प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के एक लोकप्रिय नेता है! विपक्षी उन्हें डिक्टेटर मानते हैं, तो उन्हें समझने वाले और जानने वाले उन्हें एक प्रशंसनीय नेता मानते हैं! इस लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में उन सभी बातों का वर्णन किया जा रहा है, जिन बातों को आज तक कोई नहीं जान पाया है!
नरेंद्र मोदी का इतिहास
नरेंद्र मोदी के पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी था, नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ अगर इनके परिवार की बात की जाए तो इनके चार भाई हैं – अमृत मोदी, पंकज मोदी, प्रहलाद मोदी और सोमा मोदी!अगर नरेंद्र मोदी की पढ़ाई लिखाई की बात की जाए तो नरेंद्र मोदी ने साल 1978 में राजनीति शास्त्र से बीए की हुई है दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार माध्यम में यह तीसरे डिवीजन से पास हुए थे, 1982 में, गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए की डिग्री भी ली! 26 मई 2014 से लेकर और अब तक प्रधानमंत्री पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो स्वतंत्र भारत में जन्मे हुए हैं, इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक गुजरात राज्य के मुख्यमन्त्री रह चुके हैं। मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ वर्ष की आयु में वे आरएसएस से जुड़े, जिसके साथ एक लम्बे समय तक सम्बन्धित रहे, मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केन्द्रों का दौरा किया।
1969 या 1970 वे गुजरात लौटे और अहमदाबाद चले गए। 1975 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन में एक ऐसा भी समय आया जब उन्हें कुछ समय के लिए आपातकालीन स्थिति में छुपे रहना पड़ा, उनके अनुसार यह उनके लिए बड़ा कष्ट दायी समय था, 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे भाजपा में सचिव के पद पर पहुँचे।(भुज में भूकम्प) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और खराब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमन्त्री नियुक्त किया गया। हर किसी नेता के जीवन में कभी ना कभी ऐसा समय आता है जब उसके संचालन की बुराई होती है और वह समय नरेंद्र मोदी के जीवन में आ चुका था 2002 ऐसा ही एक समय था जब गुजरात में हुए दंगों में मोदी के संचालन की दुनिया भर में निंदा की गई, हालाँकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेष जाँच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही आरम्भ करने के लिए कोई प्रमाण नहीं मिला।वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे।
उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं।नरेन्द्र मोदी का जन्म तत्कालीन बॉम्बे राज्य के महेसाना जिला स्थित वडनगर ग्राम में हीराबेन मोदी और दामोदरदास मूलचन्द मोदी के एक मध्यम-वर्गीय परिवार में हुआ था, वहां से उनकी यात्रा प्रारंभ हुई और आज तक उनकी यात्रा जारी है, अपने माता-पिता की कुल छ: सन्तानों में तीसरे पुत्र नरेन्द्र ने बचपन में रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में अपने पिता का भी हाथ बँटाया। हाथ बटाते- बटाते उन्होंने आज पूरे देश का हाथ अपने हाथों में रख लिया है और लगातार रूप से उसे विकास की ओर अग्रसर किए जा रहे हैं! पिछले चार विधान सभा चुनावों में अपनी वैवाहिक स्थिति पर खामोश रहने के बाद नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अविवाहित रहने की जानकारी देकर उन्होंने कोई पाप नहीं किया।
नरेन्द्र मोदी के मुताबिक एक शादीशुदा के मुकाबले अविवाहित व्यक्ति भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जोरदार तरीके से लड़ सकता है क्योंकि उसे अपनी पत्नी, परिवार व बालबच्चों की कोई चिन्ता नहीं रहती। उनकी यह बात भी सच थी लेकिन बाद में उन्होंने जशोदाबेन को अपनी पत्नी स्वीकार किया इस लेख में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में उन क्षणों को भी बताया है जो अधिकतर लोग नहीं जानते लेकिन जो उन्हें देखते तो समझते हैं उन्हें उनका इतिहास जानना जरूर चाहिए! क्यूंकि जो उन्हें जानता है, वह उन्हें अपना आदर्श नेता और अभिनेता मानता है!