Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the td-cloud-library domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u176094703/domains/mojopatrakar.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
क्या अब मुसलमान पर भी नजर है बीजेपी की?
Saturday, April 19, 2025
HomeIndian Newsक्या अब मुसलमान पर भी नजर है बीजेपी की?

क्या अब मुसलमान पर भी नजर है बीजेपी की?

अब बीजेपी की मुसलमान पर भी नजर है! राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा गैर हिंदुओं को जोड़ने की पहल का सुझाव देने के बाद बीजेपी ने अल्पसंख्यकों को जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का फोकस सूफी मुसलमानों पर है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा को इस मुहिम की जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी ने इस अभियान से 150 सूफियों को जोड़ा है। ये लोग हर जिले में बीजेपी नेताओं के साथ जाकर संवाद करेंगे। इस अभियान को चलाने से पहले इन सूफी और अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश पदाधिकारियों को गुरुवार को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में ट्रेनिंग दी गई। उन्हें बताया कि वह कैसे सूफी समाज के बीच जाकर बताएंगे कि बीजेपी ने अल्पसंख्यकों के लिए क्या किया है? अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बाशित अली बताते हैं कि इस अभियान से उलमा, मौलाना और सूफी मुस्लिम जोड़े जाएंगे। इसके लिए सूफी समाज भी साथ आया है। उनके साथ बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी, अल्पसंख्यक वर्ग के मंत्री मुस्लिम वर्ग के बीच जाएंगे। वे इस समुदाय का पूर्वाग्रह तोड़ने की कोशिश करेंगे। यह भी बताया जाएगा कि मुसलमानों के जीवन में बदलाव लाने के लिए बीजेपी की प्रदेश और केंद्र सरकार क्या कर रही है और सरकार की लाभार्थी योजनाओं का फायदा सबसे ज्यादा मुसलमानों को मिला है। बाशित बताते हैं कि इस अभियान को चलाने के पीछे मकसद यह है कि भाजपा की विचारधारा सूफी मुसलमानों के बीच पहुंचे। इस अभियान से अजमेर शरीफ और निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के लोगों को साथ लिया गया है। बीजेपी करीब एक हजार मजारों और दरगाहों पर पहुंचेगी।

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी बताते हैं कि बीजेपी सभी अल्पसंख्यकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। सूफी संवाद के जरिए मुस्लिम बहुल सीटों पर पहुंचने की योजना है। ये संवाद उन लोकसभा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाएंगे, जहां मुस्लिम आबादी 20% या इससे अधिक है। सेमिनार, संवाद के साथ मुस्लिम समाज के लोगों के घरों तक पहुंचकर भी बात की जाएगी।

सूफी संवाद कार्यक्रम में बीजेपी के बड़े नेता, केंद्रीय और यूपी सरकार के मंत्री और अल्पसंख्यक वर्ग के नेता दरगाहों पर कव्वाली सुनेंगे और सूफी नाइट में शामिल होंगे।सूफी संवाद के जरिए मुस्लिम बहुल सीटों पर पहुंचने की योजना है। ये संवाद उन लोकसभा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाएंगे, जहां मुस्लिम आबादी 20% या इससे अधिक है। सेमिनार, संवाद के साथ मुस्लिम समाज के लोगों के घरों तक पहुंचकर भी बात की जाएगी। इस दौरान यह भी बताया जाएगा कि मोदी सरकार ने बिना भेदभाव के अल्पसंख्यकों के लिए काम किया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है। वहीं, बाशित अली कहते हैं कि हम यह नारा दे रहे हैं कि न दूरी है न खाई है, मोदी हमारा भाई है।

बीजेपी पसमांदा मुसलमानों के बाद अब सूफी समाज के जरिए सभी अल्पसंख्यकों को रिझाने में जुट गई है। बीजेपी का मानना है कि दरगाहों और मजारों पर आने वाला अल्पसंख्यक समाज केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का सबसे बड़ा लाभार्थी है।केंद्र सरकार क्या कर रही है और सरकार की लाभार्थी योजनाओं का फायदा सबसे ज्यादा मुसलमानों को मिला है। बाशित बताते हैं कि इस अभियान को चलाने के पीछे मकसद यह है कि भाजपा की विचारधारा सूफी मुसलमानों के बीच पहुंचे। इस अभियान से अजमेर शरीफ और निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के लोगों को साथ लिया गया है। बीजेपी करीब एक हजार मजारों और दरगाहों पर पहुंचेगी। इनमें काफी लोग अल्पसंख्यक समुदाय के उपेक्षित वर्ग से आते हैं। बीजेपी किसी को भी अपनी पहुंच से अछूता नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी यह भी मानती हैं कि 2022 के विधानसभा चुनावों में आठ फीसदी मुस्लिमों ने भी भाजपा को मत दिया था। इसके बाद 60 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाली रामपुर लोकसभा, रामपुर विधानसभा और विपरीत समीकरणों वाली आजमगढ़ सूफी संवाद के जरिए मुस्लिम बहुल सीटों पर पहुंचने की योजना है। ये संवाद उन लोकसभा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाएंगे, जहां मुस्लिम आबादी 20% या इससे अधिक है। सेमिनार, संवाद के साथ मुस्लिम समाज के लोगों के घरों तक पहुंचकर भी बात की जाएगी।लोकसभा सीट को उपचुनाव मे जीतने में सफलता भी बगैर पसमांदा मुस्लिमों पर भरोसा किए नहीं मिल सकती थी। स्वार विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के सहयोगी अपना दल का मुस्लिम विधायक भी जीत गया। इस वजह से उपचुनाव के प्रयोग को विस्तार दिया जा रहा है।

Disclaimer:

Mojo Patrakar may publish content sourced from external third-party providers. While we make every reasonable effort to verify the accuracy, reliability, and completeness of this information, Mojo Patrakar does not guarantee or endorse the views, opinions, conclusions, or authenticity of content provided by these third-party entities. Such content is presented solely for informational purposes, and it is not intended to substitute professional advice or to serve as a comprehensive basis for decision-making.

Mojo Patrakar expressly disclaims any liability for errors, omissions, or inaccuracies that may arise from third-party content, as well as any reliance readers may place upon it. Users are strongly encouraged to conduct independent verification and consult with qualified professionals as necessary before making any decisions based on information obtained through Mojo Patrakar.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments