सामान्य तौर पर आपने देखा होगा कि कई लोगों को अपनी त्वचा में खुजली महसूस होती है! खुजली सुनने में साधारण लगती है पर यह कई बीमारियों से ज्यादा परेशान कर देती है। खुजली कई रोगों के लक्षण के रूप में होती है। कई बार यह त्वचा संबंधी किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। कई बार व्यक्ति बिना खुजली के भी खुजलाता रहता है ऐसा अक्सर मानसिक तनाव के कारण होता है। क्या आपको पता है कि खुजली क्यों होती है और खुजली का इलाज क्या है? आयुर्वेद के अनुसार, सभी रोग वात, पित्त और कफ के असंतुलन के कारण होती है, आयुर्वेद में खुजली को कण्डु कहा गया है। यह एक स्वतंत्र रोग न होकर कई रोगों का लक्षण है।
यह मुख्यतः वात और कफ के दोष के कारण होता है। दूषित कफ द्वारा वात की सामान्य गति रोक दिए जाने से खुजली होती है। इसी तरह केवल वात विकार के कारण त्वचा में सूखापन आता है और खुजली होती है। आयुर्वेद में इसको ठीक करने के लिए घरेलू उपाय भी बताए गए हैं। आप इन उपायों को आजमाकर खुजली से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसके इलाज के लिए क्या-क्या उपाय बताए गए हैं।
त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग होने के साथ ही सबसे संवेदनशील भी है। कई बार त्वचा पर एलर्जी होने से खुजली हो जाती है। इस स्थिति में सिर्फ खुजलाने की इच्छा होती है, इसे एक प्रकार का चर्मरोग भी कह सकते हैं। खुजली सीमित जगह पर यानि शरीर के किसी एक हिस्से में और पूरे शरीर या कई अलग-अलग हिस्सों में हो सकती है। खुजली की समस्या आमतौर पर सूखी त्वचा में देखी जाती है इसके अलावा यह कोई चर्मरोग होने पर या गर्भावस्था में भी देखी जाती है।
मुख्यतः खुजली दो तरह की होती हैं, जो ये हैंः-
बिना दानों वाली खुजली : यह धूल-मिट्टी, प्रदूषण, गरम कपड़ों, धूप में अधिक देर तक रहने या किसी अंदरूनी समस्या के कारण हो सकती है।
दानों वाली खुजली : यह ज्यादातर किसी प्रकार के संक्रमण के कारण होती है।
खुजली के क्या है कारण?
वायु प्रदूषण एवं धूल-मिट्टी के सम्पर्क में आने के कारण खुजली हो सकती है।
कुछ लोगों को कुछ तरह के भोजन से एलर्जी होती है और ऐसे में अगर वे लोग ऐसा भोजन करते हैं तो खुजली जैसी परेशानी हो सकती है।
किसी दवा के साइड इफेक्ट के कारण खुजली हो सकती है।
सूखी (शुष्क) त्वचा भी खुजली का एक मुख्य कारण है।
केमिकलयुक्त सौन्दर्य उत्पादों का इस्तेमाल करने से भी खुजली होती है।
केमिकलयुक्त हेयर डाई या हेयर कलर का इस्तेमाल करने भी खुजली हो सकती है।
मौसम में बदलाव के कारण।
किसी तरह के कीड़े का काटना।
ठण्डे मौसम में त्वचा की नमी सूख जाती है जिस कारण खुजली की समस्या हो सकती है।
यदि आहार में वसा की उचित मात्रा नहीं होगी तो त्वचा में खुजली की समस्या हो सकती है।
धूम्रपान करने वालों में खुजली की समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसमें स्थित निकोटीन शरीर को नुकसान पहुँचाता है।
सर्दियों में इन्डोर हीटिंग के कारण कमरे की नमी खत्म हो जाती है और त्वचा शुष्क (सूख) हो जाती है जिस कारण खुजली होती है।
परफ्यूम (इत्र) का त्वचा पर अधिक प्रयोग करना भी खुजली का कारण होता है।
त्वचा के लिए कठोर डिटर्जेंट युक्त साबुन का इस्तेमाल करना।
अधिक समय तक धूप में रहना।
शरीर या अन्य हिस्सों पर जुओं की मौजूदगी।
