अमेरिका की मिनटमैन-3 मिसाइल के बारे में जाने सब कुछ!

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अमेरिका अपने हथियारों और मिसाइलों के लिए जाना जाता है! अमेरिका ने एक महीने में दूसरी बार अपनी परमाणु मिसाइल मिनटमैन-3 का परीक्षण किया है। यह परमाणु हमला करने में सक्षम अमेरिका की सबसे ताकतवर मिसाइलों में से एक है। मिनटमैन-3 की रेंज 10000 किलोमीटर है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस परीक्षण के बारे में रूस को भी सूचना दी थी। दरअसल, इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने से पहले पड़ोसी देश किसी तनाव से बचने के लिए एक दूसरे से सूचना साझा करते हैं। पेंटागन के प्रवक्ता ने मिनटमैन-3 मिसाइल के इस परीक्षण को एक टेस्ट रूटीन करार दिया। उन्होंने कहा कि इस परीक्षण का उद्देश्य यह दिखाना है कि अमेरिका का परमाणु शस्त्रागार कितना तैयार है। अमेरिका ने 16 अगस्त को भी मिनटमैन-3 मिसाइल का परीक्षण किया था। हालांकि, इसका दूसरा परीक्षण आज से 12 दिन पहले ही करने की तैयारी की गई थी, लेकिन चीन-ताइवान तनाव के कारण इसे टाल दिया गया था। लॉन्च में देरी करते समय रूस के साथ तनाव पर भी विचार किया गया था।

अमेरिकी वायु सेना के ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि परीक्षण के दौरान मिनटमैन-3 मिसाइल विस्फोटकों से लैस नहीं थी। इस मिसाइल को कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से लॉन्च किया गया है। अमेरिका ने दावा किया है कि मिसाइल ने परीक्षण के दौरान सभी मानकों को पूरा किया है। मिनटमैन-3 मिसाइल अमेरिकी वायु सेना ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के जरीखे में शामिल स्ट्रैटजिक डिटरेंस फोर्स का हिस्सा है। इसका पूरा नाम LGM-30G Minuteman-III है। LGM में L का अर्थ साइलो लॉन्च मिसाइल से है। इसे अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कोड के तौर पर निर्धारित किया है। G का अर्थ ग्राउंड अटैक यानी जमीन पर मार करने वाली और M का अर्थ गाइडेड मिसाइल है। इतना ही नहीं, इसके नाम में जुड़ा 30 मिनटमैन सीरीज की मिसाइलों के लिए और उसके बाद लगा G वर्तमान की मिनटमैन-3 मिसाइल को बताता है।

मिनटमैन वेपन सिस्टम की कल्पना 1950 दशक के अंत में की गई थी। जिसके बाद मिनटमैन-1 को 1960 के दशक की शुरुआत में तैनात किया गया था। अपने समय में मिनटमैन दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल थी। मिनटमैन अमेरिका की एक क्रांतिकारी अवधारणा और एक असाधारण तकनीकी उपलब्धि थी। शुरू से ही मिनटमैन मिसाइल ने अमेरिका के स्ट्रैटजिक डिटरेंस प्रोग्राम के लिए एक त्वरित-प्रतिक्रियाशील और बहुत लंबे समय तक एक्टिव रहने वाले हथियार के तौर पर अपनी भूमिका निभाई है। मिनटमैन मिसाइल का रखरखाव भी दूसरी मिसाइलों से काफी आसान है। इसी कारण इनकी सर्विसेबिलिटी 100 फीसदी होती है।

मिनटमैन एक रणनीतिक हथियार प्रणाली है जो अंतरमहाद्वीपीय रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल करती है। दुश्मनों के हमले से बचाने के लिए मिनटमैन मिसाइल को जमीन के अंदर बने हार्ड साइलो में रखा जाता है। ये साइलो केबल के जरिए जमीन के अंदर बने लॉन्च कंट्रोल सेंटर से कनेक्टेड होते हैं। इस कंट्रोल सेंटर में 24 घंटे दो अधिकारी तैनात होते हैं, जो पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं। इनको लॉन्चिंग का आदेश सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री के पास मौजूद न्यूक्लियर लॉन्च कोड के जरिए दिया जाता है। जो एक सिक्योर कम्युनिकेशन सिस्टम के जरिए सीधे संपर्क में रहते हैं। अगर लॉन्च कंट्रोल सेंटर और राष्ट्रपति के पास मौजूद रिमोट मिसाइल लॉन्च फैसिलिटी के बीच कम्युनिकेशन टूट जाता है तो अमेरिका का डूम्सडे विमान यानी E-6B एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सेंटर हरकत में आता है। इसके पास अमेरिका की परमाणु मिसाइल लॉन्च करने का कंट्रोल होता है। एयरबोर्न लॉन्च कंट्रोल सेंटर एयरक्राफ्ट में पूरी तरह से योग्य एयरबोर्न मिसाइल कॉम्बैट क्रू राष्ट्रपति के आदेशों का पालन करते हैं।

मिनटमैन-3 एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसका निर्माण अमेरिकी कंपनी बोइंग डिफेंस ने किया है। इस मिसाइल को पावर देने के लिए तीन सॉलिड प्रोपलैंड रॉकेट मोटर का इस्तेमाल किया गया है। इसके पहले चरण में एटीके एम55ए1, दूसरे में एटीके एसआर-19 और तीसरे चरण में एटीके एसआर-73 इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। मिनटमैन-3 काफी भारी-भरकम मिसाइल है। इसका वजन 36,030 किलोग्राम होता है। इसकी रेंज लगभग 10000 किलोमीटर तक बताई जाती है। इतना ही नहीं, मिनटमैन-3 मिसाइल 24,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। इसमें तीन वारहेड लगाए जा सकते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि यह मिसाइल एक साथ तीन जगहों पर परमाणु हमला कर सकती है। मिनटमैन-3 की एक यूनिट की कीमत 7 मिलियन डॉलर है। वर्तमान में अमेरिका के पास मिनटमैन-3 की 530 यूनिट एक्टिव हैं।