आप सोच रहे होंगे आख़िर यह लॉरेंस बिश्नोई कौन है? तो चलिए आप को शुरू से बताते हैं कि आख़िर ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है. आप में से ऐसे कई लोग होंगे जो लॉरेंस बिश्नोई को अच्छी तरह से जानते होंगे. लॉरेंस पंजाब का रहने वाला है लॉरेंस के जन्म तिथि 22 फ़रवरी 1992 है. लॉरेंस के पिता पंजाब के पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर कार्य कर चुके हैं और माँ पढ़ी–लिखी ग्रहणी हैं. लॉरेंस नाम क्रिश्चियन नाम है यह नाम है लॉरेंस की माँ ने रखा था. इस नाम का अर्थ सफ़ेद चमकने वाला होता है, यह नाम इसलिए रखा गया क्योंकि जब लॉरेंस पैदा हुआ था तो उसका रंग एक दम सफ़ेद था. माता-पिता को लगता था कि उनका बेटा खेल की दुनिया में अपना नाम बनाएगा परंतु इसका विपरीत हुआ बेटे ने नाम तो कमाया लेकिन खेल की दुनिया में नहीं बल्कि जुर्म की दुनिया में.
आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं की काफ़ी समय से लॉरेंस बिश्नोई भटिंडा के सेंट्रल जेल में बंद था इस जेल में बंद होने का कारण आपराधिक मामला है जिसकी जाँच के लिए लॉरेंस बिश्नोई को हिरासत में लिया गया था और गुजरात के साबरमती जेल लेकर आया गया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किसी मामले की जाँच करने के लिए मई के आख़िरी हफ़्ते में कस्टडी में लिया था और गुजरात से दिल्ली लेकर आई थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी कोर्ट ने 14 जून तक बढ़ाने का फ़ैसला लिया है. इस फ़ैसले को लेकर दिल्ली जेल के प्रशासन ने साफ़ इंकार कर दिया है यह कहते हुए की लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली के किसी भी जेल में नहीं रखा जाना चाहिए बल्कि उसे पंजाब के जेल में भेज दिया जाना चाहिए इसकी माँग करते हुए दिल्ली जेल प्रशासन ने कोर्ट को एक एप्लीकेशन दी है. कोर्ट ने यह जानने के बाद लॉरेंस बिश्नोई को कस्टडी पूरे होने के बाद भटिंडा जेल भेजने का फ़ैसला किया है. बीते रविवार 11 जून 2023, को लॉरेंस विश्नोई को कोर्ट के सामने पेश किया गया था जहाँ कोर्ट ने पुलिस के एप्लीकेशन को मानते हुए कस्टडी 14 जून 2023 तक बढ़ा दी है, कोर्ट पुलिस के एप्लीकेशन को मद्देनज़र रखते हुए लॉरेंस बिश्नोई को भटिंडा जेल में भेजने को तैयार है. इसके बाद कोर्ट ने सुरक्षा को लेकर भी सख़्त इंतज़ाम करने को कहा है.
दिल्ली पुलिस ने एप्लीकेशन में क्या लिखा था?
दिल्ली पुलिस ने एप्लीकेशन के ज़रिए कोर्ट को यह बताया था की बिश्नोई के जेल में रहने के कारण दिल्ली के जेल की क़ानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. लॉरेंस और उसके गैंग पर हमला किया जा सकता है. इसको लेकर दिल्ली जेल प्रशासन पहले से ही अलर्ट है और किसी भी तरह का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है NIA ने लॉरेंस को कई जेल में रिमाण्ड पर लिया गया है जैसे की भटिंडा, गुजरात और अब दिल्ली. जिस जेल से एजेंसियों ने बिश्नोई को कस्टडी में लिया था, सीधा उसी जेल में भेजा जाना चाहिए, दिल्ली की जेल में भेजना उचित नहीं है. दिल्ली की मंडोली जेल में उसको भेजने का सवाल ही पैदा नहीं होता क्योंकि यहां लॉरेंस की जान को खतरा हो सकता है. जेल में क्राइम सिंडिकेट से जुड़े उसके लोग और विरोधी गैंग के लोग बंद हैं.
NIA की ओर से बड़ा ख़ुलासा
लॉरेंस बिश्नोई के मुताबिक, साल 1998 में सलमान खान ने एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान जोधपुर में काले हिरण का शिकार किया था. काले हिरण को बिश्नोई समाज पूजता है और यही वजह है कि वह सलमान खान को मौत के घाट उतारना चाहता है. सुपरस्टार सलमान ख़ान को कई बार बिश्नोई ने धमकी दिया है लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है सलमान खान को मारने की लगातार धमकी देकर गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई चर्चा में है. यह बात चर्चा में आने के बाद सलमान ख़ान की सिक्यॉरिटी को बढ़ा दिया गया था. हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी (एनआई) ने लॉरेंस बिश्नोई को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया था. एनआईए के मुताबिक, लॉरेंस ने 10 टार्गेट बना रखे हैं, जो सोचा समझा प्लान है. जिसमें सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई ने पहले नंबर पर अपना टारगेट बनाया हुआ हैं. इस लिस्ट में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर का नाम भी शामिल है. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सामने कबूलनामा सामने आया था. लॉरेंस बिश्नोई का गैंग अब दिल्ली, पंजाब, यूपी, झारखंड, हरियाणा, राजस्थान तक में फैल चुका है. फिलहाल लॉरेंस जेल से जबकि कनाडा से गोल्डी बराड़ अपने गैंग को ऑपरेट करते हैं.