नई दिल्ली : आजम गढ़ लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद दिनेश लाल यादव निरहुआ मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंचे. मुलाकात के बाद नवनिर्वाचित सांसद निरहुआ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धनुर्धर भगवान राम की प्रतिमा भी भेंट की. निरहुआ के साथ उनके भाई और भोजपुरी कलाकार प्रवेश लाल यादव व अभिनेत्री आम्रपाली दुबे भी मौजूद रही. मुख्यमंत्री से मुलाक़ात के बाद निरहुआ महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलने बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. निरहुआ ने अपने ट्विटर हैंडल पर योगी से मुलाकात की तस्वीर साझा की है और लिखा है, ‘माननीय मुख्यमंत्री पूज्य महाराज योगी आदित्यनाथ जी का आजमगढ़ की देवतुल्य जनता और कार्यकर्ताओं की ओर से आभार व्यक्त कर उनका दिव्य आशीर्वाद प्राप्त किया।’ फोटो में निरहुआ के साथ उनके भाई प्रवेश लाल यादव और उनकी दोस्त आम्रपाली दुबे भी दिखाई दे रही हैं। आम्रपाली और निरहुआ ने दो हफ्ते पहले भी योगी से मुलाकात की थी।
मुख्यमंत्री योगी ने निरहुआ को जीत की बधाई दी। यहां से निरहुआ भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और संगठन महामंत्री सुनील बंसल से मुलाकात की। दरअसल आजमगढ़ लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। जिसके बाद यहां उपचुनाव हुए और दिनेश लाल यादव निरहुआ ने आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को 8 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। आजमगढ़ सपा का मजबूत किला माना जाता रहा है लेकिन उपचुनाव में मिली हार के बाद इस सीट पर भाजपा की जीत 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा संकेत है।
चुनाव में मिली हार के बाद धर्मेंद्र यादव के बीजेपी और बसपा गठबंधन के आरोपों पर निरहुआ ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा और सपा मिलकर लड़ रही थी इसलिए बीजेपी की हार हुई। इस बार दोनों अलग-अलग लड़ रहे थे लिहाजा बीजेपी की जीत हुई। उन्होंने कहा कि बीजेपी और बसपा का नहीं बल्कि सपा और बसपा का गठबंधन था।आजमगढ़ को लेकर योजनाओं के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनके पास सिर्फ डेढ़ साल हैं लिहाजा वो सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से अनुरोध करेंगे वो आजमगढ़ पर विशेष तौर पर ध्यान दें और जो योजनाएं रुकी हुई है उसे जल्द से जल्द तुरंत शुरू किया जा सके ताकि आजमगढ़ का विकास हो सके।आजमगढ़ उपचुनाव में सपा के अलावा बसपा ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। लेकिन बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली ने ढाई लाख से अधिक वोट हासिल कर उन्होंने धर्मेंद्र यादव का खेल खराब कर दिया। आजमगढ़ सपा का इतना मजबूत किला था कि 2014 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था। तब यहां मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां जीत दर्ज की। उपचुनाव में भी सपा को मजबूत माना जा रहा था पर सपा प्रत्याशी रहे धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए और निरहुआ की जीत को बीजेपी की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख जा रहा है।