टेस्ला के मालिक एलन मस्क को कौन नहीं जानता! हमारे यहां एक नसीहत दी जाती है – अपने काम से काम रखिए। मतलब ये कि बेमतलब उन मामलों में टांग मत अड़ाइए जिनसे आपका दूर-दूर तक न लेना हो न देना। लेकिन कुछ लोग आदत से मजबूर होते हैं। ऐसे ही शख्स हैं एलन मस्क। दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति।टेस्ला, स्पेसएक्स और स्टारलिंक का मालिक। क्रिप्टो करेंसी और अंतरिक्ष से प्यार करने वाला शख्स। भारत में न इनकी कार दिखती है और न ही स्टारलिंक का सिग्नल मिलता है। हां, जहां-तहां आसमान में रेल के डिब्बे जैसी आकृति से एलन मस्क की मौजूदगी जरूर दिखती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ऐसी आकृति देखी गई। बहुत कौतुहल था कि आखिर है क्या। पता चला मस्क साहब का सैटेलाइट है जो अंतरिक्ष के चक्कर लगा रहा है। हमारे यहांटेस्ला की कार या स्टारलिंक का इंटरनेट कनेक्शन क्यों नहीं मिलता है? इसका कारण भी एलन मस्क की आदत ही है। नवीन जिंदल, मंगल लोढ़ा, राहुल बजाज जैसे हमारे बिजनसमैन कारोबार के साथ राजनीति करते थे या कर रहे हैं तो ठोक कर। लेकिन एलन मस्क अलग हैं। राजनीति में जाए बिना राजनीति करते हैं। दुनिया के सबसे अमीर आदमी होने के बाद दुनिया भर के मसलों में अपनी राय घुसेड़ने में देर नहीं करते। भारत में भी उन्होंने यही किया। मोदी सरकार ने 24 फरवरी, 2021 के दिन प्रॉडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम शुरू किया। इसके तहत ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए लगभग 3.5 अरब डॉलर की सहायता सरकार दे रही है। शर्त है भारत में ही कार, बस, ट्रक बनाइए। हम आपको 18 प्रतिशत तक का फाइनेंसियल इनसेंटिव देंगे।
लेकिन मस्क अड़ गए। नितिन गडकरी ने भी समझाया पर नहीं माने। उनकी जिद थी किटेस्ला की बनी बनाई कार भारत में इंपोर्ट करने की इजाजत दी जाए। हमने कहा ये नहीं हो सकता। हमारा जोर रोजगार पर है। भारत में प्रॉडक्शन यूनिट लगेगा तो बीस तरह के और कारोबार पनपेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। उस इलाके का विकास भी होगा। और यै जिद कैसी है। जब एप्पल और सैमसंग वाले चीन से भागकर भारत आ रहे हैं तब एलन मस्क को क्या दिक्कत है? भारत में बनाओ और फायदा पाओ के बदलो वो इस बात के लिए दबाव बनाने लगे कि इलेक्ट्रिक कार की इंपोर्ट ड्यूटी भारत घटा दे। 40 हजार डॉलर से ज्यादा दाम वाली गाड़ियों पर 60 परसेंट इंपोर्ट ड्यूटी लगता है। मतलब एक करोड़ की कार भारत आते-आते एक करोड़ 60 लाख की हो जाएगी। मस्क चाहते हैं वो कार बनाएं अमेरिका में और समंदर के रास्ते लाकर बेच दें भारत में। वो भी बिना ज्यादा टैक्स दिए। हम ऐसा क्यों करें? क्या अमेरिका भारत से जाने वाले स्टील पर टैक्स घटाएगा। इसी टैक्स के पैसे से तो देश चलता है। फिर हमारे यहां फैक्ट्री लगाकर छूट पाने में क्या दिक्कत है।
