नई दिल्ली : तीन दिन के यूरोप दौरे के मद्देजनर पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे. पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ. होटल में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से मुखातिब हुए. पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. इसके बाद उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ से मुलाकात की. प्रधानमंत्री की स्कोल्ज के चांसलर बनने के बाद पहली मुलाकात है. बर्लिन पहुंचते पीएम मोदी ने ही ट्वीट किया। लिखा कि वो चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से बात करेंगे। इसके अलावा व्यापारिक नेताओं के साथ बैठक और एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे। उन्हें विश्वास है कि यह यात्रा भारत और जर्मनी की दोस्ती को बढ़ावा देगी। आपको बता दें कि ओलाफ़ स्कोल्ज़ के चांसलर बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके साथ यह पहली मुलाकात है। इस दौरान ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। समाचार एजेंसी एएनआई ने प्रधानमंत्री मोदी का जर्मनी के चांसलर के साथ मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया है।
चांसलर से मुलाकात के बाद पीएम मोदी छठे भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श IGC की सह अध्यक्षता करेंगे।यह एक विशिष्ट द्विवार्षिक तंत्र है जो दोनों देशों की सरकारों को व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर समन्वय की मंजूरी देता है।इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी बैठक में हिस्सा लेंगे।पीएम मोदी आज कारोबारियों और भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।बर्लिन के बाद प्रधानमंत्री तीन मई को डेनमार्क जाएंगे जहां वह अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।इसके बाद डेनमार्क में ही वह द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस जाएंगे और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।इसमें कहा गया है कि 2021 में भारत-जर्मनी डिप्लोमैटिक रिश्तों के 70 साल पूरे हो गए हैं। हम साल 2000 से ही स्ट्रैटेजिक पार्टनर भी हैं। मैं चांसलर स्कोल्ज के साथ रणनीतिक, क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर चर्चा करूंगा। जर्मन चांसलर और मैं हमारे उद्योग सहयोग के लिए एक बिजनेस राउंडटेबल मीटिंग को भी संबोधित करेंगे। बता दें कि यूरोप महाद्वीप भारतीय मूल के 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। एक बड़ी संख्या जर्मनी में भी रहती है। पीएम मोदी यहां भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा भारत जर्मनी के बीच संबंधों को मजबूत करने का भविष्य का खाका तैयार करेगी. गौरतलब है कि बर्लिन के बाद प्रधानमंत्री तीन मई को डेनमार्क जाएंगे जहां वह अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. वहां वह द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी कुछ समय के लिये फ्रांस में रुकेंगे, जहां वह फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे