नई दिल्ली :: गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुज में स्मृति वन का उद्घाटन किया। इस दौरान पारंपरिक नृत्य के साथ लोगों ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री इसके बाद वहां भुज में 3KM तक रोड शो किया । इस मौके पर उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इसके साथ ही वे आज कच्छ जिले के भुज में ‘स्मृति वन’ स्मारक का उद्घाटन भी किया गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने जा रहे हैं जाहिर है उससे पहले मोदी की इस दौरे को चुनावी सियासत से भी जोड़कर देखा जा रहा है पीएम बाद में गांधीनगर के महात्मा मंदिर सम्मेलन केंद्र में भारत में सुजुकी के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम को संबोधित किया, जहां वह गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर गुजरात इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी निर्माण सुविधा और मारुति सुजुकी के आगामी कार्यक्रम की आधारशिला रखी। इसी दिन शाम करीब पांच बजे प्रधानमंत्री देश में सुजुकी के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में गांधीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान वह भारत में सुजुकी समूह की दो प्रमुख परियोजनाओं गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर गुजरात इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी निर्माण सुविधा और हरियाणा के खरखोदा में मारुति सुजुकी की आगामी वाहन निर्माण सुविधा की आधारशिला रखेंगे।
गुजरात में आए भूकंप में मारे गए करीब 13,000 से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि के रूप में कच्छ जिले के भुज कस्बे के पास भुजियो पहाड़ी पर बनाया गया एक म्युजियम है। इस म्युजियम की परिकल्पना पीएम मोदी ने उस समय की थी, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। ‘स्मृति वन’ 470 एकड़ के क्षेत्र में बनाया गया है। स्मारक में भूकंप के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के नाम हैं। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, इसमें एक अत्याधुनिक स्मृति वन भूकंप संग्रहालय भी है। पीएम मोदी जिले के 948 गांवों और 10 कस्बों में सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरदार सरोवर परियोजना की कच्छ शाखा नहर का भी उद्घाटन किया। वह सरहद डेयरी के एक नए स्वचालित दूध प्रसंस्करण और पैकिंग संयंत्र, भुज में एक क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, गांधीधाम में डा बाबासाहेब अंबेडकर कन्वेंशन सेंटर, अंजार में वीर बाल स्मारक और नखतराना में भुज 2 सबस्टेशन का भी उद्घाटन किया।
गुजरात के भुज में 26 जनवरी, 2001 की सुबह विनाशकारी भूकंप आया, तब मैं दिल्ली में था। भूकंप का असर दिल्ली में भी हुआ था। मैं तुरंत गुजरात के लिए निकला और दूसरे दिन कच्छ पहुंच गया। तब मैं मुख्यमंत्री नहीं था। भाजपा का एक छोटा सा कार्यकर्ता था। तब मुझे नहीं पता था कि कितने लोगों की मदद कर पाऊंगा। लेकिन, मैंने तय किया था कि इस दुख की घड़ी में आप सभी के बीच ही रहूंगा। और जो भी संभव हो सकेगा वह करूंगा। मैं आपके दुख में हाथ बंटाने का प्रयास करूंगा। इसके बाद अचानक ही मुझे गुजरात का मुख्यमंत्री बना दिया गया। तब यहां किए गए कार्य के अनुभव मेरे बहुत काम आए। भुज में इतना विनाशकारी भूकंप आया था कि लोग कहने लगे थे- अब भुज कभी खड़ा नहीं हो पाएगा। लेकिन मैंने कहा था कि हम इस आपदा को अवसर में बदलकर रहेंगे। मैंने भुज के लोगों से यह भी कहा था कि आपको जो रण दिखता है न उस रण में मुझे भारत का तोरण दिखता है। और आज मैं लाल किले से भी यही कहता हूं कि 2047 में भारत डेवलप कंट्री बनेगा। जिन्होंने मुझे कच्छ में मुझे सुना है। उन्हें याद होगा कि मैंने जो कहा था, आज वह सच के रूप में आपकी आंखों के सामने है। अब ऐसा ही 2047 में भी होकर रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी जिले के 948 गांवों और 10 कस्बों में सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरदार सरोवर परियोजना की कच्छ शाखा नहर का भी उद्घाटन किया। उन्होंने भुज में एक क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, सरहद डेयरी के एक नए स्वचालित दूध प्रसंस्करण और पैकिंग संयंत्र, गांधीधाम में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर कन्वेंशन सेंटर, अंजार में वीर बाल स्मारक और नखत्राणा में भुज 2 उप स्टेशन का भी उद्घाटन किया स्मृति वन स्मारक गुजरात के भुज में 2001 में आए भयानक भूकंप में मारे गए 13,000 लोगों की याद में बनाया गया है. साथ ही करीब 470 एकड़ इलाके में बना यह स्मारक इस भयानक त्रासदी से उबरने के लोगों के जज्बे को भी दर्शाता है. पीएम मोदी के कार्यक्रम के बारे में सरकारी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस स्मारक में उन लोगों के नाम लिखे गए हैं, जिनकी भूकंप के कारण मौत हुई थी साथ इसमें अत्याधुनिक ‘स्मृति वन भूकंप संग्रहालय’ भी है. यह संग्रहालय 2001 के भूकंप के बाद गुजरात की हालत, पुनर्निर्माण की कोशिशों और उनकी कामयाबी की कहानियों को दिखाता है