Sunday, September 8, 2024
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जानिए लॉरेंस बिश्नोई की अधूरी प्रेम कहानी!

आज हम आपको लॉरेंस बिश्नोई की अधूरी प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं! गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई दहशत सिर्फ पंजाब नहीं बल्कि पूरे देश में फैली हुई है, बड़े-बड़े अपराधी भी उसके नाम से कांपते हैं। लॉरेंस जेल में बंद रहकर भी जिसकी चाहे उसकी मौत लिख देता है। लॉरेंस की पावर कितनी है इस बात का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि जेल के अंदर बंद रहते हुए भी उसके एक इशारे पर सिंगर सिद्धधू मूसेवाला का मर्डर कर दिया गया। पंजाब में तरनतारन की गोइंदावल साहिब जेल के अंदर जग्गू भगवानपुरिया के गुर्गों की हत्याएं भी लॉरेंस के कहने पर ही हुईं। लॉरेंस बिश्नोई पिछले एक दशक से खौफ का दूसरा नाम बन चुका है और पुलिस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द, लेकिन यही लॉरेंस कभी एक साधारण लड़का हुआ करता, जिसकी एक बेहद खूबसूरत लव लाइफ थी। लॉरेंस ने भी सपने देखे थे अपनी गर्लफ्रेंड के साथ पूरी जिंदगी बिताने के, अपनी स्कूल टाइम स्वीटहार्ट के साथ वो हर पल बिताना चाहता था, लेकिन उस घटना ने सब कुछ बदल दिया। लॉरेंस की जिंदगी, उसके सपने, उसकी चाहतें। लॉरेंस की कहानी शुरू होती है साल 2008 से। उस वक्त लॉरेंस दसवीं में पढ़ रहा था। अपनी क्लास की एक लड़की काजल लॉरेंस को बेहद पंसद थी। काजल भी लॉरेंस को पसंद करने लगी थी और फिर उसी साल दोनों ने एक दूसरे से दोस्ती कर ली।

लॉरेंस बचपन से ही बेहद स्टायलिश था। घर में पैसो कोई कमी नहीं थी। माता-पिता ने बेहद अच्छी तरह से लॉरेंस की परवरिश की। पंजाब के अबोहर में कॉन्वेंट स्कूल में ही उसकी पढाई हुई। काजल और लॉरेंस अब 12वीं क्लास में आ चुके थे। दोनों की दोस्ती को दो साल से ज्यादा हो गया था। अब बारी थी कॉलेज की। काजल ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में एडमिशन लिया तो लॉरेंस कैसे उससे दूर रहता। वो भी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ही डीएवी कॉलेज का छात्र बन गया। दोनों की जिंदगी एकदम बढ़िया चल रही थी। दोनों की प्लानिंग थी कॉलेज के बाद शादी कर लेंगे।

कॉलेज में लॉरेंस बिश्नोई ने नेतागिरी शुरू कर दी थी। उसका कॉलेज में दोस्तों का अच्छा-खासा गैंग बन गया था, लेकिन साथ ही उसके दुश्मन भी बनने लगे थे। कॉलेज का दूसरा गैंग लॉरेंस बिश्नोई की पॉपुलरिटी से काफी चिढने लगा था। उन्हें पता था कि लॉरेंस की जान काजल में बसती है। पूरे कॉलेज को लॉरेंस और उसकी गर्लफ्रेंड की लव स्टोरी का पता था। इसी बीच छात्रसंघ के चुनाव हुए। लॉरेंस बिश्नोई भी इन चुनाव में खड़ा हुआ, लेकिन जीत मिली उसके विरोधी गुट को। डीएवी कॉलेज में अब लॉरेंस उस दूसरे ग्रुप के निशाने पर आ गया था। उनके हाथ में ताकत थी। वो किसी भी कीमत पर काजल को लॉरेंस से दूर करना चाहते थे, ताकि लॉरेंस टूट जाए। साल 2011 में ऐसी खबरें आई कि कॉलेज में लॉरेंस की गर्लफ्रेंड काजल को दूसरे गैंग ने बदला लेने के लिए जिंदा जला दिया। लॉरेंस से बदला लेने के लिए काजल को निशाना बनाया गया। लॉरेंस का बचपन का प्यार उससे छीन लिया गया। चंद सालों तक चली ये लव स्टोरी तो यहीं खत्म हो गई। हालांकि इस घटना को एक्सीडेंट का नाम दिया गया, लेकिन इस घटना के बाद लॉरेंस की जिंदगी ने एक नया रुख लिया।

कॉलेज में लॉरेंस सोपू यानी स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी के नाम से पहले ही एक गुट बना चुका था। धीरे-धीरे उसने अपने गैंग को मजबूत करना शुरू किया। लॉरेंस बिश्नोई भी इन चुनाव में खड़ा हुआ, लेकिन जीत मिली उसके विरोधी गुट को। डीएवी कॉलेज में अब लॉरेंस उस दूसरे ग्रुप के निशाने पर आ गया था। उनके हाथ में ताकत थी। वो किसी भी कीमत पर काजल को लॉरेंस से दूर करना चाहते थे, ताकि लॉरेंस टूट जाए। साल 2011 में ऐसी खबरें आई कि कॉलेज में लॉरेंस की गर्लफ्रेंड काजल को दूसरे गैंग ने बदला लेने के लिए जिंदा जला दिया। लॉरेंस से बदला लेने के लिए काजल को निशाना बनाया गया। लॉरेंस का बचपन का प्यार उससे छीन लिया गया। चंद सालों तक चली ये लव स्टोरी तो यहीं खत्म हो गई। हालांकि इस घटना को एक्सीडेंट का नाम दिया गया, लेकिन इस घटना के बाद लॉरेंस की जिंदगी ने एक नया रुख लिया।लॉरेंस ने रिवाल्वर खरीद ली और छात्र संघ के उन नेताओं पर फायरिंग की जिनपर उसकी गर्लफ्रेंड को मारने के आरोप लगे थे। लॉरेंस ने यहां से अपना रिश्ता अपराध की दुनिया से जोड़ना शुरू कर दिया। वो जग्गू भगवानपुरिया के कॉन्टेक्ट में आया और बस फिर इस दलदल में धंसता ही चला गया। अपराध के रोज नए केस उस पर दर्ज होने लगे। शायद अगर लॉरेंस की लव स्टोरी अधूरी न रही होती तो आज इस गैंगस्टर की कहानी कुछ और होती।

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