संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का विदाई समारोह हुआ। समारोह में प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, लोकसभा स्पीकर समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान कोविंद को विदाई पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इस बीच राष्ट्रपति भवन की ओर से बताया गया कि रामनाथ कोविंद आज यानी रविवार को देश को संबोधित करेंगे।
विदाई समारोह के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने राजनीतिक दलों से राष्ट्रीय हित में दलगत राजनीति से ऊपर उठने को कहा। उन्होंने राजनीतिक दलों से यह तय करने को कहा कि लोगों के कल्याण के लिए क्या जरूरी है? संसद के सेंट्रल हॉल (Central Hall) में अपने विदाई भाषण में सांसदों को संबोधित करते हुए कोविंद ने शांति और सद्भाव के मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने लक्ष्यों को पाने की कोशिश करने के लिए विरोध करने और दबाव बनाने का अधिकार है, लेकिन उनके तरीके गांधीवादी होने चाहिए।
मेरे हृदय में अनेक पुरानी स्मृतियां उमड़ रही हैं-रामनाथ कोविंद
कोविंद ने कहा कि वह हमेशा खुद को बड़े परिवार का हिस्सा मानते हैं, जिसमें सांसद भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार की तरह कई बार उनके बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें देश के व्यापक हितों के लिए मिलकर काम करना चाहिए।विदाई अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज आप सबसे जब मैं विदाई ले रहा हूं तो मेरे हृदय में अनेक पुरानी स्मृतियां उमड़ रही हैं। इसी परिसर में जिसे सेंट्रल हॉल के रूप में जाना जाता है। वर्षों तक न जाने कितने सांसदों के साथ यादगार पल बिताए हैं। पांच साल पहले मैंने इसी स्थान पर शपथ ली थी। आप लोगों के लिए मेरे दिल में विशेष स्थान है।
सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे प्रेरणास्त्रोत : कोविंद
सभी सांसदों और मंत्रियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आप भारत की जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि मेरे सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। कोविंद ने कहा कि पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आंबेडकर के सपनों का भारत बन रहा है।वही सभी सांसद जन , एवं सभी तरह के मंत्री रामनाथ कोविद जी के योगदान को याद किए । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहते है ”
आज संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के विदाई समारोह में भाग लेकर खुद को धन्य किया।महामहिम राष्ट्रपति का योगदान राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ सामाजिक कल्याण के स्वरूप में जाना जाएगा। उनके राष्ट्र के प्रति अथाह प्रेम और समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को देखने की दूरदर्शिता अपार रही है।
आपका यह राजनीतिक जीवन यात्रा हमेशा हमेशा के लिए एक सभ्य, सुंदर, सुशील राजनीति का अध्याय के रूप में इतिहास दर्ज करेगा ।आपका योगदान हर राजनीतिज्ञ को अपनी करुणा कोपल से निखारेगी। आप की प्रसंगिकता समय की जरूरी आभूषण एवं राष्ट्रप्रेम का पहला पायदान होगा।
धन्यवाद !समूचे देश की ओर से आपको नमन!”
बतौर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) आज शाम 7 बजे देश को संबोधित करेंगे. उनके भाषण का आकाशवाणी (All India Radio) और दूरदर्शन (Doordarshan) के सभी चैनलों पर पहले हिंदी (Hindi) में और उसके बाद अंग्रेजी (English) में प्रसारण होगा. संबोधन का हिंदी और अंग्रेजी में प्रसारण किए जाने के बाद दूरदर्शन के सभी क्षेत्रीय चैनलों द्वारा इसे क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा. वहीं आकाशवाणी अपने क्षेत्रीय नेटवर्क पर संबोधन को क्षेत्रीय भाषाओं में रात साढ़े नौ बजे से प्रासरित करेगा.
रामनाथ कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति (President) के रूप में शपथ ली थी. वह रविवार (24 जुलाई) को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं. द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) सोमवार को देश की 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी.
रविवार को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और देश के पूर्व राष्ट्रपतियों की कुछ दुर्लभ तस्वीरों और इतिहास को सामने लाने वाली तीन किताबों का राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान विमोचन किया जाएगा. कार्यक्रम में निवर्तमान राष्ट्रपति कोविंद, निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सहित अन्य लोग शामिल होंगे.
इन तीन पुस्तकों का होगा विमोचन
- कार्यक्रम के दौरान पहली पुस्तक- ‘मूड्स, मोमेंट एंड मेमोरीज’ का विमोचन होगा. इसमें 1950 से 2017 तक के राष्ट्रपतियों विजुअल हिस्ट्री है.
- वहीं दूसरी पुस्तक- ‘द फर्स्ट सिटिजन’ में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल का सचित्र रिकॉर्ड है.
- तीसरी किताब- ‘इंटरप्रेटिंग जियोमेट्री फ्लोरिंग ऑफ राष्ट्रपति भवन’, 1912 में भारत के वायसराय के निवास के लिए सर एडविन लुटियन द्वारा डिजाइन किए गए फर्श पैटर्न का एक अनूठा भंडार है.