आज हम आपको भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की कहानी सुनाने जा रहे हैं! विदेशी मंच पर वो भारत का पक्ष बड़ी ही बेबाकी से रखते हैं। चीन को सुनाना हो या पाकिस्तान को बिना लाग-लपेट सुना देते हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान फंसे भारतीयों को निकालना हो तो वो लीड फ्रॉम द फ्रंट करते हैं। विदेश मामलों पर जब भारतीय जनता पार्टी बीजेपी पर विपक्ष हमलावर होता है तो वो चट्टान की तरह पार्टी का पक्ष रखते हैं। हम यहां बात कर रहे हैं विदेश मंत्री एस जयशंकर की। यूक्रेन युद्ध पर उन्होंने बड़ी बेबाकी से भारत का पक्ष रखा। जवाब तो ऐसे होते हैं की कूटनीतिक पंडित भी वाह-वाह करने से नहीं रोक पाते हैं। रूस से तेल खरीदने पर जयशंकर ने यूरोपीय देशों को जो सुनाया था उसकी गूंज आज भी सुनाई देती है। चीन को दुनिया के मंचों पर घेरना हो तो भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर पीएम नरेंद्र मोदी के ‘ब्रह्मास्त्र’ हैं। हर जगह सटीक जवाब और वो भी बिना लाग-लपेट के। हो भी क्यों न, आखिर जयशंकर करियर डिप्लोमेट जो रहे हैं। वैसे भी देश में कहावत भी है जैसा देश, वैसा भेष। जब दूसरे देश में कूटनीति की बात आती है तो वहां जयशंकर का कोई जोर नहीं है। और जब बात देश में राजनीति की आती है तो भी जयशंकर भगवा दल के लिए बेहद अहम होते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं से उनकी सहज तरीके से जुड़ने की कला बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकती है।
विदेश मंत्री जयशंकर वाराणसी में जी-20 की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इसी दौरान वो पार्टी की दलित बूथ अध्यक्ष के घर नाश्ता करने पहुंचते हैं। पिछले दो दिन से इसकी तैयारी में जुटीं सुजाता के लिए ये किसी बड़ी घटना से कम नहीं था। विदेश में दुनिया के बड़े-बड़े देशों को अपनी बयानों से पानी पिलाने वाले जयशंकर पार्टी कार्यकर्ता के घर नाश्ते पर जो आ रहे थे। इस तस्वीर में सुजाता के हाथ में खाने की थाली है, जिसमें पूड़ी, सब्जी दिख रही है। जयशंकर ने भी बड़े चाव से नाश्ता किया और उसकी तारीफ भी की। जब जयशंकर ने नाश्ता खत्म किया तो सुजाता खुद उनकी थाली उठाने पहुंची तो तस्वीरों में दिख रहा है कि वो बूथ अध्यक्ष से बड़ी ही आत्मीयता के साथ बात कर रहे हैं। वो मुस्कुराते हुए कुछ पूछ भी रहे हैं।
मिशन 2024 की तैयारी में जुटी बीजेपी को भी जयशंकर की ताकत का पता है। देश की कूटनीति के क्षेत्र में झंडा गाड़ने के बाद अब जयशंकर पार्टी के लिए ग्राउंड लेवल पर भी काम कर रहे हैं। नौकरशाह से नेता बने जयशंकर अब बीजेपी संगठन में भी बेहद अहम होते जा रहे हैं। विदेश मंत्री का रविवार को वाराणसी में एक दलित बूथ अध्यक्ष सुजाता धूसिया के घर नाश्ता करने का एक फोटो वायरल हो रहा है। इस तस्वीर में वो पार्टी कार्यकर्ता के साथ जिस सहजता के साथ बैठकर नाश्ता कर रहे हैं वो उनकी एक अलग ही छवि को दिखा रहा है।
बूथ अध्यक्ष के नाश्ता करने के बाद जब जयशंकर ने सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘नाश्ता बड़ा ही स्वादिष्ट था।’ इससे पहले सुजाता ने कहा था कि उनका परिवार एक दिन पहले से ही तैयारी में जुटी हुई थीं। जयशंकर ने सुजाता के घर खिचड़ी, आलू पनीर की सब्जी खाई। गौरतलब है कि पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में जी-20 मंत्रियों की बैठक हो रही है। विदेश मंत्री इसी में भाग लेने पहुंचे थे।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपने बेबाक विदेश मंत्री के जरिए एकसाथ कई संदेश देने की कोशिश कर रही है। कहते हैं कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है। बीजेपी को ये अच्छे से पता है कि लगातार दो बार केंद्र में सत्ता की वापसी यूपी से ही हुई थी। ऐसे में जयशंकर का दलित कार्यकर्ता के घर नाश्ता करना, उसी मिशन का आगाज है। पिछले दो लोकसभा चुनाव में दलितों ने बीजेपी को जमकर वोट किया था। ऐसे में बीजेपी अपने इन वोटरों को जयशंकर के जरिए ठोस संदेश देने की कोशिश शुरू कर चुकी है।
जयशंकर इस वक्त गुजरात से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं। पार्टी केंद्र में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए कमर कस चुकी है। बताया जा रहा है कि पार्टी ऐसे जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश भी तेज कर चुकी है जो 2024 में पार्टी को तीसरी बार सत्ता में लाने में सफलता दिलाए। जयशंकर ने बतौर विदेश मंत्री जिस तरह से काम किया है, उससे उनकी क्षमता को साबित हो चुकी है। हो सकता है कि पार्टी 2024 के लिए जयशंकर को किसी लोकसभा सीट से उतार दे। दरअसल, बीजेपी किसी भी चुनाव को एक चुनौती के तौर पर लेती है। इस चुनौती को पार पाने वाले हर शख्स पर पार्टी दांव खेलती है। कुछ दिन पहले ही बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन चर्चा शुरू की थी। जयशंकर का भी दलित बूथ अध्यक्ष के घर नाश्ता करना उसी का हिस्सा है।