Friday, November 22, 2024
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विदेश की डिग्री हासिल करना हैं तो जानिए इन 10 बेहतरीन मेडिकल कॉलेजों के नाम

विदेश में पढ़ना हर स्टूडेंट्स का सपना होता है लेकिन इस सपने को पूरा करना बेहद कठिन होता है हर स्टूडेंट् बाहर यानी विदेश  की डिग्री पाना चाहते है साथ ही बाहर सेटल भी होना चाहते है. अक्सर हम सुनते हैं भारत के मुक़ाबले अन्य विदेश शहरों में अच्छी सैलरी दी जाती है जिसके कारण भारतीय लोग भारत को छोड़कर अन्य देश चले जाते है क्योंकि भारत में दी जाने वाली सैलरी से वह अपने घर का पालनपोषण नहीं कर पाते है. विदेश में आने का मुख्य कारण है स्टूडेंट्स का होता है क्योंकि अधिक से ज़्यादा स्टूडेंट्स को भारत में उनके मन पसंदीदा कोर्स में एडमिशन नहीं मिल पाता है. जिसके वजह से स्टूडेंट्स बाहर आने की प्लानिंग करते हैं सभी कोर्स के बच्चे बाहर पढ़ना चाहते हैं लेकिन मेडिकल कोर्स के बच्चों को बड़ी मुश्किल से एडमिशन मिलता है. भारत में बढ़ती मेडिकल सीटों के कारण छात्रछात्राओं को अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल पाना नामुमकिन हो जाता है. सिर्फ़ उन्हीं स्टूडेंट्स को सीट मिलती है जिन्होंने बहुत अच्छा रैंक प्राप्त किया होता है.

अगर 2023 के इस साल का आंकड़ा देखा जाए तो इस साल 20 लाख क़रीब छात्रों ने अंडर ग्रैजुएट मेडिकल कोर्स में एडमिशन पाने के लिए नीट और यूजी एग्ज़ाम दिया था लेकिन उसमें से सभी छात्रों को एडमिशन पाना नामुमकिन सा है. इसका अंदाज़ा इस लिए लगाया गया क्योंकि इस एग्ज़ाम में 11 लाख 45 हज़ार 976 छात्रछात्राओं को एंट्रेंस एग्ज़ाम में क्वालीफाई किया गया है यानी कि सिर्फ़ इतनेही छात्रों को एंट्रेंस एग्ज़ाम में पास किया गया है. जैसा कि सभी ने सुना है मेडिकल कॉलेजों में सीटों को अधिक बढ़ा दिया गया है. जिसकी संख्या बढ़कर 1 लाख 7 हज़ार 658 हो गई है. (एन.एम.सी) नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा 50 नए कॉलेजों को मंज़ूरी दी गई थी जिसके बाद देश में मैल मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 702 हो चुकी है. जिसके बाद मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाई गई है जिसकी संख्या तक़रीबन 8,195 हो गई है. 8,000 सीटों के बढ़ने से भी सभी छात्रों को मेडिकल सीट मिल पाना मुश्किल है कि सिर्फ़ उन्हीं छात्रों को सीटें मिल पाएगी जिन्होंने (MBBS) बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एण्ड बैचलर ऑफ़ सर्जरी में अच्छा रैंक हासिल किया हो. तो इसलिए आज हम आपको ऐसे 10 कॉलेजों के नाम बताने वाले हैं जो विदेश में मेडिकल कोर्स के लिए बेहद अच्छे हैं.

1.हॉवर्ड यूनिवर्सिटी

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल विश्व के सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी मेडिकल स्कूलों में से एक है. विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार साल 2019-2020 शैक्षणिक वर्ष में, 6,708 में से 168 उम्मीदवारों को स्वीकार किया गया, जो 2.5% स्वीकृति दर का प्रतिनिधित्व करता है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में एमबीबीएस के लिए 12वीं में न्यूनतम 75% से 85% अंक होने चाहिए. साथ ही IEKTS, TOEFL, MCAT, या NEET के स्कोर भी जरूरी हैं. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की फीस USD 40,000–52,000 (INR 29.83–38.78 लाख) के बीच है.

