनी का असली खेल अब शुरू हुआ था। इसके बाद इस कंपनी ने भूपेन्द्र को लोन ऑफर किया। बड़ी ही आसानी से भूपेन्द्र को लोन दे दिया गया।दिन बीते महीने बीते। कमाई तो कुछ नहीं हुई उल्टा उसके घर का पैसा भी उसने इसी कंपनी में लगा दिया। अब भूपेन्द्र पूरी तरह से कंगाल हो चुका था, लेकिन इस कंपनी का असली खेल अब शुरू हुआ था। इसके बाद इस कंपनी ने भूपेन्द्र को लोन ऑफर किया। बड़ी ही आसानी से भूपेन्द्र को लोन दे दिया गया।
कंपनी ने इस तरह का जाल फैलाया कि लोन का पैसा भी भूपेन्द्र ने इसी कंपनी में इनवेस्ट कर दिया। तीन महीने में इस शख्स पर भारी मात्रा में लोन चढ़ चुका था। कहा तो भूपेन्द्र ने ऑनलाइन के जरिए पैसा कमाने का सपना देखा था, कहां वो कर्ज के बोझ में दब चुका था। पहले तो भूपेंद्र की पत्नी को कुछ भी पता नहीं था, लेकिन जब पता चला तो तब तक काफी देर हो चुकी थी। भूपेन्द्र इस कंपनी के जाल में पूरी तरह से फंस चुका था। अब इस कंपनी की तरफ से उसे धमकी भरे फोन आने लगे थे। उसे पैसों के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा था। यहां तक उसके रिश्तेदारों तक उसकी अश्लील तस्वीरें भेजने की धमकी भी उसे दे दी गई थी।
सिर्फ 24 घंटे के अंदर ये लोन ऐप5 जान ले चुके हैं। ये एक बेहद खतरनाक जाल है जिसे जानबूझकर बुना जाता है। पहले ये ऑनलाइन टास्क देते हैं, फिर उस टास्क को पूरा करने के लिए लोन। उस लोन के पैसे को भी ये उसी कंपनी में इनवेस्ट करवा देते हैं। बाद में इंटरेस्ट के नाम पर लोन की राशि बढ़ाते जाते हैं और फिर शुरू होता है धमकियों को दौर। इनके पास मोबाइल के सारे लिंक पहुंच जाते हैं और ये लोग पर्सनल डाटा, पिक्चर वायरल करने की धमकियां देते हैं। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आए तो उसे पूरी तरह से इग्नोर करें और इस लोन ऐप के जाल में न फंसें।