दो बार फेल होने के बावजूद यूपीएससी में फर्स्ट आई इशिता, पिता को देखकर देखा था देश सेवा का सपना 2022 की यूपीएससी परीक्षा में कुल 933 का चयन हुआ था इनमें 630 पुरुष और 320 महिला उम्मीदवार हैं। यूपीएससी परीक्षा परिणाम 2022 मंगलवार को घोषित हो गया। इस बार लिस्ट में पहले चार में चार बेटियां हैं। इनमें इशिता किशोर पहली रैंक होल्डर हैं। इशिता उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली हैं। उनके पिता भारतीय वायुसेना में सेवारत हैं। इशिता ने नोएडा के एयरफोर्स स्कूल से पढ़ाई की। उसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उनके ‘वैकल्पिक’ विषय उनके स्नातक अध्ययन के दौरान राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध थे। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में ‘जोखिम सलाहकार’ के रूप में काम किया।इशिता ने कहा कि भले ही उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में काम किया, लेकिन उनका मुख्य लक्ष्य यूपीएससी था। लिहाजा नौकरी के साथ-साथ इशिता ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। श्रीराम कॉलेज के मेधावी छात्रों में से एक यूपीएससी फर्स्ट रैंकर था। इशिता ने कहा कि उन्होंने यूपीएससी तीसरे प्रयास में पास किया। वे पहली दो बार प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाए। पहले दो बार असफल होने के बावजूद इशिता ने हार नहीं मानी। बल्कि उन्होंने स्वयं को यूपीएससी के लक्ष्य के प्रति अधिक समर्पित कर दिया। इशिता ने एक प्रेस को बताया, “मैं अच्छे नतीजों की उम्मीद कर रही थी। लेकिन मैं पहले होने की कल्पना नहीं कर सकता था।” इशिता ने कहा कि उन्हें प्रेरणा अपने पिता से मिली है। उन्होंने अपने पिता से देश की सेवा करने का सपना देखना शुरू किया। उनके शब्दों में, “पिता वायु सेना में कार्यरत हैं। इसलिए मैंने बचपन से ही अपने पिता को देखकर अपने देश की सेवा करने का फैसला किया।” इशिता ने कहा कि उसे चित्र बनाना बहुत पसंद है। उन्हें मधुबनी पेंटिंग का शौक है। यूपीएससी 2022 की परीक्षा में कुल 933 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। इनमें 630 पुरुष और 320 महिला उम्मीदवार हैं। लगातार दो बार। 2021 के बाद 2022 संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में पहले तीन पदों पर महिलाओं का कब्जा रहा। इस बार वे एक कदम और आगे बढ़े और चारों जगहों पर कब्जा कर लिया। यूपीएससी रिजल्ट 2022 मंगलवार को घोषित हो गया। इस लिस्ट में दिल्ली यूनिवर्सिटी की इकोनॉमिक्स की छात्रा इशिता किशोर ने टॉप किया है। यूपीएससी में गरिमा लोहिया दूसरे, उमा हरथी एन तीसरे, स्मृति मिश्रा चौथे स्थान पर हैं। इशिता की तरह सेकेंड रनरअप गरिमा और चौथी रनरअप स्मृति भी दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रा हैं। तीसरी रनर अप आईआईटी हैदराबाद की छात्रा उमा हैं। यूपीएससी 2021 की परीक्षा में श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल, गामिनी सिंगला ने पहले तीन स्थानों पर कब्जा किया। केंद्र ने 2022 यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से 1,022 रिक्तियों को भरने का लक्ष्य रखा था। कुल 933 लोगों ने परीक्षा दी। इनमें से 613 पुरुष हैं। 320 महिलाएं। पहले 25 में से 14 महिलाएं हैं। 11 पुरुष। उत्तीर्ण उम्मीदवारों में, 345 सामान्य वर्ग के हैं, 99 आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के हैं, 263 ओबीसी (पिछड़े वर्ग) के हैं, 154 अनुसूचित जाति (एससी) के हैं, 72 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के हैं। 178 लोग आरक्षित सूची में हैं। यूपीएससी परीक्षा हर साल तीन चरणों- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में आयोजित की जाती है। यूपीएससी की इसी परीक्षा के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों की भर्ती की जाती है। यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पिछले साल 5 जून को हुई थी। परीक्षा के लिए 11 लाख 35 हजार 697 लोगों ने आवेदन किया था। इनमें 5 लाख 73 हजार 735 लोग परीक्षा में बैठे। सितंबर 2022 में यूपीएससी मेन्स। वहां 13 हजार 90 लोग बैठे थे। कुल 2,529 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए और साक्षात्कार के लिए योग्य हुए। उनके पिता भारतीय वायुसेना में सेवारत हैं। इशिता ने नोएडा के एयरफोर्स स्कूल से पढ़ाई की। उसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उनके ‘वैकल्पिक’ विषय उनके स्नातक अध्ययन के दौरान राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध थे। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में ‘जोखिम सलाहकार’ के रूप में काम किया।इशिता ने कहा कि भले ही उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में काम किया, लेकिन उनका मुख्य लक्ष्य यूपीएससी था। लिहाजा नौकरी के साथ-साथ इशिता ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। श्रीराम कॉलेज के मेधावी छात्रों में से एक यूपीएससी फर्स्ट रैंकर था। इशिता ने कहा कि उन्होंने यूपीएससी तीसरे प्रयास में पास किया। वे पहली दो बार प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाए।
इशिता किशोर अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी में प्रथम बनीं!
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