आज जानिए सबसे बड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की कहानी!

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आज हम आपको सबसे बड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की कहानी सुनाने जा रहे हैं! सिद्ध मूसेवाला की हत्या हो गई, रैपर हनी सिंह से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई, तिहाड़ जेल में में खूनी गैंगवार हो गई, हथियारों की जखीरा पाकिस्तान से भारत आ गया। ये तमाम क्राइम की घटनाएं लोगों के होश उड़ा देती है और इन अपराधों को अंजाम देता है एक शख्स जो देश में रहता ही नहीं है। सिर्फ ईमेल करके अपने किए जुर्मों को शान से बताता है, ‘ये मैंने किया है’। दो दिन पहले रैपर हनी सिंह ने दिल्ली पुलिस से मदद ली। हनी सिंह ने एक शिकयत दर्ज करवाई। ये शिकायत थी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ। गोल्डी बराड़ ने हनी सिंह को फोन किया और धमकाया कि अगर उसने 50 लाख नहीं दिए तो वो उसकी हत्या कर देगा। अब हनी सिंह के पास ये फोन आया तो घबराना तो लाजमी था। ये वही गोल्डी बराड़ था जिसने सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई थी। सिंगर सिद्धू मूसेवाला को पिछले साल हमला करके मार दिया गया था। बाद में इस हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने ली थी। गोल्डी बराड़ ने कहा था कि बिश्नोई गैंग के नाम पर इस हत्या की जिम्मेदारी मैं लेता हूं।

कौन है ये गोल्डी बराड़ जो पहले कत्ल करता है और फिर उसे बताना अपनी शान समझता है। देश का सबसे बड़ा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई है और ये शख्स गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का सबसे खास दोस्त है। बिश्नोई गैंग का सबसे भरोसेमंद आदमी। ऐसा शख्स जो बिश्नोई गैंग को विदेशों में फैला रहा है और देश में अपराध करके दहशत फैला रहा है। लॉरेंस बिश्नोई जेल में है, लेकिन लॉरेंस का ये सबसे खास आदमी सात समंदर पार से हत्याएं करवा के भी खुली हवा में घूम रहा है और इसी के जरिए लॉरेंस सारे काम करवा रहा है। गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला है। साल 1994 में जन्म हुआ, माता पिता ने नाम रखा सतविंदर सिंह। पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। बेटे को भी पढ़ा लिखा कर काबिल बनना चाहते थे, लेकिन सतविंदर उर्फ गोल्डी ने तो अपनी अलग ही राह चुन ली थी। दरअसल गोल्डी के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या हो जाती है और इस हत्या का बदला लेने के लिए गोल्डी क्राइम का रास्ता चुन लेता है। गोल्डी गैंगस्टर्स के संपर्क में आता है। जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई से भी इसकी मुलाकात होती है और फिर गोल्डी अपने भाई के कत्ल के आरोपी कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या करवा देता है।

इस हत्या के बाद गोल्डी फटाफट स्टूडेंट वीजा पर कनाडा भाग जाता है। इसके बाद ये कनाडा से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है। कनाडा में बिश्नोई गैंग के तार फैलाना, पाकिस्तान में डीलिंग करवाना, मॉडर्न हथियारों की सप्लाई ये सारे काम गोल्डी ही देखता है। साल 1994 में जन्म हुआ, माता पिता ने नाम रखा सतविंदर सिंह। पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। बेटे को भी पढ़ा लिखा कर काबिल बनना चाहते थे, लेकिन सतविंदर उर्फ गोल्डी ने तो अपनी अलग ही राह चुन ली थी। दरअसल गोल्डी के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या हो जाती है और इस हत्या का बदला लेने के लिए गोल्डी क्राइम का रास्ता चुन लेता है। गोल्डी गैंगस्टर्स के संपर्क में आता है। जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई से भी इसकी मुलाकात होती है और फिर गोल्डी अपने भाई के कत्ल के आरोपी कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या करवा देता है।गोल्डी बराड़ A प्लस कैटेगरी का गैंगस्टर है। इसके खिलाफ पंजाब में कई मामले दर्ज है जो इसने कनाडा में बैठकर करवाएं हैं। पुलिस के मुताबिक गोल्डी चेहरा बदलकर बदलकर कनाडा में रहता है ताकि पकड़ में ना आ सके। पुलिस के पास इसकी पांच अलग-अलग रूपों की तस्वीरें हैं। इस गैंगस्टर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका है।

बीच में इसकी गिरफ्तारी की खबरें भी आई थी, लेकिन बाद में वो सिर्फ अफवाह निकली।साल 1994 में जन्म हुआ, माता पिता ने नाम रखा सतविंदर सिंह। पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। बेटे को भी पढ़ा लिखा कर काबिल बनना चाहते थे, लेकिन सतविंदर उर्फ गोल्डी ने तो अपनी अलग ही राह चुन ली थी। दरअसल गोल्डी के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या हो जाती है और इस हत्या का बदला लेने के लिए गोल्डी क्राइम का रास्ता चुन लेता है। गोल्डी गैंगस्टर्स के संपर्क में आता है। जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई से भी इसकी मुलाकात होती है और फिर गोल्डी अपने भाई के कत्ल के आरोपी कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या करवा देता है। ये भी खबरें है कि पिछले कुछ समय में कनाडा छोड़कर अमेरिका के कैलिफोर्निया में पहुंच चुका है। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक इसे डर था कि कनाडा में इसकी हत्या भी हो सकती है इसलिए इसने अपनी जगह को बदलना मुनासिब समझा।