नई दिल्ली। आज हम बात कर रहे है चॉकलेट को लेकर, चॉकलेट तो सबको पसंद होती है परंतु सेहत के लिए कौन सी चॉकलेट अच्छी है इसको जानना जरुरी है। हालांकि, एक्सपर्ट्स अक्सर चॉकलेट के सेवन के खिलाफ बात करते हैं, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो दिल के मरीज़ हैं या फिर डायबिटीज़ के रोगी है जिनका ब्लड शुगर स्तर बढ़ा हुआ है। लेकिन प्यार और खुशी के इस दिन हम आपको बता रहे हैं चॉकलेट के कुछ फायदों के बारे में।
1- अच्छी क्वालिटी वाली डार्क चॉकलेट फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज और कुछ अन्य खनिजों से भरपूर होती है। यह ऑर्गैनिक यौगिकों से भरा हुआ है जो जैविक रूप से सक्रिय हैं और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं – इनमें पॉलीफेनोल्स, फ्लेवनॉल और कैटेचिन शामिल हैं। कोको में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक धमनियों में रक्त के प्रवाह में सुधार कर सकते हैं और रक्तचाप में एक छोटी लेकिन सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण कमी का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, कोको ऑक्सीकृत एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर) को कम करता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो रक्तप्रवाह में प्रवेश करते हैं और लिपोप्रोटीन को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं। कोको में फ्लेवनॉल्स त्वचा में रक्त के प्रवाह में सुधार कर सकते हैं और इसे सूरज की क्षति से बचा सकते हैं। और पॉलीफेनोल्स डायबिटीज़ के रोगियों में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकते हैं। इसलिए आप डार्क चॉकलेट का आनंद आराम से उठा सकते हैं, लेकिन इसका सेवन सीमित ही रखें।
2- वाइट चॉकलेट हार्ट फेलियर के जोखिम को कम कर सकती है। एक्सपर्ट्स ने कहा कि चॉकलेट में कई फ्लेवनॉल होते हैं, जो उन रोगियों के लिए अच्छे हैं जो हृदय रोग से जूझ रहे हैं या जिन्हें दिल की विफलता का ख़तरा है। व्हाइट चॉकलेट में आपके शरीर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के कुछ गुण होते हैं। सफेद चॉकलेट में चीनी इसे हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित लोगों के लिए एक त्वरित और आसान समाधान बनाती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक दिन में 15 से 20 ग्राम से अधिक सफेद चॉकलेट का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि 100 ग्राम सफेद चॉकलेट में 560 किलो कैलोरी होती है। साथ ही इसमें फैट्स और शुगर का स्तर भी काफी होता है इसलिए इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं।