आज जानिए कहानी जग्गू भगवानपुरिया की!

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आज हम आपको जग्गू भगवानपुरिया की कहानी सुनाने जा रहे हैं! फिल्मों में गैगस्टर की कहानियां अक्सर आपने देखी होंगी, बिल्कुल उसी अंदाज में पंजाब में चलती है गैंगवार। ये वार होती है खुद को नंबर वन साबित करने की। पंजाब में वैसे तो कई गैंग है, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई, बांबीहा और जग्गू भगवानपुरिया के गैंग की खासी दहशत है। पिछले दो दशक में ये गैंगस्टर्स ने अपने नेटवर्किंग को विदेशों तक बढ़ा दिया है। अपने काले धंधों से वैसे तो पंजाब के ये सभी गैंगस्टर करोड़ों के मालिक बन चुके हैं, लेकिन इन सब गैंगस्टर्स में सबसे अमीर है जग्गू भगवानपुरिया। जग्गू भगवानपुरिया गुरदासपुर के भगवानपुर गांव का रहने वाला है। पैदा हुआ तो माता-पिता ने नाम दिया जसप्रीत सिंह। कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी, लेकिन मन लगा जुर्म की दुनिया में। जैसे जैसे बड़ा हुआ जुर्म की दुनिया से जुड़ने लगा और फिर अपना नाम बदलकर रख लिया जग्गू भगवानपुरिया। अपने गांव के नाम भगवानपुर से अपना नाम जोड़कर गैंगस्टर की दुनिया में कदम रखा। गुरी नाम के पंजाब के ही एक गैंस्टर के साथ मिलकर उसने काम कर शुरू किया। छोटी-मोटी लूटपाट, मारपीट, वसूली जैसे कामों को करते हुए वो आगे बढ़ता रहा। इसके बाद बाद जग्गू ने पैसे लेकर हत्याएं करवानी शुरू की। यानी दूसरों के नाम की सुपारी लेकर वो हत्याएं करवाता। इस काम में उसे खूब पैसा मिलने लगा।

जग्गू भगवानपुरिया ने अपनी नेटवर्किंग भी शुरू कर दी थी। अब पंजाब के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश तक भी जग्गू के कनेक्शन जुड़ने लगे थे। जग्गू का मकसद था ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना। उसके गैंग में कई शार्प शूटर शामिल हो चुके थे। वो पैसे के लिए किसी की भी हत्या करवा सकता था। सुपारी किलिंग के बाद जग्गू ने हथियार सप्लाई करने में भी अपना हाथ आजमाया। जग्गू भगवानपुरिया बॉर्डर पार से भी हथियार सप्लाई कर देश में लाने लगा और दूसरे गैंगस्टर्स को महंगे दामों में देने लगा। इस काम में उसे मोटी कमाई होती थी। नॉर्थ इंडिया में हथियारों की नेटवर्किंग का सबसे बड़ा कारोबार जग्गू भगवानपुरिया का ही है।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग को भी हथियार जग्गू ही सप्लाई करता था। सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में हथियार सप्लाई करने से लेकर वाहन मुहैया करवाने तक के हर काम जग्गू भगवानपुरिया के गैंग ने ही किए थे। खबरों के मुताबिक लारेंस बिश्नोई गैंग को जग्गू भागवानपुरिया मॉर्डन हथियार सप्लाई करवाता था, लेकिन बदले में हर हथियार के कम से कम 5 लाख रुपए लिए जाते थे। जो काफी ज्यादा रकम थी। सिद्ध मूसेवाला केस के बाद हथियारों को के पैसों को लेकर ही दोनों गैंग में लड़ाइयां शुरू हो गई थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग को ये शक हो गया था कि जग्गू भगवानपुरिया पैसो के लिए उनके विरोधी गैंग को भी हथियार प्रोवाइड कर रहा है।

इसके अलावा जग्गू भगवानपुरिया नशे का कारोबार भी करता है। पंजाब में हर इलाके में ड्रग्स सप्लाई करने में जग्गू के गैंग का सबसे बड़ा रोल रहा है, जबकि लॉरेंस गैंग इसके खिलाफ है। ये भी एक बड़ी वजह थी दोनों के बीच टकराव की। यहां तक कि लॉरेंस के साथी गोल्डी बराड़ ने जब पंजाब में तरनतारन की गोंइदवाला जेल में हुई 2 हत्याओं की जिम्मेदारी ली तो उस पोस्ट में जग्गू भगवानपुरिया के नश के कारोबार का जिक्र भी किया। ड्रग सप्लाई से भी जग्गू करोड़ों रुपये कमा चुका है।

आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि जग्गू सालों से तिहाड़ जेल में बंद है और वही जेल के अंदर से ये सारी नेटवर्किंग कर रहा है। उसके शूटर पूरे देश में फैले हुए हैं।यहां तक कि लॉरेंस के साथी गोल्डी बराड़ ने जब पंजाब में तरनतारन की गोंइदवाला जेल में हुई 2 हत्याओं की जिम्मेदारी ली तो उस पोस्ट में जग्गू भगवानपुरिया के नश के कारोबार का जिक्र भी किया। ड्रग सप्लाई से भी जग्गू करोड़ों रुपये कमा चुका है। जेल के अंदर रहकर ही वो बड़े-बड़े हथियारों का जखीरा मंगवाता है। जेल के अंदर से ही सुपारी किलिंग करता है और तिहाड़ की चारदीवारी से ही होता है ड्रग्स सप्लाई करने का कारोबार।

इस गैंगस्टर की संपत्ति अरबों रुपये की है। चंद सालों में ही ये पंजाब का सबसे अमीर गैंगस्टर बन चुका है। गुरुदासपुर के एक छोटे से गांव का साधारण लड़का खुद को जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह मानता है। जग्गू पर 150 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है। उसके कई बड़े नेताओं से भी कनेक्शन है। माना जाता है कि नेताओं के कनेक्शन के बलबूते पर ही वो जेल में रहकर भी बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम दे रहा है।