उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज में 10 जून को हुई हिंसा (Prayagraj Violence) के मामले में मास्टरमाइंड कहे जा रहे जावेद अहमद उर्फ पंप (Javed Ahmed Alias Pump) का घर बुलडोजर से ढहाया जा रहा है। रविवार को भारी पुलिस बल के साथ पहुंची प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने घर का मुख्य दरवाजा गिरा दिया है। बाहरी दीवारें भी तोड़ दी हैं। दो-दो बुलडोजर तेजी के साथ घर गिराते चले जा रहे हैं। इसके साथ ही साफ हो गया है कि यूपी में हिंसा मामलों पर योगी सरकार चुप नहीं बैठने वाली है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जावेद अहमद पंप को पहले ही अरेस्ट कर लिया गया था।
प्रयागराज के अटाला में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के आरोपियों के घरों की ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हिंसा के मास्टर माइड जावेद पंप के घर पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद है। जावेद के घर का गेट तोड़ दिया गया है। जावेद के परिजन घर के अंदर ही मौजूद हैं। दूसरा बुलडोजर भी कार्रवाई करने में जुट गया है।
आपको बता दें कि रविवार को ही प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने नोटिस जारी कर 12 जून को सुबह 11 बजे तक मकान खाली करने का आदेश दिया गया था, लेकिन उससे पहले ही पीडीए ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने पांच दर्जन से अधिक आरोपियों की सूची तैयार की है। इनकी गिरफ्तारी समेत अन्य कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में जिला प्रशासन, प्रयागराज विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम की टीम शनिवार को दिन भर अटाला तथा अन्य क्षेत्रों में मौजूद रही तथा आरोपियों के घरों को चिन्हित किए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने प्रयागराज हिंसा के आरोपी मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर ध्वस्तीकरण का नोटिस लगाया था और उसे 12 जून को सुबह 11 बजे तक घर खाली करने के लिए कहा है, यह घर अवैध रूप से निर्मित है।
मुख्य साजिशकर्ता जावेद पंप गिरफ्तार, अब तक 68 गिरफ्तार
आपको बता दें कि अटाला में एक दिन पहले जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल का मास्टरमाइंड मो. जावेद उर्फ जावेद पंप शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जावेद को उसके करेली स्थित घर से पकड़ा गया। उधर रातभर चली दबिश के दौरान 32 अन्य आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस अफसरों ने बताया कि शनिवार देर रात तक कुल 68 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। नामजद अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। जबकि वीडियो व सीसीटीवी फुटेज से अज्ञात आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।
अटाला बवाल मामले के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद की गिरफ्तारी के बाद उसकी बड़ी बेटी भी जांच एजेंसियों के रडार पर है। दरअसल जावेद से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उसकी बेटी भी उसे राय-मशविरा देती थी। पुलिस अब इस बात में जुटी है कि क्या भारत बंद के आह्वान और जुमे पर प्रदर्शन के संबंध में भी उसकी अपने पिता से कोई बातचीत हुई थी।
जावेद की बड़ी बेटी है दिल्ली में रहती है। वह जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी भी रह चुकी है। साथ ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में भी प्रमुख रूप से शामिल हुई थी। वह वर्तमान में सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे फ्रैटर्निटी मूवमेंट की राष्ट्रीय सचिव भी है। हिरासत में लिए जाने के बाद जब पुलिस ने जावेद के मोबाइल की जांच पड़ताल की तो उसके बारे में पता चला। जावेद ने बताया कि वह अपनी बेटी से राय-मशविरा किया करता था।
फिलहाल उसने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया। जिसके बाद पुलिस अन्य जानकारियां एकत्रित करने में जुटी हुई है। एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि पता लगाया जा रहा है कि जुमे पर हुए प्रदर्शन से संबंधित मामले के संबंध में दोनों के बीच बातचीत हुई थी या नहीं। अगर किसी तरह की संलिप्तता की बात सामने आती है तो जावेद की बेटी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
कौन है मंसूरअली ,पार्क में दिया था भाषण
जावेद की बेटी ने सीएए-एनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। दिल्ली के शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में वह शामिल हुई थी। इसके अलावा शहर में खुल्दाबाद के मंसूर अली पार्क में कई दिनों तक चले विरोध प्रदर्शन में भी शिरकत की थी। यहां उसने भाषण दिया था। समुदाय विशेष से संबंधित घटनाओं को लेकर वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जोरशोर से आवाज उठाती रही है।
बेटी ने पिता को बताया निर्दोष, वीडियो किया जारी
जुमे के दिन अटाला में हुए बवाल के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद की बड़ी बेटी ने अपने पिता को निर्दोष बताया है। सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो जारी कर उसने अपने पिता और परिवार को फर्जी फंसाए जाने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि पुलिस ने नियमविरुद्ध तरीके से न सिर्फ उसके पिता बल्कि मां और छोटी बहन को भी हिरासत में ले लिया। इसके बाद से उनका कुछ अता-पता नहीं है। न ही पुलिस उनके बारे में कोई जानकारी दे रही है।
उसने शनिवार को इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र भी भेजा है, साथ ही इस मामले का तुरंत संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में उसने बताया है कि शुक्रवार रात 8.50 मिनट पर पुलिस उसके घर पहुंची और बिना किसी नोटिस या वारंट के उसके पिता को हिरासत में लेकर चली गई। जब परिवार के अन्य लोग और परिचित कोतवाली पुलिस स्टेशन पहुंचे तो उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया गया। यही नहीं पुलिस अफसर यह भी बताने से इंकार करते रहे कि उसका पिता उनकी हिरासत में है या नहीं।