जनता को किसी भी राष्ट्र की आत्मा कहा जाता है , और जब जनता देश के प्रति अपने कर्तव्य को समझती है , तथा उस क्षेत्र में पूरी निष्ठा से कार्य करती है, तो बड़ा से बड़ा उद्देश्य को पूरा होने में समय नहीं लगता l अंग्रेजों के बारे में ऐसा कहा जाता था , कि उनका सूर्य कभी भी अस्त नहीं होता परंतु, जब एक नेता के नेतृत्व के साथ जन समर्थन जुड़ जाएं तो कोई भी राष्ट्र बड़े से बड़े सत्ता को कैसे उखाड़ फेकता है, हम इससे भलीभांति परिचित हैंl स्वतंत्रता के बाद भी जे.पी.आंदोलन ,अन्ना आंदोलन आदि इस बात की गवाह है कि जनसहयोग जन सहयोग से Janshyog se rastra ka vikash कितनी बड़ी क्रांति ला सकती है l पिछले साल महंगाई से परेशान श्रीलंका की जनता ने सरकार का तख्तापलट कर दिया, तथा इतिहास में भी फ्रांस की क्रांति जनता की शक्ति को बताने के लिए काफी हैl
यह सारी बातें इस बात को प्रमाणित करती है कि जनता में बदलाव लाने की क्षमता है , परंतु उस शक्ति को राष्ट्रहित में कैसे प्रयोग करें l इस बात पर आज के वर्तमान सरकार पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है l वह हर योजना जो जनता के हित में है, उसे जन सहयोग कैसे मिले तथा जन आंदोलन कैसे बने इस बात का ख्याल रखा जा रहा है उदाहरण के लिए हम स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, डिजिटल पेमेंट, उज्वला योजना आदि अनेकों योजनाओं को भारी मात्रा में जन समर्थन प्राप्त हुआ है , साथ ही साथ आम लोगों के जीवन में भी बदलाव आने शुरू हो गए हैंl
इतिहास साक्षी है कि कोई भी सरकार अकेले दम पर बदलाव नहीं ला पाई है , उसे कहीं ना कहीं जनता का सहयोग लेना पड़ा मेरे अनुसार कोई भी राष्ट्र विकाशशील से विकसित तभी हो सकता है जब जन जागरूकता, जनभागीदारी और जनहित की भावना हर उस योजना में हो जो सरकार लाना चाहती है l सबका साथ ,सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास जैसे नारे जनता के प्रति सरकार का दायित्व , उनकी नैतिकता एवं कार्यशैली को रेखांकित करती हैl वर्तमान समय में सरकार द्वारा कई ऐसी योजनाएं चलाई जा रही है l जो भारत के विकास में महत्वपूर्ण हैं , इसलिए यह हमारा मौलिक कर्तव्य बनता है, कि हम अपना सब कुछ राष्ट्रहित में समर्पित कर दें , और भारत को एक समृद्ध , सशक्त और शक्तिशाली राष्ट्र बनाने में अपना हर संभव योगदान दें l