यह गुर्दो (किडनी) की बीमारी, आयरन की कमी या थायराइड की समस्या में हो तो खुजली हो सकती है।
मोटे कपड़े, अत्यधिक गर्म कपड़े, बहुत गर्म पानी से स्नान करने से भी होती है।
किसी को विशेष रूप से गहनें से भी एलर्जी हो सकती है जैसे किसी एक धातु के कारण एलर्जी हो सकती है, जिससे खुजली होती है।
खुजली के इलाज के लिए घरेलू उपचार
आयुर्वेदीय उपचार विशेष रूप से शरीर के दोषों को संतुलित कर रोग शान्त करता है और उस रोग से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, जैसे खुजली से छुटकारा दिलाने में घरेलू उपचार मदद करते हैं। अतः यह वात एवं कफ को प्राकृत अवस्था में लाने से इससे छुटकारा मिल सकता है। एलोपैथिक दवाईयों में रहने वाला स्टीरॉइड्स खुजली को केवल ऊपरी सतह पर कुछ देर के लिए ठीक करते हैं। किसी संक्रमण या बाहरी जीव-जन्तुओं के काटने से होने वाले खुजलाहट में भी आयुर्वेद में वर्णित लेप एवं औषधियाँ खुजली से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इस उपचार के साथ यदि खुजली से छुटकारा चाहिए तो व्यक्ति को परहेज भी करना चाहिए जैसे प्रदूषण एवं धूल-मिट्टी से बचाव करना चाहिए। संक्रमित स्थानों एवं वस्तुओं से दूर रहना चाहिए तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि किसी विशेष प्रकार के आहार से किसी को एलर्जी है तो उसका सेवन नहीं करना चाहिए। खुजली के उपचार के लिए अनेक तरह के घरेलू नुस्खे आजमाये जा सकते हैं, जो ये हैं-
25 ग्रा. आम के पेड़ की छाल और 25 ग्रा. बबूल के पेड़ की छाल को एक ली. पानी में उबाल लें और इस पानी से खुजली वाली जगह पर भाप लें। फिर इस जगह पर घी लगाएँ। इससे राहत पाने के लिए ये घरेलू इलाज ट्राई करके देख सकते हैं।
खुजली वाली जगह पर गंधक का लेप वाला घरेलू इलाज बहुत फायदेमंद है।प्रात: खाली पेट 20-25 मि.ली. एलोवेरा का जूस पीने से सभीप्रकार के त्वक् विकार एवं खुजली से राहत मिलती है।
एलोवेरा के गूदे का घरेलू इलाज का एक और विकल्प है,एलोवेरा के पल्प को निकालकर त्वचा पर लगाएँ तथा 15 मिनट बाद गरम पानी से धो लें।
सुबह-शाम गिलोय के रस का सेवन करने से भी खुजली एवं त्वक् विकारों में ये घरेलू इलाज आजमाने पर आराम मिल सकता है।
बेकिंग सोडा त्वचा के खुजली से छुटकारा पाने के लिए बहुत कारगर तरीके से काम करता है। नहाने के पानी में एक कप बेकिंग सोडा मिलाकर शुष्क त्वचा को इससे धोएँ।
दशांग लेप जो आयुर्वेद की दस जड़ी-बूटियों से तैयार किया गया है, खुजली से छुटकारा पाने में बहुत लाभदायक होता है।
अगर खुजली से छुटकारा पाना चाहते हैं तो जंक-फूड एवं बासी भोजन का सेवन बिल्कुल न करें। इससे शरीर में दोष होता है। इससे वात, पित्त व कफ का संतुलन बिगड़ जाता है।
जिन लोगों को इसकी परेशानी हमेशा बनी रहती है और खुजली से छुटकारा पाना चाहते हैं, उन्हें इन आहार का सेवन करना चाहिए। घरेलू इलाज के साथ खान-पान पर भी ध्यान रखने की जरूरत होती है।
सामान्य तौर पर धूल-मिट्टी, प्रदूषण या ऊनी कपड़े पहनने से जो खुजली होती है तो वह कुछ देर बाद या एक-दो दिन में घरेलू उपचार करने पर अपने आप ही ठीक हो जाती है। अगर खुजली दो-तीन दिन से ज्यादा बनी रहती है, खुजाने पर त्वचा लाल हो जाती है या फिर खुजली के साथ-साथ त्वचा पर दानें निकल आते हैं तो तुरन्त ही इलाज के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।