भारत के टैक्स स्ट्रक्चर पर दुनिया भर में प्रलाप करने वाले एलन मस्क ने रूस-यूक्रेन जंग में हाथ जलाने के बाद चीन-ताईवान के मामले में घुसने की कोशिश की है। फाइनेंसियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में एलन मस्क ने कहा दिया कि ताइवान को चीन का हिस्सा बन जाना चाहिए, उसके लिए स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव स्टेटस हो सकता है। इतने खतरनाक बयान की कल्पना तो जो बाइडन ने भी नहीं की होगी। इसी दो अगस्त को अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान गईं जिससे चीन बौखला गया था। उसी चीन का समर्थन मस्क करने लगे। ताइवान की पीएम सु सेंग चांग ने मस्क को फटकार लगाई है। संसद की बैठक में वो कहती हैं – मस्क एक बिजनसमैन है। शंघाई में उसकी बड़ी कार फैक्ट्री है और वह अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों का प्रमोशन कर रहा है। आज कुछ और बोलेगा , कल कुछ और। उसे चीन के साथ तनाव की क्या ही समझ होगी।
इससे पहले बिन मांगी सलाह उन्होंने रूस-यूक्रेन को दी। कहा दिया कि रूस के कब्जे वाले चारों इलाकों को यूक्रेन भूल जाए। इस पर यूक्रेन ने सख्त ऐतराज जताया। अब तो ये भी खबरें आ रही हैं कि मस्क ने गुपचुप तरीके से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात भी की है। इसी बातचीत में पुतिन ने कहा कि वो यूक्रेन से छीने गए डोनेट्स्क, जैपोरीजिया, लुहांस्क और खेरसोन पर फुल कंट्रोल के लिए परमाणु बम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि मस्क ऐसी बातचीत से इनकार करते हैं। दक्षिण अफ्रीका से आकर अमेरिका में धाक मचाने वाले 50 साल के एलन मस्क विवादों से भी प्यार करते हैं। 2017 में तो मस्क ने अपनी आने वाली कार के तीन वैरिएंट्स के नाम S,E,X रख दिए तो सेक्स जोक्स की बाढ़ आ गई। और मस्क ने खुद भी इसे ट्वीट कर दिया और डिलीट भी। जॉइंट का गश लेते मस्क के वीडियो पर दुनिया भर में बवाल मचा ता। ट्विटर पर मस्क ने इतने विवाद बटोर लिए किटेस्ला के शेयर लेने वालों ने उनसे शट अप रहने की अपील कर दी। मस्क ने थाइलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को निकालने वालों पर तंज कसा तो उन पर गुस्सा फूट पड़ा। ये भी 2018 की बात है। लास वेगास में कार जाने के लिए टनल बनाकर वीडियो पेश किया तो लोगों ने इसे भद्दा मजाक बता दिया। पता चला ये फेक है और मस्क की बोरिंग कंपनी वेगास लूप बनाने का काम कर ही रही है।
एलन मस्क जिस ट्विटर से चर्चा में रहते हैं उसे ही खरीदने का फैसला चौंकाने वाला था। 14 अप्रैल 2022 के दिन एलन मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदने का फैसला किया। लेकिन खरीदा नहीं। लटकाए रहे। फेक ट्विटर हैंडल हटाने की शर्त रखी तो कभी वहां के कर्मचारियों पर तंज कसा। मस्क ने इस डील को मसखरा बना दिया। जुलाई में ट्वीट कर एलन मस्क ने कह दिया कि वो डील तोड़ रहे हैं। इसके बाद ट्विटर ने कोर्ट का रुख किया। ताजी रिपोर्ट है कि अमेरिकी फेडरल एजेंसी अब एलन मस्क की जांच कर रही है। लगभग 22 हजार करोड़ डॉलर की संपत्ति के मालिक एलन मस्क ने एक तरह से कारोबार को मजाक बना दिया है। कल यानी 13 अक्टूबर का उनका ट्वीट भी इसी की गवाही देता है। मस्क ने परफ्यूम लॉंच किया है जिसका दाम 8000 रुपए है। इसे ट्वीट करते हुए वो लिखते हैं कि प्लीज इसे खरीदिए ताकि मैं ट्विटर को खरीद सकूं।