दस दिन पहले भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के समर्थन में उदयपुर में एक व्यक्ति के8 साल के बेटे के सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर। दर्जी की उदयपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद स्थानीय लोग में आक्रोश है। विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर प्रदर्शन किया और हत्यारों का पुतला फूंका।
वही उन्होंने हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है। साथ ही मृतक परिजन के घर में किसी एक को सरकारी नौकरी और पचास लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। एतिहातन उदयपुर जिले में इंटरनेट सेवाएं अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दी गईं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि उदयपुर की घटना के लिए sit का गठन किया। और कहा की जिन्होंने हत्या की है, उनकी क्या साजिश थी, क्या षड्यंत्र था, किससे उनके संपर्क हैं, क्या वे कियी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के संपर्क में हैं, इन तमाम बातों का खुलासा होगा।
यह हादसा उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दिन दहाड़े दो मुस्लिम लोगों ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी थी। जयपुर में बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक से पूर्व गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत की।गहलोत ने कहा कि घटना बहुत बड़ी व जघन्य है। उन्होंने कहा, “मैंने कल भी कहा कि इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है।” मंगलवार को दर्जी की हत्या की घटना के बाद शहर में उत्पन्न हुए तनाव को देखते हुए जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
क्या रही राजनितिक लोगो की प्रतिक्रिया।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘मैं उदयपुर राजस्थान में हुई भीषण हत्या की निंदा करता हूं। ऐसी हत्या को कोई डिफेंड नहीं कर सकता। इस तरह की हिंसा का विरोध करने के लिए हमारी पार्टी का स्टैंड साफ है कि कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता। हम मांग करते हैं कि राज्य सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करे।कानून के शासन को बनाए रखा जाना चाहिए।
जमीयत ने कहा- ये देश के कानून और धर्म के खिलाफ
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने पैगंबर के कथित अपमान के संदर्भ में उदयपुर में की गई हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है। हमारे देश में कानून की व्यवस्था है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
दिल्ली के मुखमंत्री ने उदयपुर में एक शख्स की निर्मम हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि उदयपुर की वारदात बेहद भयावह और वीभत्स है। ऐसे नृशंस कृत्य की सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए।
वही कांग्रेस आला कमाल ने भी दिया प्रतिक्रिया।
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने उदयपुर की घटना की निंदा की है और कहा है कि यह अपराध सबसे जघन्य है और कोई भी धर्म इसे मंजूरी नहीं देता है। खुर्शीद ने कहा, उदयपुर में सबसे जघन्य और खेदजनक है, भले ही उकसावे की वजह से की गई हो। हम अपने देश को इस अमानवीय तरीके से अलग नहीं होने दे सकते। कोई भी धर्म इंसानों को मारने की मंजूरी नहीं देता है। आइए हम विश्वास की सकारात्मकता की पुष्टि करें।
वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कहा कि धर्म के नाम पर क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
उदयपुर की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, मैं उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस क्रूरता से आतंक फैलाने वालों को तुरंत दंडित किया जाना चाहिए।उन्होंने इसी ट्वीट में राजस्थान में शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, हम सभी को एक साथ नफरत को हराना है। मैं सभी से अपील करता हूं कि कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।
मुख्यमंत्री ने की शांति की अपील
इसके बाद दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए. मर्डर के बाद मौके पर काफी खून फैल गया। बदमाश बाइक लेकर भाग गए। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश देते हुए सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, “मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी।मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं।”