ये मामला एक महिला दुष्कर्म से जुड़ा हुआ है। जहां आरोपी ने दुष्कर्म पीड़िता की कैंची से गला रेत कर हत्या कर दी। इस पर गुस्साए स्थानीय लोगो ने इस पर काफी बवाल किया। लगभग एक हजार की तादात में पहुंचे लोगो ने ना केवल पुलिस पर पथराव किया बल्कि गांधी नगर थाने में भी खासा बवाल मचाया।प्रदर्शन कर रहे लोगो ने पुलिस पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया। इसके बाद उन्होंने कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया। जिसमे पुलिस की दो जीप,स्कूटी और कार शामिल है।
कई पुलिस कर्मी भी हुए घायल।
इस हिंसक प्रदर्शन में 5 पुलिस वालो को भी गंभीर चोट आई है। वही बता e इसके अलावा पुलिस की ओर से भी स्थिति को काबू करने के लिए आंसु गैस के गोले दागे गए। पुलिस को प्रदर्शन शांत करवाने के लिए काफी मशक्त करनी पड़ी और लगभग एक घंटे तक चले इस बवाल पर कुछ नियंत्रण पाया जा सका।
बवाल के बाद पुलिस ने 15 लोगो को हिरासत में ले लिया और साथ ही इनके खिलाफ़ कानूनी करवाही शुरू कर सकती हैं। बवाल को देखते हुए पुलिस ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस की माने तो एक महिला की हत्या करने के आरोप में मान सिंह नाम के एक युवक को बुद्धवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था इसके बावजूद स्थानीय लोगो ने कुछ संगठनों के साथ मिलकर ये बवाल किया। जिससे ना केवल वहां रह रहे लोगो को परेशानी हुई बल्कि इससे इलाके की छवि पर भी सवालिया निशान लगे। पुलिस का कहना है कि बवाल के पीछे एक वजह लोगो द्वारा निकाली गई रैली है। पुलिस ने बताया की गुरुवार शाम पूर्वांचल नवनिर्माण संगठन के अध्यक्ष संतोष झा के नेतृत्व में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया जबकि इसकी अनुमति पुलिस ने नही दी थी। रघुवेरपुरा से निकाली गई ये रैली जब महिला कॉलोनी के पास पहुंची तो वहां पुलिस ने इन्हे रोकने का प्रयास किया जिसपर रैली में शामिल लोग उग्र हो गए और उन्होंने पुलिस पर ही हमला बोल दिया। पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेटिंग को तोड़ दिया वही उन्होने पुलिस पर पथराव भी शुरू कर दिया। जवाबी करवाही करते हुए पुलिस ने भी उग्र लोगो पर प्रतिकूल करवाही की। इससे लोगो में गुस्सा और बड़ गया जिससे उन्होंने ना केवल पुलिस के वाहनों को नुकसान पहुंचाया बल्कि कुछ स्थानीय वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। इस घटना में 5 पुलिस कर्मी घायल हुए है।
पुलिस की बड़ी हुई है चिंता।
वही इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस भी चिंतित हैं की लोग इस मामले को देश में हो रही धार्मिक हत्याओं से न जोड़ दे। इसके लिए लोगो पर नज़र रखी जा रही है। वही किसी अफवाह के ना फैलने का भी पुलिस पूरी तरह से व्यवस्था कर रही है। पुलिस की माने ने पुलिस ने इलाके में अपनी चौकसी बड़ा दी है। ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना होने पाए।
पुलिस के साथ साथ बवाल में आम लोग भी हुए परेशान।
जब रैली ने हिंसक रूप ले लिया तो इस बीच वहां रह रहे आम लोगो को अपनी जान बचा कर भागना पड़ा । साथ ही कई लोगो का कहना है की वह अपनी दुकानों पर काम कर रहे थे तभी अचानक रैली ने उग्र रूप ले लिया वो तो पुलिस की सूझ बूझ के कारण कोई और अप्रिय घटना नही हुई। जिससे वहां रह रहे लोगो की जान में जान आई।
आखिर क्या है? पूरा मामला ।
एक जुलाई को रघुवरपुरा में रह रही एक महिला से दुष्कर्म की कोशिश की गई थी जिसका महिला ने विरोध किया। वही दुष्कर्म का विरोध करने पर आरोपित ने उसका गला रेत कर हत्या कर दी। गौरतलब है की पहले पुलिस ने बताया था कि महिला की मौत सीढ़ियों से गिरने पर महिला का मंगलसूत्र से गला कट गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारण उजागर हुए। जिसमे पता चला की महिला की मौत मंगलसूत्र से नहीं बल्कि धारदार हथियार से हुई थी। इसी के कारण परिजनों में पुलिस के प्रति आक्रोश है तो वही स्थानीय लोग भी पुलिस के इस जांच रवयिए पर अपनी नाराजगी जाता रहे है। लोगो का कहना है की अगर पोल्स अपनी जांच ठीक से नहीं करेगी तो इससे न केवल दोषी को फायदा होगा।बल्कि इस कारण पुलिस व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े होंगे। स्थानीय लोगों का कहना है की पुलिस को इस मामले में ठीक से जांच करनी चाहिए और आरोपी को कड़ी को कड़ी सजा दिलवानी चाहिए