वर्तमान में अब विश्व भी भारत का दमखम देख पा रहा है! पीएम मोदी के लक्षद्वीप जाने के बाद फोटो पोस्ट करना, लक्षद्वीप की सुंदरता की देशभर में चर्चा शुरू होने के बाद मामला मालदीव तक पहुंचा। मालदीव को ऐसी मिर्ची लगी कि उसके मंत्रियों ने भारत के बारे में भला-बुरा कहने के साथ ही पीएम मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी तक कर दी। इसके बाद तो मानों मालदीव की मुश्किलें शुरू हो गईं। सोशल मीडिया पर तो #BoycottMaldive ट्रेंड करने लगा। भारत में पर्यटन के लिए मालदीव की बजाय लक्षद्वीप के समर्थन में फोटो से लेकर वीडियो तक पोस्ट होने लगे। बॉलीवुड स्टार भी इसमें पीछे नहीं रहे। दूसरी तरफ, भारत ने तो आधिकारिक रूप से मालदीव के सामने इस मुद्दे पर विरोध तक दर्ज करा दिया। पर्यटन में नुकसान के साथ ही कूटनीति में खुद को घिरता देख मालदीव घुटने पर आ गया। उसने बयान जारी कर सफाई दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गई ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों का मुद्दा भारतीय उच्चायोग ने उठाया। इसके बाद रविवार को मालदीव की सरकार ने अपने तीन उप मंत्रियों को कथित तौर पर निलंबित कर दिया। मालदीव के स्थानीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि युवा मंत्रालय में उप मंत्रियों – मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद को उनके पदों से निलंबित कर दिया। इसके अलावा मालदीव सरकार ने टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया। सरकार ने कहा कि ये सांसदों के निजी विचार हैं। सरकार ने कहा कि ये टिप्पणियां सरकार का आधिकारिक रुख नहीं है।
पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मालदीव सरकार अपने ही देश में घिर गई। इस मुद्दे पर मालदीव की पूर्व डिप्टी स्पीकर इवा अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर टिप्पणियों को ‘शर्मनाक और नस्लवादी’ करार दिया है। ईवा ने कहा कि इस मुद्दे पर कहा कि मुइज्जू सरकार को भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ ‘घृणास्पद भाषा’ के इस्तेमाल की निंदा की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि भारत हमेशा मालदीव का एक अच्छा दोस्त रहा है और हमें इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियों के जरिये हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालने देना चाहिए। पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने भी मोदी के खिलाफ टिप्पणियों को ‘निंदनीय और घृणित’ करार दिया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक हस्तियों को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्हें यह स्वीकार करना होगा कि वे अब ‘सोशल मीडिया एक्टिविस्ट’ नहीं हैं और अब उन्हें लोगों और देश के हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व खेल मंत्री अहमद महलूफ ने कहा कि भारतीयों द्वारा मालदीव का बहिष्कार किए जाने से हमारी अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हम भारत और भारतीयों को प्रेम करते हैं, उनका हमेशा मालदीव में स्वागत है।
मालदीव के मंत्रियों की ‘अपमानजनक टिप्पणियों’ पर विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री से बॉलीवुड स्टार्स और क्रिकेटर ने भी मोर्चा संभाला। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक्स पर पोस्ट किया कि मेरे देश के सभी युवाओं, यात्रा के प्रति उत्साही लोगों और खोजकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि आप पहले अपने देश का पता लगाएं, अपनी भूमि की सुंदरता और हमारे पास मौजूद विविध संस्कृति और व्यंजनों को देखें। वहीं, सलमान खान, अक्षय कुमार और श्रद्धा कपूर जैसी बॉलीवुड हस्तियों और क्रिकेटर ने प्रशंसकों से भारतीय पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने की रविवार को अपील की। बॉलीवुड हस्तियों के अलावा क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और वेंकटेश प्रसाद ने भी सोशल मीडिया मंच पर लोगों से भारतीय पर्यटन क्षेत्र का समर्थन करने का आग्रह किया। फिल्मकार मधुर भंडारकर और अभिनेताओं जॉन अब्राहम तथा रणदीप हुड्डा और अभिनेत्री कंगना रनौत भी सोशल मीडिया के माध्यम से लक्षद्वीप का प्रचार करने वाली कुछ भारतीय फिल्मी हस्तियों में शामिल रहे।
प्रधानमंत्री मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए 2-3 जनवरी को लक्षद्वीप में थे। मोदी ने लक्षद्वीप द्वीप समूह की अपनी यात्रा के दौरान समुद्र के नीचे के जीवन का पता लगाने के लिए ‘स्नॉर्कलिंग’ का लुत्फ उठाया। मोदी ने ‘एक्स’ पर समुद्र के नीचे का जीवन पता लगाने संबंधी तस्वीरें पोस्ट की थीं। साथ ही अरब सागर में स्थित द्वीपों में प्रवास के अपने ‘उत्साहजनक अनुभव’ को शेयर किया था। उन्होंने लिखा था कि जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए। मेरे प्रवास के दौरान, मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की। यह कितना उत्साहजनक अनुभव था!