जैसा कि सभी जानते हैं बांग्लादेश बनने के बाद बांग्लादेश में कोई भी हिन्दी फ़िल्म रिलीज़ नहीं हुई है. बांग्लादेश सन् 1971 में बना था. तब से अब तक वहां एक भी हिंदी फिल्म रिलीज नहीं हुई है. लिहाजा, ‘पठान’ बांग्लादेश में पहली बार रिलीज होने वाली पहली हिंदी फिल्म बन गई है. वितरक उत्साहित हैं क्योंकि ‘पठान’ बांग्लादेश में रिलीज होगी परंतु ख़बर के अनुसार इतने वर्षों के बाद बांग्लादेश में हिन्दी फ़िल्म रिलीज़ होने वाली है जिस फ़िल्म का नाम काफ़ी मशहूर हैं साथ ही इस फ़िल्म ने करोड़ों की कमाई की है फ़िल्म का नाम ‘पठान’ है. जिस फ़िल्म के लीड एक्टर और कोई नहीं बल्कि इंडस्ट्री के स्टार शाहरुख़ ख़ान है. तो आइए आज आपको बताते हैं बांग्लादेश में रिलीज़ होने वाली फ़िल्म के बारे में विस्तार से
फ़िल्म ‘पठान’ ने जमकर कमाई की है यह फ़िल्म भारत में 25 जनवरी 2023 को थियेटर में रिलीज़ हुई थी. फ़िल्म के रिलीज़ होने से पहले यह फ़िल्म काफ़ी विवादों से घिरी हुई थी जिसका कारण इस फ़िल्म का गाना था और कपड़ों का रंग था लेकिन फिर भी इस फ़िल्म ने इतिहास रच दिया है इतने विवाद होने के कारण भी इस फ़िल्म ने लोगों से अधिक प्यार पाया है और फैंस का दिल जीत लिया है. शाहरुख़ ख़ान ने इस फ़िल्म से अपनी दमदार कमबैक की है. भारत में फ़िल्म पठान ने 500 करोड़ से ज़्यादा की कमाई की है और अगर वर्ल्ड वाइड कमाई की बात करें तो इस फ़िल्म की वर्ल्ड वाइड कमाई 1000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की रही है परंतु यह फ़िल्म में बस इतना ही कमाई नहीं करने वाली है क्योंकि अब यह फ़िल्म बांग्लादेश में भी रिलीज़ होने जा रही है जिसके वजह से इस फ़िल्म की कमाई पर चार चाँद लगाने वाले हैं.
बीते शुक्रवार को रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पता चला है फ़िल्मों पठान बांग्लादेश में जल्द ही रिलीज़ होने वाली है. इस फ़िल्म को लोग एक से ज़्यादा बार देख रहे हैं क्योंकि वे फ़िल्म में शाहरुख़ ख़ान ने अपने नए लुक्स से लोगों को इम्प्रेस कर दिया है. फ़िल्म पठान बांग्लादेश में आने वाले 12 मई 2023 को थियेटर में रिलीज़ होने जा रही है जो पहली हिन्दी फ़िल्म होगी. एक बार फिर शाहरुख़ ख़ान की फ़िल्म पठान थियेटर में अपना जलवा दिखाने वाली है फिर से एक बार ‘झूमे में जो पठान’ का नशा चढ़ने वाला है. फैंस इस ख़बर को सुनकर उत्तेजित हो रहे है और फ़िल्म के रिलीज़ डेट का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं.
क्या आप जानते हैं बांग्लादेश में हिंदी फ़िल्म क्यों बैन है ?
बांग्लादेश सन् 1972 में पाकिस्तान से आज़ाद हुआ था. वहां की अपनी फिल्म इंडस्ट्री हैं साथ ही फिल्ममेकर्स है जिस वजह से हिन्दी फ़िल्मों को बैन किया गया है ताकि बांग्लादेश के फिल्ममेकर्स को नुक्सान न हो, इसलिए बांग्लादेश में शुरू से ही बॉलीवुड फिल्मों कीरिलीज पर बैन लगा हुआ था. वहां हिंदी फिल्मों की रिलीज के खिलाफ विरोध जताने वाले एक्टर्स और फिल्ममेकर्स का लॉजिक ये थाकि इससे देश की अपनी फिल्म इंडस्ट्री के बिजनेस को नुकसान पहुंचेगा. लेकिन समय के साथ बांग्लादेश के सिनेमा घरों में पहले वाली बात नहीं रही है जिसके वजह से रिपोर्ट्स बताती हैं कि बांग्लादेश में अधिकतर फिल्में दूसरे देशों या इंडियन फिल्मों के कमजोर रीमेक होती हैं या फिर छोटी इंग्लिश फिल्में जिन्हें बोल्ड सीन्स की वजह से ऑडियंस मिल जाती है. पिछले कुछ सालों की बात करें तो पिछले कुछ सालों में बांग्लादेशी फिल्मों के हल्के स्टैंडर्ड की वजह से, जनता का इनके लिए क्रेज कम हो रहा है. मानो जैसे की जनता सिनेमा घरों में जाने से बोर हो गई हो. रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसके कारण जहां साल 2000 तक बांग्लादेश में करीब 1600 थिएटर्स थे, वहीं साल 2010 में घट कर सिर्फ़ 600 थिएटर्स ही रहे गए है और यही वजह थी कि बांग्लादेशी एक्टर्स–फिल्ममेकर्स के विरोध से अलग, थिएटर मालिक लगातार हिंदी फिल्में दिखाने की मांग कर रहे थे. डीवीडी, केबल और पायरेसी के जरिए हिंदी फिल्में बांग्लादेश में देखी जा रही थीं ऐसा कहना ग़लत नहीं होगा कि बांग्लादेश में हिन्दी फ़िल्मों का क्रेज़ अधिक है और वहां की जनता में बॉलीवुड स्टार्स बहुत पॉपुलर हो रहे थे. थिएटर के मालिकों का कहना था कि इंडियन फिल्मों से थिएटर में ज्यादा भीड़ जुटती है और ये उनके बिजनेस के लिए अच्छा है. जिसके कारण एक बार फिर से ही बांग्लादेश में हिन्दी फ़िल्म 12 मई 2023 को रिलीज़ होने वाली है.