आज हम आपको बताएंगे कि एक आतंकी गढ़ से उत्तर प्रदेश कैसे विकसित गढ़ बना है! उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने का संकल्प पूर्वांचल की धरती से आगे बढ़ता दिख रहा है। 18 मंडलों के 75 जिलों में धरातल पर उतरे टॉप 5 निवेश के मामले में पूर्वांचल का मीरजापुर मंडल सबसे ऊपरी पायदान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुआ है। इसमें भी सभी 75 जिलों में हुए टॉप 5 निवेश के मामले में सोनभद्र का पलड़ा सबसे भारी है। कभी नक्सल गतिविधियों के लिए देशभर में कुख्यात रहे इस जिले ने गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर नोएडा/ग्रेटर नोएडा को भी पछाड़ दिया है। 5 सबसे भारी भरकम प्रोजेक्ट के मामले में मीरजापुर मंडल के सोनभद्र में 81 हजार करोड़ से अधिक का निवेश धरातल पर उतर रहा है। वहीं मंडल के तीनों जिलों मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही में होने वाले निवेश को जोड़ लें तो ये रकम 86 हजार करोड़ से भी अधिक है। वहीं टॉप 5 निवेश के मामले में मेरठ, झांसी, लखनऊ और मुरादाबाद मंडल क्रमश: दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें पायदान पर हैं। गत 19 फरवरी को ही योगी सरकार ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए एक ही दिन में प्रदेश में 10 लाख 24 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारकर नया कीर्तिमान रचा है। अपने नाम के ही अनुरूप सोनभद्र यूपी में निवेश के मामले में स्वर्ण क्षेत्र बनकर उभरा है। मीरजापुर मंडल में शामिल यूपी के पूर्वी छोर पर स्थित इस जनपद की सीमाएं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से लगती हैं। खनिज संसाधन की प्रचुरता वाला ये जनपद आजादी के बाद कई दशकों तक नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। आदिवासी और जनजातीय बहुलता वाला ये जनपद अब बड़े उद्योग समूहों की पसंद बनकर उभरा है। सोनभद्र और मीरजापुर में नक्सलियों के खिलाफ चलाई गई प्रभावी कार्रवाई के बाद मंडल के तीनों जिलों में स्थापित हो रहीं पांच-पांच बड़ी परियोनाओं ने 86207 करोड़ रुपए इन्वेस्ट किये हैं। सोनभद्र में निवेश करने वाले टॉप 5 प्रोजेक्ट्स थर्मल पावॅर और पम्प्ड स्टोरेज प्लांट के हैं। खास बात ये है कि सोनभद्र में टॉप 5 निवेशक कंपनियों में कोई भी ऐसी नहीं है जिसने 13 हजार करोड़ से कम का निवेश किया हो। वहीं मीरजापुर में सिमेंट, इथेनॉल, खनिज के क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनियों ने निवेश किया है। इसी प्रकार भदोही में कालीन उद्योग में सबसे अधिक निवेश किया गया है। मीरजापुर मंडल में टॉप 5 निवेश से ही 16,197 रोजगार सृजित होंगे।
मेरठ मंडल के 6 जनपदों में टॉप 5 निवेश से 76,204 करोड़ का निवेश किया गया है। इसमें भी गौतमबुद्ध नगर नोएडा/ग्रेटर नोएडा में सर्वाधिक 56,800 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसके अलावा मंडल के अन्य जिलों में शामिल बागपत में 1,558 करोड़, बुलंदशहर में 7,553 करोड़, गाजियाबाद में 4,900 करोड़, मेरठ में 2,777 करोड़ और हापुड़ में 2,616 करोड़ का निवेश किया गया है। रोजगार के दृष्टिकोण से देखें तो मेरठ मंडल इन मामले में प्रदेश में सबसे ऊपर है। यहां के सभी 6 जिलों में लग रहे 5-5 बड़े निवेश से ही 1,25,047 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
टॉप 5 निवेश के मामले में झांसी मंडल तीसरे स्थान पर है। मंडल में शामिल तीन जिले झांसी, जालौन और ललितपुर में 20,548 करोड़ का निवेश धरातल पर उतर रहा है। तीनों जिलों में हो रहे 5-5 बड़े निवेश से 6,550 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार टॉप 5 निवेश के मामले में चौथे पायदान पर लखनऊ मंडल शामिल है। प्रदेश की राजधानी समेत 6 जिले वाले इस मंडल में 18,347 करोड़ की टॉप 5 परियोजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। मंडल के सभी जिलों में उतरने वाली टॉप 5 परियोजनाओं की बात करें तो हरदोई में 2,628 करोड़, लखीमपुर खीरी में 719 करोड़, लखनऊ में 7,374 करोड़, रायबरेली में 539 करोड़, सीतापुर में 3,502 करोड़ और उन्नाव में 3,585 करोड़ की परियोजनाएं शामिल हैं। लखनऊ मंडल में टॉप 5 निवेश से 21,650 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार पांचवें पायदान पर मुरादाबाद मंडल शामिल है। मंडल के पाच जनपदों में हुए टॉप 5 निवेश से 16,369 करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू हो रहे हैं। सोनभद्र में टॉप 5 निवेशक कंपनियों में कोई भी ऐसी नहीं है जिसने 13 हजार करोड़ से कम का निवेश किया हो। वहीं मीरजापुर में सिमेंट, इथेनॉल, खनिज के क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनियों ने निवेश किया है। इसी प्रकार भदोही में कालीन उद्योग में सबसे अधिक निवेश किया गया है। मीरजापुर मंडल में टॉप 5 निवेश से ही 16,197 रोजगार सृजित होंगे।पांचों जनपदों में टॉप 5 प्रोजेक्ट की बात करें तो बिजनौर में 2,319 करोड़, अमरोहा में 3,472 करोड़, मुरादाबाद में 6,978 करोड़, रामपुर में 2,822 करोड़ और संभल में 778 करोड़ का निवेश हुआ है। मुरादाबाद मंडल के सभी जिलों में हो रहे टॉप 5 निवेश से 22,520 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।