2.यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफोर्ड मेडिकल कॉलेज

यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफोर्ड मेडिकल कॉलेज में बैचलर डिग्री प्रोग्राम के लिए छात्रों को 12th में कम से कम 60-80% अंक प्राप्त होने चाहिए. अगर आप मास्टर्स के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो आपको तीन से चार वर्ष की बैचलर डिग्री को पास करना ज़रूरी है. बैचलर डिग्री में प्रथम या उच्च द्वितीय श्रेणी में (2.1) या कम से कम 3.5 / 4.0 GPA स्कोर होने चाहिए. यदि आवेदक के पास ओरिजिनल ट्रांसक्रिप्ट इंग्लिश में नहीं हैं, तो उनको एक ऑफिसियल ट्रांसलेशन भी देना होगा. अगर आप पी.एच.डी के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो आपको संबंधित कोर्सेज में मास्टर डिग्री को पास करना ज़रूरी है. एक अच्छा स्कोर अंग्रेज़ी भाषा में होना आवश्यक है. आवश्यक टेस्ट स्कोर GMAT स्कोर: 650, GRE स्कोर:160, SAT स्कोर:1470, ACT स्कोर:32,TOEFL स्कोर: 110, IELTS स्कोर: 7.5

3.स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसिन

छात्र स्कूल पोर्टल, कॉमन एप्लीकेशन या अलायन्स एप्लीकेशन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैंएप्लीकेशन फीस:यूएसडी 90 (6,750 रुपये), ग्रेजुएट: यूएसडी 125 (9,375 रुपयेएडमिशन प्रोसेसिंग टाइम: स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय को एक एप्लीकेशन को प्रोसेस करने में लगभग तीन से चार हफ्ते लगते हैं. एडमिशन आवश्यता: इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को नीचे दी गई आवश्यकताओं को पूरा करना ज़रूरी है

पूरा एप्लीकेशन फॉर्म और नॉन रिफंडेबल एप्लीकेशन फीस की पेमेंट. पर्सनल एस्से, पासपोर्ट की कॉपी, फाइनेंस के सर्टीफिकेशन्स, IELTS/TOEFL के अंक ACT या SAT के अंक.

4. जोन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी

जोन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी का नाम दुनिया के सबसे महंगे विश्व विद्यालयों में दूसरे नंबर पर है. यहां की ऐवरेज फीस $68,852 यानि 51,77,560.23 INR तक है. यह दुनिया का दूसरा सबसे महंगा विश्व विद्यालय मैरीलैंड के बाल्टीमोर में स्थित एक निजी शोध महाविद्यालय है.

5. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (औमतौर पर केंब्रिज) इंग्लैंड के कैंब्रिज शहर में स्थित एक विश्वविद्यालय है. यह अंग्रेजी भाषा देशों में दूसरा सबसे पुराना और यूरोप में चौथा सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. वर्तमान समय में इसके साथ 31 कॉलेज, 100 विभाग, फैकल्टीज और सिंडिकेट और 6 स्कूल संबद्ध हैं. इसमें 17000 छात्र एनरोल हैं, जिनमें 120 विभिन देशों के 1000 अंतर राष्ट्रीय छात्र शामिल हैं.

6. यूसीएल (यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन) लंदन, यूनाइटेड किंगडम 

7. करोलिंस्का इंस्टीट्यूट (स्वीडन

8. इंपीरियल कॉलेज लंदन फैकल्टी ऑफ मेडिसिन (यूनाइटेड किंगडम

9. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, लॉस एंजिल्स (यूसीएलए)

10. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन फ्रांसिस्को (यूसीएसएफ) स्कूल ऑफ मेडिसि 

 

 

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