आज हम आपको दिल्ली प्रदेश महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल के बारे में जानकारी देने वाले हैं! स्वाति मालीवाल राज्यसभा जाने वाली हैं। दिल्ली और पंजाब के सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी ने स्वाति मालीवाल को संसद के उच्च सदन का सदस्य बनाने का फैसला किया है। राज्यसभा के लिए नामंकन दाखिल करने से पहले दिल्ली स्थित महिला आयोग के दफ्तर में इमोशनल सीन रहा। स्वाति मालीवाल इस्तीफा देते वक्त भावुक हो गईं। यही नहीं उनके साथ काम करने वाले सहकर्मी भी आंसू पोछते नजर आए और अपनी अध्यक्ष को गले लगकर इमोशनल विदाई दी। इसके बाद सभी स्टाफ के सदस्य स्वाति मालीवाल को बाहर गेट तक छोड़ने भीआए। स्वाति अभी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष थीं। इस पद पर रहते हुए स्वाति लगातार चर्चा बटोरती रही हैं। वो महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर काफी सक्रिय रहती हैं और उनकी चुस्ती-फुर्ती की तारीफ होती है तो आलोचना भी। कई बार उनके दावों पर उंगलियां भी उठ चुकी हैं तो कुछ बयानों पर उन्हें कड़ी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा है। कुल मिलाकर कहें तो स्वाति मालीवाल येन-केन प्रकारेण खबरों में रहती हैं और दिल्ली की सियासत और शासन-प्रशासन की काफी जाना-माना चेहरा हैं। 15 अक्टूबर, 1984 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जन्मीं स्वाति मालीवाल ने एमिटी इंटरनैशनल स्कूल में पढ़ाई की और फिर जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से आईटी में बैचलर डिग्री हासिल की।आईटी में बैचलर डिग्री पाने के बाद स्वाति ने एक मल्टिनैशनल कंपनी में नौकरी की। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर ‘परिवर्तन’ नामक सामाजिक संस्था से जुड़ गईं। फिर वो अन्न हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन’ का हिस्सा बन गईं और अरविंद केजरीवाल की खास हो गईं। नवीन जयहिंद भी इस आंदोलन से जुड़े थे। आप ने नवीन जयहिंद को हरियाणा का संयोजक बनाया था और पार्टी ने उन्हीं के नेतृत्व में 2019 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा।
स्वाति मालीवाल ने नवीन जयहिंद से शादी की थी। महिला अधिकारों के लिए मुखर स्वाति मालीवाल ने 2018 में ने एक बयान के लिए अपने पति की सार्वजनिक निंदा कर दी। नवीन जयहिंद ने तब भाजपा की महिला नेताओं के लिए विवादित बयान दिए थे। उन्होंने कहा था कि जो कोई भाजपा नेता 10 लोगों से यौन उत्पीड़न करवाएंगी, उन्हें वो 20 लाख रुपये देंगे। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर स्वाति मालीवाल ने अपने पति के इस बयान की आलोचना की। फरवरी 2020 में दोनों ने तलाक ले लिया।
दरअसल, स्वाति मालीवाल को दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने 2015 में ही प्रदेश महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था। उससे पहले वो सीएम केजरीवाल की सलाहकार रह चुकी थीं। स्वाति का दायित्व जन शिकायतों को निपटाने में मुख्यमंत्री की मदद करना था। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष पद पर नियुक्त होने के बाद स्वाति मालीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज हो गया। दिल्ली पुलिस की एंटी-करप्शन ब्रांच एसीबी ने आयोग में अवैध नियुक्तियों के आरोप में स्वाति के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की थी। एसीबी ने दावा किया था कि उसने आयोग में नियुक्त लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि कम-से-कम 91 नियुक्तियों में नियमों का पालन नहीं किया गया था। तब स्वाति मालीवाल ने कहा था कि अगर वो जेल भी चली जाएंगी तो भी उनका काम नहीं रुकेगा और वो जेल से ही महिलाओं की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार करके दिल्ली सरकार को सौंपती रहेंगी। स्वाति मालीवाल ने देश के विभिन्न हिस्सों में युवतियों और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ 2018 में अनशन शुरू कर दिया था। उन्होंने महिला सुरक्षा पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्वासन की मांग कर रही थीं। स्वाति ने महिलाओं के यौन उत्पीड़न, बलात्कार जैसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के जरिए छह महीने में निपटाने, दिल्ली पुलिस में 66 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती और बेहतर फॉरेंसिक लैब की व्यवस्था करने जैसी कई मांगें की थीं।
स्वाति मालीवाल को पिछले वर्ष तब कठोर प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा जब उन्होंने अपने पिता पर जुल्म करने के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि बचपन में उनके पिता उनका यौन शोषण करते थे जिससे उनमें महिला अधिकारों के लिए लड़ने का जज्बा पैदा हो गया। स्वाति नेदावा किया, ‘मेरे पिता बचपन में मेरा यौन उत्पीड़न किया करते थे और मारते थे। तब मैं बहुत छोटी थी। उनसे बचने के लिए पलंग के नीचे छिप जाया करती थी। वो मेरी चोटी पकड़कर मेरा सिर दीवार में मारा करते थे और मैं लहुलुहान हो जाया करती थी। यह तब तक होता रहा जब मैं चौथी कक्षा में थी।’ इस पर कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने स्वाति का 2016 का एक ट्वीट दिखा दिया। इस ट्वीट में स्वाति ने लिखा था, ‘मैं एक आर्मी मैन की बेटी हूं। मैं आर्मी में पली-बढ़ी हूं। मुझे देश सेवा और देश पर न्योछावर होने की शिक्षा मिली है। मैं किसी से नहीं डरती।’ बीजेपी नेता प्रीति गांधी ने भी एक ट्वीट में कहा, ‘2016 में स्वाति मालीवाल को अपने पिता पर नाज था और 2023 में वही पिता यौन उत्पीड़क बन गया?’ हालांकि, सोशल मीडिया पर स्वाती को काफी समर्थन भी मिला।
स्वाति मालीवाल अक्सर रातों में भी औचक निरीक्षण पर निकल जाती हैं। उन्होंने हाल ही में दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बस स्टॉपेज का जायजा लेने के बाद कहा था कि बस स्टॉपेज पर पर्याप्त रौशनी की सुविधा नहीं है जिससे आपराधिक वारदात की गुंजाइश बढ़ जाती है। मालीवाल ने पिछले वर्ष जनवरी में एम्स के पास निरीक्षण के दौरान अपने साथ छेड़छाड़ का एक वीडियो शेयर किया था। उस वीडियो में स्वाति मालीवाल एक कार चालक से बात करती दिखती हैं। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया कि ‘देर रात एक गाड़ी वाले ने नशे की हालत में छेड़छाड़ करने की कोशिश की। जब उन्होंने उसे पकड़ने की कोशिश की तो गाड़ी वाले ने शीशा बंद कर उन्हें 10 से 15 मीटर तक घसीटा।’ स्वाति के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।