नई दिल्ली :उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव खत्म हो चुका है. अब सभी की नजरें 10 मार्च को आने वाले चुनावी नतीजों पर है पार्टियों की हार जीत को लेकर तमाम टीवी चैनलों के सर्वे भी सामने आ गए है राजनीतिक दलों को किसी पर भरोसा ही नहीं रह गया है। इनको आशंका है कि सत्तारूढ़ दल मतदान के बाद जमा ईवीएम में अपने पक्ष में हेरफेर कर सकता हैं। हेराफेरी से भयभीत विपक्षी दल ईवीएम को जमा करने वाले मतगणना स्थल के बाहर कैम्प लगा कर रखवाली करनी शुरू कर दी हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बनारस में ईवीएम से भरी एक गाड़ी को पकड़ने का दावा किया है।पिकअप वैन को सपा के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया है और पहड़िया मंडी के मुख्य द्वार को बंद कर विरोध प्रदशर्न कर रहे हैं। दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने कहा है, “ये चुनाव में इस्तेमाल हुईं ईवीएम नहीं हैं। जो ईवीएम चुनाव में इस्तेमाल हुई थीं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश मौके पर पहुंच गए हैं और प्रत्याशियों को बुला लिया है ताकि वे ईवीएम का मिलान करके पुष्टि कर सकें
अखिलेश यादव ने योगी सरकार और डीएम काउंटिंग से पहले बेइमानी की तैयारी का आरोप लगाकर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि वहां ईवीएम लदीं तीन गाड़ियां कहीं भेजी जा रही थीं। हमारे लोगों ने एक गाड़ी पकड़ ली और दो गाड़ियां भाग गईं। अखिलेश ने सवाल किया कि इतनी फोर्स के बाद भी ऐसा कैसे हो रहा है। बिना सुरक्षा ईवीएम इधर से उधर कैसे जा रही है। गाइडलाइन बनी हुई है कि आपको ईवीएम मूव कराना है तो जो प्रत्याशी लड़ रहे हैं, उन्हें बताना होगाओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बनारस में प्रधानमंत्री अपनी इज्जत बचाने के लिए गली-गली में घूमे हैं। इसके बाद भी उन्हें अपनी जीत पर भरोसा नहीं है। बेइमानी की तैयारी हो रही है। चाहे खाली ईवीएम हो या कोई भी हो, उसे निकालना हो तो प्रत्याशियों को इसके बारे में पहले से बताना चाहिए। इसके बाद भी तीन गाड़ियां ईवीएम मशीनें कहां ले जाई जा रही थीं। दो गाड़ियां भाग गईं और एक गाड़ी को हमारे लोगों ने पकड़ लिया। हम लोगों ने उस गाड़ी के टायरों की हवा भी निकाल दी नहीं तो उसे भी लेकर भाग जाते।