नई दिल्लीभारतीय फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई की निर्देशित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म को लेकर विवाद छिड़ गया है। फिल्म के पोस्टर ने देवी काली के चित्रण के साथ हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए नाराजगी जताई है।’मां काली’ के विवादित पोस्टर मामले को लेकर कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने बयान जारी किया है। भारतीय उच्चायोग ने कनाडाई प्राधिकारियों से लघु फिल्म ‘काली’ से जुड़ी सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने की अपील की है। फिल्म काली के पोस्टर से जुड़ा विवाद मंगलवार (पांच जुलाई, 2022) को और भी गर्मा गया। दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट ने ‘काली’ फिल्म से जुड़े एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।इस बीच, यूपी पुलिस ने भी ऐक्शन लिया है। सूबे में हिंदू देवताओं के अपमानजनक चित्रण के लिए फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जान-बूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में केस हुआ है। सूबे में लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा हुआ है उच्चायोग ने कनाडा में मौजूद हिंदू समुदाय के नेताओं से वहां प्रदर्शित लघु फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण को लेकर शिकायतें मिलने के बाद यह कदम उठाया है। टोरंटो में रहने वाली फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने शनिवार यानी 2 जुलाई को ट्विटर पर अपनी लघु फिल्म ‘काली’ का पोस्टर शेयर किया था, जिसमें हिंदू देवी को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू समुदाय का झंडा थामे हुए दिखाया गया है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद मणिमेकलई पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ‘अरेस्ट लीना मणिमेकलई’ (लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करो) हैशटैग ट्रेंड करने लगा। इस पोस्टर हिन्दू समुदाय के लोगों को नाराज कर दिया है एक महिला को हिंदू देवी के रूप में तैयार किया गया है। फोटो में वह सिगरेट पीते हुए नजर आ रही हैं। एलजीबीटी समुदाय का गौरव ध्वज भी पृष्ठभूमि में देखा जा सकता है। यूजर्स ने फिल्म निर्माता द्वारा देवी के चित्रण के माध्यम से उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने की शिकायत की है और पोस्टर को वापस लेने की मांग की है
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं ही जब लीना किसी विवाद में फंसी हो। इसके पहले लीना ऑल्ट न्यूज के संपादक मोहम्मद जुबैर की रिहाई के समर्थन में चलाए गए अभियान के दौरान भी विवादों में फंस चुकी हैं। ये पहली बार नहीं है जब लीना विवादों में फंसी हों. लीना दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मोहम्मद जुबेर की रिहाई के समर्थन में अभियान चला चुकी हैं। साल 2021 में प्रदर्शित ‘मादाथी-एन अनफेयरी टेल’ से अपने निर्देशन करियर की शुरुआत करने वाली मणिमेकलई धार्मिक चित्रण को लेकर विवादों में घिरने वाली पहली फिल्मकार नहीं हैं। साल 2017 में फिल्मकार सनल कुमार शशिधरन की मलयालम फिल्म ‘सेक्सी दुर्गा’ के शीर्षक को लेकर केरल में विवाद खड़ा हो गया था। बाद में फिल्म का नाम बदलकर ‘एस दुर्गा’ कर दिया गया था जब लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री से जुड़ा पोस्ट किया तो हिन्दू समुदाय के लोग नाराज हो गए। पोस्टर को देखकर नाराज लोगों गृहमंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री मोदी से अपील करनी शुरू कर दी कि इस मनहूस फिल्म डायरेक्टर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाए। ट्विटर पर हैशटैग अरेस्ट लीना मणिमेकलाई भी ट्रेंड कर रहा है। फिल्म और इसके पोस्टर के खिलाफ गौ महासभा नेता अजय गौतम ने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय को शिकायत भेजी है। जब इस पोस्टर पर विवाद बढ़ने लगा तो लीना ने नकारात्मक प्रतिक्रिया के बीच लोगों से ‘नफरत पर प्यार’ चुनने के लिए कहा। उसने बताया, टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी ने कनाडा की विविध संस्कृति के बारे में फिल्म बनाने के लिए एक शिविर में भाग लेने के लिए कनाडा भर के कुछ सर्वश्रेष्ठ फिल्म छात्रों को आमंत्रित किया। ‘काली’ वह फिल्म है जिसमें मैंने भाग लिया और उस शिविर में योगदान दिया। मैंने इसका अभिनय, निर्देशन और निर्माण किया है।