हम जानते हैं मॉनसून आते ही दिल्ली में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप शुरू हो जाता है बीते दिनों लगभग 200 नए केस सामने आए। निगम कर्मियों की मानें तो कब निगम अधिकारी पीवीसी कर्मचारियों द्वारा की गई चेकिंग का निरीक्षण करेंगे साथ ही निगम कर्मियों को अच्छे से चेकिंग करने के लिए कहा गया है जिसमें बिना किसी लापरवाही के साथ काम करने के आदेश दिए गए हैं। निगम अधिकारियों की मानें तो अगर किसी निगम कर्मचारी द्वारा अपने काम में लापरवाही की जाती है और उसके बाद निगम अधिकारियों के निरीक्षण पर कर्मचारी द्वारा किए गए कार्यों में खामियां दिखाई देती है तो निगम अधिकारी तुरंत उस कर्मचारी के विरुद्ध अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दे सकते है। वहीं निगम अपनी पूरी कोशिश कर रहा है कि इस मानसून कम से कम मच्छर जनित बीमारियों के मामले सामने आए इसके लिए निगम ने एक महीने पहले से ही काम शुरू कर दिया है। नालों की सफाई के साथ-साथ घरों में और पार्कों में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस बार निगम ने डीबीसी कर्मचारियों को घर की चेकिंग के दौरान घर के मालिक का फोन नंबर दर्ज करने के लिए भी कहा है जिससे उपयोगकर्ता का मोबाइल नंबर लेने से उससे पुनः संपर्क स्थापित करते हुए कर्मचारी के द्वारा की गई चेकिंग के बारे में पता किया जा सके। इस चेकिंग को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जन स्वास्थ्य अधिकारी अतिरिक्त एवं स्वास्थ्य अधिकारी और अतिरिक्त आयुक्त अधिकारी अचानक फोन करके डीएवीसी कर्मचारी आया या नहीं की जानकारी तो लेंगे ही साथ ही दिवशी कर्मचारी ने अन्य पूरे घर में पानी की और मच्छर जनित जगह पर दवाई डाली या नहीं यह भी पता करेंगे। वही निगम अधिकारी ने बताते हुए कहा कि इस बार निगम मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कदम कदम उठा रहा है। ऐसे में किसी कर्मचारियों को की ओर से घर घर की जाने वाली जांच का पता लगाया जा सकेगा। इस जांच के तहत डीबीसी कर्मचारी लापरवाही ना कर सके इसके लिए घर की जांच के साथ-साथ संपत्ति उपयोगकर्ता को फोन नंबर भी लेना होगा इस फोन नंबर की मदद से रोक थाम में मदद करेगें।
हॉट स्पॉट की करवाई जा रही हैं मैपिंग।
निगम अपनी तैयारियों को पुख्ता करते हुए उन जगहों को चिन्हित कर रहा है जहां पर हर वर्ष डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया आदि के मामले सामने ज्यादा आते हैं निधि निगम ने हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया है साथ ही निगम अपने दोनों के अनुसार ऐसे सभी इलाकों की मैपिंग कर रहा है जिसमें हॉटस्पॉट का उल्लेख किया जाएगा दिल्ली में नगर निगम के क्षेत्र में ऐसे तो 200 से ज्यादा हॉटस्पॉट को चिन्हित किया जा चुका है इसमें से लगभग 100 हॉट स्पॉट उत्तरी दिल्ली इलाके में है जबकि दक्षिणी दिल्ली में 70 और पूर्वी दिल्ली में 38 हॉटस्पॉट की मैपिंग की जा चुकी है। ऐसे स्थानों पर इन दिनों दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। ताकि आने वाले दिनों में निगम मच्छर जनित बीमारियों को रोक सके।
अब तक सबसे ज्यादा मामले हुए दर्ज।
डेंगू के सात नए मामले आए हैं। इस साल 158 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। मलेरिया के कुल 29 मामले हैं, बीते हफ्ते इसमें केवल एक मामला जुड़ा है। वहीं चिकनगुनिया के आठ मामले आए हैं, चिकनगुनिया का कोई नया मामला बीते हफ्ते में रिकार्ड में नहीं जुड़ा है। एमसीडी द्वारा सोमवार को जारी की गई मच्छरजनित बीमारियों की साप्ताहिक रिपोर्ट से पता चला है कि दिल्ली में इस साल अभी तक मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले स्थिर हैं, जबकि डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन हफ्तों में डेंगू की चपेट में 27 लोग आए हैं। 27 जून से चार जुलाई के बीच 10, पांच से 11 जुलाई के बीच 10 और 12 से 18 जुलाई के बीच सात नए लोग डेंगू की चपेट में आए हैं।
पिछले साल से चार गुना मामले दर्ज
एमसीडी की रिपोर्ट से पता चला है कि दिल्ली में 2018 में डेंगू के 43, 2019 में 32, 2020 में 28 और 2021 में 40 मामले आए थे, इस साल 158 मामले दर्ज किए गए हैं। यदि साल भर में डेगू के मामलों की बात करें तो पिछले साल रिकार्ड 9,613 मामले आए थे, 2020 में 1,072, 2019 में 2,036, 2018 में 2,798 और 2017 में 4,726 मामले दर्ज किए गए थे।