इस समय भारत हो या चीन सभी जगह राजनैतिक उठापटक चल रही है! चीन इन दिनों सत्ता परिवर्तन के उठापठक से गुजर रहा है। एक दलीय शासन होने के कारण चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही चीन के नए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव करने वाला है। पार्टी ने चंद दिनों पहले ही बेइदैहे में एक गुप्त नेतृत्व सम्मेलन भी आयोजित किया था। ऐसे में अब सबकी नजरें आगामी कांग्रेस सम्मेलन पर टिकी हुई हैं। इस बीच जो वाइस प्रीमियर हू चुनहुआ के नाम की भी खूब चर्चा हो रही है। उन्हें 2027 में वर्तमान राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, जिनपिंग और हू चुनहुआ के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं। यही कारण है कि आगामी कांग्रेस में दोनों नेताओं के बीच खींचतान देखने को मिल सकती है। हू चुनहुआ को चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ का खास माना जाता है। चुनहुआ सार्वजनिक तौर पर बहुत कम ही बोलते हैं। ऐसे में आम कहावत है कि उनकी चुप्पी में भी कई राज छिपे होते हैं, जो बड़े-बड़ों को मात दे सकता है।
36 का आंकड़ा
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली ने बुधवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लियाओनिंग प्रांत के दौरे की सूचना दी। इसी अखबार ने बताया था कि मंगलवार को प्रीमियर ली केकियांग ने ग्वांगडोंग प्रांत में एक बैठक में भाग लिया था। इससे पता चलता है कि दोनों नेता बीजिंग के पास समुद्र के किनारे बसे उसी रिसोर्ट से लौटे हैं, जहां हर साल शीर्ष अधिकारी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सेवानिवृत्त बुजुर्ग महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा करने के लिए अनौपचारिक रूप से मिलते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि शी जिनपिंग अपने तीसरे कार्यकाल को आसानी से पा लेंगे। वहीं हू चुनहुआ शी जिनपिंग के दरकिनार किए गए गुट के सदस्य हैं। उन्हें हू जिंताओ गुट का नेता माना जाता है।
हू, वर्तमान में चार उपाध्यक्षों में से एक और 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो का हिस्सा है। उनकी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर एक कुशल, व्यावहारिक प्रशासक के रूप में प्रतिष्ठा है। उन्होंने लंबे समय तक कम्युनिस्ट यूथ लीग का नेतृत्व किया है। उन्होंने तिब्बत के अलावा अपने राजनीतिक करियर में इनर मंगोलिया और ग्वांगडोंग प्रांत के पार्टी सचिव के रूप में कार्य किया है। यही कारण है कि उन्हें शीर्ष नेतृत्व पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। कुछ लोग उन्हें ली केकियांग के उत्तराधिकारी के रूप में प्रधानमंत्री के तौर पर भी देखते हैं। 2012 में पार्टी के नेता के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद से शी कम्युनिस्ट यूथ लीग की शक्ति से सावधान रहे हैं। अगर हू चुनहुआ एलीट पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के सदस्य बनने में सफल होते हैं, तो उन्हें 2027 पार्टी कांग्रेस में शी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा सकता है।
हू चुनहुआ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के पोलित ब्यूरो के सदस्य और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के उप प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने अपने अधिकांश करियर के लिए तिब्बत में काम किया और कम्युनिस्ट यूथ लीग के माध्यम से आंशिक रूप से पार्टी के रैंक में चढ़े। सीसीपी के पूर्व महासचिव हू जिंताओ के साथ उनके करियर की समानता के कारण उन्हें लोकप्रिय रूप से “लिटिल हू” के रूप में जाना जाता है। 2008 में जब उन्होंने हेबेई प्रांत में पद ग्रहण किया तो वे चीन के सबसे कम उम्र के गवर्नर बने। फिर उन्हें 2009 में इनर मंगोलिया के पार्टी सचिव के रूप में पदोन्नत किया गया। 2012 में, उन्हें ग्वांगडोंग के कम्युनिस्ट पार्टी सचिव का काम दिया गया और पोलित ब्यूरो का सदस्य बनाया गया।
हू चुनहुआ का जन्म अप्रैल 1963 में हुबेई के वुफेंग काउंटी में किसानों के परिवार में हुआ था। 1979 में उन्होंने गाओकाओ परीक्षा में अपनी काउंटी में पहला स्थान हासिल किया। 16 साल की उम्र में वह अपनी कक्षा में सबसे छोटे विद्यार्थी थे। उन्होंने 1983 में पेकिंग विश्वविद्यालय से चीनी भाषा और साहित्य में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वे कम्युनिस्ट यूथ लीग के संगठन विभाग में एक कैडर के रूप में शुरुआत करते हुए तिब्बत में काम करने चले गए। हू चुनहुआ ने तिब्बत में विभिन्न सरकारी और यूथ लीग पदों पर कार्य किया। उनके काम को देखते हुए नवंबर 2003 में उन्हें सीसीपी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्रीय समिति के उप सचिव नियुक्त किया गया। इस दौरान उन्होंने तिब्बत स्वायत्त क्षेत्रीय सरकार के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया। तिब्बत में हू ने तिब्बती अर्थव्यवस्था को विकसित करने, स्वतंत्रता आंदोलन को रोकने और क्षेत्र में अधिक हान चीनी लोगों के बसने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।