नई दिल्ली :: झारखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसएपीसी के जोनल कमांडर वीरप्पन को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी उससे पूछताछ की जा रही है. छापामारी करने वाली टीम का नेतृत्व सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी कर रहे थे पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसएपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के जोनल कमांडर भैरो गंझू उर्फ वीरप्पन उर्फ भास्कर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक अमेरिकन रायफल सहित 2 इंसास रायफल बरामद हुआ. वहीं इसके साथ ही अमेरिकन M 4A1.556 mm रायलफल की 3 मैगजीन, सहित 230 कारतूस, इंसास की 2 मैगजीन सहित 472 कारतूस बरामद किए गए उसके पास से एक अमेरिकन राइफल और पुलिस से लूटी गई एक इंसास राइफल तथा 702 कारतूस बरामद किए गए है विदेशी हथियार मामले की जांच आने वाले दिनों में (NIA) की टीम भी कर सकती है. टीपीसी के जोनल कमांडर भैरव गंझु उर्फ भास्कर जी और वीरप्पन लातेहार जिले के बालूमाथ का रहने वाला था. इसका कार्यक्षेत्र भी टंडवा और बालूमाथ का ही इलाका था इस कार्रवाई के बाद टीएसएपीसी (TPC) के विदेशी हथियारों के कनेक्शन की बात सामने आई है, क्योंकि पुलिस ने कार्रवाई के दौरान अमेरिकन रायफल भी बरामद किया है चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में नक्सलियों का एक समूह किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है पुलिस ने कसियातू जंगल में नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की, तो नक्सली भागने लगे बताया जाता है कि भैरव गंझु दुर्दांत उग्रवादी रहा है | कुछ घटनाओं से यह समझा जा सकता है | 2021 में चतरा पुलिस और टीएसएपीसी (TPC) के बीच पलामू के नागद में एक मुठभेड़ हुई थी जिसमे भैरव भी शामिल था। लावलौंग थाना क्षेत्र में जिला परिषद सदस्य विक्रम रजक की हत्या में भी भैरव का हाथ था. लातेहार के बालूमाथ में 2017 में अभिमन्यु सिंह की पत्नी और बेटी की हत्या में भी भैरव मुख्य आरोपी था. बालूमाथ इलाके में स्टोन माइंस में भी फायरिंग की वारदात को भैरव के द्वारा अंजाम दिया गया था |
एसपी राकेश रंजन ने बताया कि घटना को अंजाम देने दौरान पुलिस की टीम ने खदेड़कर भास्कर को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया उसके खिलाफ चतरा और लातेहार जिले के विभिन्न थानों में कम से कम 16 मामले दर्ज हैं| ज्यादातर मामले हत्या, लूट, रंगदारी वसूली और आगजनी से संबंधित हैं | लातेहार में एक परिवार की 2 महिलाओं की हत्या, चतरा जिले के लावालौंग में जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की हत्या में भी उसका नाम आया था | उन्होंने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादी 15 जून को लावालौंग में जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की हुई हत्या मामले में शामिल था। विक्रम की हत्या नक्सली संगठन टीएसपीसी ने की थी। विक्रम टीएसपीसी के विरोध में जाकर चुनाव लड़ा था। इसी खुन्नस में टीएसपीसी के कमांडर आक्रमण गंझू एवं भास्कर उर्फ वीरप्पन उर्फ भैरो गंझू के निर्देश पर टीएसपीसी के कमांडर देवेंद्र उर्फ मणिकांत उर्फ चौधरी ने अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर विक्रम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2021 में पलामू जिले के नागद में पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी| इस मुठभेड़ में नक्सलियों की अगुवाई भास्कर ही कर रहा था चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में नक्सलियों का एक समूह किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है पुलिस ने कसियातू जंगल में नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की, तो नक्सली भागने लगे |
पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी उससे पूछताछ की जा रही है छापामारी करने वाली टीम का नेतृत्व सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी कर रहे थे | एसपी राकेश रंजन ने भास्कर की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता बताया है उन्होंने कहा है कि चतरा जिले में नक्सलियों का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में नक्सलियों का एक समूह किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है पुलिस ने कसियातू जंगल में नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की, तो नक्सली भागने लगे पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी. उससे पूछताछ की जा रही है छापामारी करने वाली टीम का नेतृत्व सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी कर रहे थे